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    आरा के इस सड़क को कहा जाता है ‘गड्ढे वाली सड़क’, कभी भी पलट सकती है आपकी गाड़ी

    Updated: Sun, 07 Sep 2025 11:32 AM (IST)

    कोइलवर में सड़कों की हालत खस्ता है खासकर कोईलवर चौक से धनडीहा जाने वाली सड़क जहाँ बड़े-बड़े गड्ढे हैं। बालू लदे ट्रक मुख्य कारण हैं जिनसे भारी ट्रैफिक होता है। बारिश में स्थिति और भी बदतर हो जाती है। मानसिक अस्पताल जाने वाली सड़क भी गड्ढों और अतिक्रमण से परेशान है जिससे स्थानीय लोग बहुत कठिनाई का सामना कर रहे हैं।

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    कोईलवर की सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं

    संवाद सूत्र, कोईलवर (आरा)। जिले में हर जगहों पर सड़क को चकाचक करने की कवायद चल रही है, लेकिन कोईलवर की सड़कों का हाल ऐसा है कि पैदल चलने लायक भी नहीं है। कोईलवर चौक, कपिलदेव चौक से रेलवे स्टेशन कोईलवर होते हुए धनडीहा, चांदी जाने वाली सड़क का हाल बद से बदतर है। इस सड़क पर ऑटो, ई-रिक्शा में सवार लोग भगवान का नाम लेकर हिचकोले खाते गुजरते हैं।

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    सड़क पर इतने बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं कि यह सड़क ठोकरनुमा बन गई है। कई गड्ढे तो ऐसे हैं कि उनमें ई-रिक्शा घुसते ही आगे से उठकर पलट जाता है। आम दिनों में तो इस सड़क पर किसी तरह वाहन आते-जाते हैं, लेकिन बारिश के बाद सड़क की स्थिति काफी खराब हो जाती है, जिसमें साइकिल, बाइक और ऑटो समा जाता है।

    सड़क के खराब होने से नगर कोईलवर का यह इलाका नारकीय हो जाता है। गड्ढेवाली सड़क का सबसे ज्यादा जिम्मेदार बालू लदे ट्रक हैं, जिस सड़क पर प्रतिदिन दो हजार से ज्यादा ट्रकों की आवाजाही होती है। धनडीहा, फरहंगपुर, बहियारा बालू भंडारण से बड़े-बड़े ट्रक बालू लाद इसी सड़क से गुजरते हैं। जबकि इन भारी वाहनों के लिए नो एंट्री क्षेत्र है। इसके बावजूद स्थानीय होने की बात कह प्रशासन की आंख के सामने से गुजरते हैं।

    गड्ढे वाली सड़क के नाम से जानी जाती है

    मानसिक अस्पताल जाने वाली सड़क दूसरी तरफ कोईलवर थाना मोड़ से विभिन्न वार्ड होते हुए आरएएफ हेड क्वार्टर और मानसिक अस्पताल जाने वाली दो किमी लंबी सड़क को गड्ढे वाली सड़क के नाम से ही लोग जानते हैं। इस सड़क पर अतिक्रमण, गड्ढे और जलजमाव के कारण पंद्रह हजार की आबादी परेशान है।

    बारिश के मौसम में लोग कीचड़ और नाली के गंदे पानी में घुसकर आते-जाते हैं। महिलाओं और स्कूल जाने वाले बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। स्थानीय संजय चौरसिया, अमित कुमार कहते हैं कि बीस वर्ष हो गए, लेकिन इस सड़क का कायाकल्प नहीं हुआ। इसी सड़क को लेकर पूर्व सांसद को स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा था।

    जीत के बाद वर्तमान सांसद भी अब तक कुछ नहीं कर पाए। अब किससे उम्मीद की जाए। जानकारी के अनुसार इस सड़क का निविदा हो गया है, लेकिन अभी निर्माण कार्य राजनीति की भेंट चढ़ गई है।

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