Bihar News: लगभग 5000 किसान परेशान, इस बात के लिए दे दी आत्मदाह की चेतावनी
बिहार के चरपोखरी प्रखंड के पसौर गांव में सिंचाई संकट गहराया हुआ है जिससे लगभग 5000 किसान परेशान हैं। धान की रोपाई के बाद खेतों में पानी की कमी से फसलें सूख रही हैं। किसानों का आरोप है कि सिंचाई नहर की मरम्मत के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है। किसानों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है अन्यथा आत्महत्या करने की चेतावनी दी है।

जागरण संवाददाता, चरपोखरी (आरा)। चरपोखरी प्रखंड के पसौर गांव के किसान इन दिनों सिंचाई संकट की चपेट में हैं, जिससे यहां के करीब पांच हजार किसान परेशान और हताश हैं। धान की रोपाई के बाद पानी के अभाव में उनके खेत सूख रहे हैं और धान के पौधे पीले पड़ रहे हैं, जिससे किसान अपनी फसल को लेकर काफी निराश हैं।
किसान मनोज मिश्रा, हदरी यादव, अनिल सिंह और अमरेंद्र सिंह ने बताया कि पसौर के पूर्वी छोर पर स्थित काली-बल्ली करहा ही सिंचाई का एकमात्र साधन है, जो कई जगहों पर टूटा हुआ है और वर्षों से इसकी उड़ाही नहीं हुई है। नतीजतन, जब पानी आता भी है, तो खेतों तक पहुंचने के बजाय व्यर्थ बह जाता है।
किसानों का सीधा आरोप है कि इस करहा की उड़ाही के नाम पर पैसे तो निकाल लिए गए हैं, लेकिन जमीन पर सिर्फ लीपापोती की गई है। किसान दीपू साह ने बताया कि उनकी आजीविका पूरी तरह से खेती पर निर्भर है, लेकिन प्रशासन को उनकी समस्या से कोई सरोकार नहीं है।
इधर, सिंचाई की इस विकट समस्या से किसानों में गहरा आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से नहर की अविलंब मरम्मत कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने गंभीर चेतावनी भी दी है कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे आत्महत्या करने को विवश होंगे।
इस मामले को लेकर लघु जल संसाधन विभाग, आरा के कार्यपालक अभियंता से उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया लेकिन कॉल रिसीव नहीं करने के कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
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