बुझात बा गांव ना बची! आरा के जवइनिया में कटाव से कई घर गंगा नदी में विलीन, पूरा इलाका बना डेंजर जोन
बिहार के शाहपुर स्थित जवइनिया गांव में गंगा नदी के कटाव से भारी तबाही हुई है। कई घर नदी में समा गए जिससे लोग बेघर हो गए। स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा है और पीड़ितों के लिए सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है। विधायक ने सरकार को इस कटाव के लिए जिम्मेदार ठहराया है और पीड़ितों को मदद का आश्वासन दिया है।

संवाद सूत्र, शाहपुर (आरा)। जाने कितने अरमानों का गलाघोंट सपनों का घर बनाया गया था, जो पल भर में देखते-देखते पानी में विलीन हो गया। अब बस उस घर की यादें व उनसे जुड़ी स्मृतियां ही जेहन में बाकी रह गई है।
कटाव के कारण पूरा गांव ही लगभग डेंजर जोन बन चुका है। गांव के करीबन सभी लोग अपने घरों से सामान निकाल चुके हैं। लोग बस वीरान घरों की रखवाली करने के लिए डटे हुए हैं कि शायद कोई चमत्कार हो और कटाव रुक जाय।
गंगानदी में जवइनिया गांव के समीप भयानक कटाव के कारण सोमवार की सुबह करीब आधा दर्जन घर कटाव में विलीन हो गए। आंखों के सामने आशियाने को जल प्लावित होते देख लोगों की आंखें पथरा गई तो कलेजा मानो बैठ गया हो।
'बुझात बा गांव ना बची!'
एक पीड़ित व्यक्ति ने कहा बाबू कटाव के कष्ट अब बर्दाश्त से बाहर हो गइल बा। बुझात बा गांव ना बची! गंगानदी के पानी के तेज बहाव व हवाओं के साथ उठती लहरें लोगों को डरा रही है।
हल्फी के एक-एक हलचल से गांव के कई घर पानी में समा जाते हैं। ऐसे में जिन लोगों के घर बचे हुए हैं, उन्होंने अपने घरों के सभी सामानों को नाते-रिश्तेदारों के यहां सुरक्षित रखने को पहुंचाने में लगे हुए हैं। चीख-पुकार के साथ-साथ एक वीरानगी सी छाई हुई हैं।
घरों के साथ-साथ दशकों से खड़े सैकड़ों विशालकाय पेड़ भी कटाव के कारण पानी में विलीन हो गए। ग्रामीण बस घरों से सामान बाहर निकालने में एक दूसरे की मदद करने में लगे हुए हैं। लोग अपने घरों को जेसीबी मशीन से तोड़कर सामानों को छोटे बड़े वाहनों से सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रहे हैं।
बचाव राहत कार्य मे जुटे अधिकारी व कर्मी
स्थानीय प्रशासन कर्मियों के साथ लगातार गांव में राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है। सीओ रश्मि सागर एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी शत्रुंजय कुमार सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधियों की मांग पर जवइनिया गांव के उच्च विद्यालय में सामुदायिक रसोई चलाई जा रही है, जिसमे प्रभावित लोगों की जरूरत के हिसाब से सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इसके साथ ही सोमवार की शाम से जवइनिया गांव के समीप बक्सर-कोईलवर तटबंध पर दूसरी सामुदायिक रसोई चलाई जाएगी।
जवइनिया के कटाव की सरकार है जिम्मेदार: विधायक
वहीं, दूसरी ओर भोजपुर जिला के शाहपुर प्रखंड के जवइनिया गांव में जारी गंगा कटाव के लिए शाहपुर विधायक राहुल तिवारी विधानसभा में पूछे गए सवाल व मिले जवाब की प्रति दिखाकर इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
विधायक राहुल तिवारी ने सोमवार को जारी प्रेस नोट में 2023 में अपने द्वारा विधानसभा में जवइनिया गांव के कटाव को लेकर जो तरांकित सवाल किए गए थे और सरकार से जो मिले जवाब के पत्र मिले, उसे सार्वजनिक किया है।
जवाब में सरकार की ओर से लिखित रूप से बताया गया है कि वर्तमान में कोई कटाव परिलक्षित नहीं हो रहा है। बाढ़ अवधि 2023 में कटाव परिलक्षित होने पर, उसे बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराकर सुरक्षित कर लिया जाएगा। इतना ही नहीं विधायक राहुल तिवारी ने 2019 में कटाव रोकने को लेकर मुख्यमंत्री को दिए गए पत्र को भी सार्वजनिक करते हुए बताया है कि कटाव 20 साल पहले से ही नौरंगा से जारी है।
कटाव रोकने की दिशा में किया काम
राहुल तिवारी ने जोर देकर कहा कि विधायक बनने के बाद से ही मैंने कटाव रोकने की दिशा में विधायक धर्म का पालन किया है। पर सरकार अपना कार्य नहीं कर है। मेरे पत्र देने व विधानसभा में सवाल करने तथा सरकार का जवाब सभी साक्ष्यों को सार्वजनिक कर दिया गया है, जिसे देखा, पढ़ा और जांचा परखा जा सकता है।
विधायक राहुल तिवारी ने बताया है कि 2024 में जवइनिया गांव के 59 कटाव पीड़ित लोगों को नया मकान बनाने के लिए एक लाख बीस हजार रुपये एवं 30 भूमिहीन लोगों को जमीन का पर्चा एवं एक लाख दिलवाने में मेरी मुख्य भूमिका रही है।
इसको लेकर उनके द्वारा हर सक्षम संस्था व वयक्ति से मिलकर सक्रिय पहल व पत्राचार सहित आवश्यक कार्य किये गए। विधायक राहुल तिवारी ने बताया कि वर्तमान के जारी कटाव पड़ित लोगों को सुरक्षित स्थान पर तत्काल पड़ाव करना, सामान ढोने के लिए वाहन दिलवाना, पालीथीन शीट, लंगर, पानी सहित अन्य आवश्यक सुविधा दिलाने के प्रति जिला प्रशासन से व्यक्तिगत पहल व उच्चाधिकारी से व्यक्तिगत प्रयास कर सक्रिय हूं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।