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    आज सजेगी प्रमुख कवियों की महफिल

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 24 May 2017 09:20 PM (IST)

    भोजपुर । आज हास्य, व्यंग्य, वीर व श्रृंगार रस के रचनाकारों की महफिल सजेगी। अखिल भारतीय कवि स

    आज सजेगी प्रमुख कवियों की महफिल

    भोजपुर । आज हास्य, व्यंग्य, वीर व श्रृंगार रस के रचनाकारों की महफिल सजेगी। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में आधा दर्जन रचनाकार अपनी रचनाओं से जहां देश की मौजूदा स्थिति को रेखांकित करेंगे, वहीं अपनी रचनाओं से श्रोताओं को हंसायेंगे-गुदगुदायेंगे। यह संभव होगा दैनिक जागरण के बैनर तले स्थानीय वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में आयोजित अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन में। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है। ये सभी रचनाकार देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी कई बड़े मंचों पर अपनी रचनाओं के माध्यम से श्रोताओं के दिलों पर राज करते आ रहे हैं।

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    कवि सम्मेलन में होंगे आकर्षण का केन्द्र :

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    अरुण जेमिनी : हरियाणवी हास्य कवियों में देश का सर्वाधिक बड़ा नाम है अरुण जेमिनी। दिल्ली में रहने वाले अरुण जेमिनी को हरियाणा गौरव, काका हाथरसी, ओम प्रकाश आदित्य पुरस्कार समेत दर्जनों सम्मान से सम्मानित हो चुके हैं। इन्हें सर्वाधिक विदेश यात्रा करने का गौरव प्राप्त है। इनके काव्य संग्रहों में फिलहाल इतना ही, हास्य व्यंग्य की शिखर रचनाएं आदि हैं। यूट्यूब पर इनकी सर्वाधिक रचनाएं सुनी जाती हैं।

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    महेन्द्र अजनबी : देश के प्रमुख हास्य कवियों में एक नाम है महेन्द्र अजनबी। 24 जून 1959 में जन्में महेन्द्र अजनबी ने देश के अलावे विदेशों में भी अपनी रचनाओं से श्रोताओं को काफी प्रभावित किया है। देश के विभिन्न प्रदेशों के अलावे यू.एस.ए, थाइलैंड, हांगकांग, ओमान, यूंडोनेशिया, नेपाल आदि में आयोजित कवि सम्मेलनों में आकर्षण का केन्द्र बन चुके हैं। ओम प्रकाश साहित्य सम्मान, काका हाथरसी हास्य रत्‍‌न, हिन्दी साहित्य एकाडमी अवार्ड समेत अन्य पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं। इनका 'हंसा-हंसा के मारूंगा' काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुका है।

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    वसीम बरेलवी : हिन्दुस्तान के मशहूर शायरों में एक नाम है वसीम बरेलवी। देश-विदेश के मशहूर मंचों वसीम बरेलवी ने सुशोभित किया है। अखिलेश यादव की सरकार में ये विधान पार्षद रहे हैं। यश भारती पुरस्कार समेत अन्य पुरस्कारों से पुरस्कृत हो चुके हैं।

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    आशीष अनल : वीर रस के देश में जो चंद चर्चित कवि हैं उनमें आशीष अनल भी एक आशीष अनल हैं। ये मूलत: लखिमपुर खिरी, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। इनकी रचनाओं से श्रोताओं में देशभक्ति की भावना बढ़ जाती है। एक नई ऊर्जा का संचार होता है।

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    चिराग जैन : चिराग जैन त्वरित टिप्पणियों के लिए काफी मशहूर हैं। हास्य, व्यंग्य व गीत तीनों पर इनकी मजबूत पकड़ है। भारत सरकार के एयर पोर्ट के राजभाषा विभाग की नौकरी को कवि सम्मेलनों के लिए त्याग दिया। देश ही नहीं बल्कि विदेशों में इनको सुनने वालों की संख्या अधिक है। कोई यूं ही नहीं चुकता, ओस, मन तो गौमुख आदि इनके संग्रह है। आठ काव्य संग्रहों का संपादन किया है।

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    एना देहलवी : देश के चर्चित श्रृंगार रस की रचनाकारों में एना देहलवी प्रमुख नाम है। देश के कई मंचों पर अपनी रचनाओं का पाठ किया है। साथ ही पाकिस्तान, दुबई समेत अन्य देशों में भी अपनी रचनाओं से श्रोताओं को प्रभावित किया है। इनकी रचनाओं के कई संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।

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    इस आयोजन में है अहम भूमिका : इस आयोजन को सफल बनाने में लगभग दो दर्जन संस्थाओं व जन प्रतिनिधि का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके मुख्य प्रायोजक पूर्व विधान पार्षद हुलास पांडेय और सह प्रायोजक डी.के.कारमेल रेसिडेंसियल स्कूल, भारतीय स्टेट बैंक, संकल्प, ब्रिलिएंट, सुन्दर सिटी, सेनको, जॉ पाल्स हाई स्कूल, महेन्द्रा ट्रैक्टर्स राज ऑटो मोबाईल्स, डीपीएस इंटरनेशनल, एलजी शॉप्स, पी.आर.इलेक्टॉनिक्स है। इनके अलावे महाराजा कॉलेज, महाराजा लॉ कॉलेज, सुधा, वासु सोशल एण्ड एजुकेशनल वेलफेयर सोसायटी, सम्भावना आवासीय उच्च विद्यालय, मध्य बिहार ग्रामीण बैंक, एन.एस.मॉल है।