भोजपुर में तीन दिनों से लापता युवक की हत्या कर नदी में शव फेंका, मोबाइल खंगाल साक्ष्य एकत्रित कर रही पुलिस
भोजपुर जिले के चरपोखरी थाना क्षेत्र के सहसपुरा गांव से तीन दिनों से लापता एक युवक का शव मंगलवार की सुबह भगवान टोला स्थित मलार नदी से बरामद किया गया। स्वजनों ने आरोप लगाया है कि युवक की हत्या घातक हथियार से सिर पर वार कर एवं गला दबाकर की गई है।

जागरण संवाददाता,आरा(भोजपुर)। भोजपुर जिले के चरपोखरी थाना क्षेत्र के सहसपुरा गांव से तीन दिनों से लापता एक युवक का शव मंगलवार की सुबह भगवान टोला स्थित मलार नदी से बरामद किया गया। स्वजनों ने आरोप लगाया है कि युवक की हत्या घातक हथियार से सिर पर वार कर एवं गला दबाकर की गई है।
बाद में साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शव को नदी में फेंक दिया गया है। मृतक 38 वर्षीय संतोष चौधरी सहसपुरा गांव निवासी स्व.शिवमुनी चौधरी के पुत्र थे। पेशे से किसान थे। सिर के पिछले भाग में गहरा जख्म पाया गया है। पानी में लंबे समय तक रहने के कारण मृतक का चेहरा व शरीर फूल गया है।
स्वजन विशेष रूप से हत्या के पीछे के कारण के रूप में प्रेम-प्रसंग का जिक्र कर रहे हैं। जिसके आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर सहसपुरा गांव के तीन संदिग्ध लोगों हरेंद्र चौधरी, उसके साथी करीमन चौधरी व जितेंद्र चौधरी को हिरासत में लिया है और मामले की जांच जारी है। स्वजनों के अनुसार संतोष 30 अगस्त की रात करीब करीब दस बजे मोबाइल पर काल आने के बाद घर से निकल गए थे और वे रात में लौट कर नहीं आए थे।
स्वजनों ने पूरे गांव में खोजबीन की थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला था। इसके बाद छोटे भाई सूरज कुमार ने 31 अगस्त को चरपोखरी थाने में लापता होने की प्राथमिकी कराई गई थी। परिवार एवं पुलिस खोज जारी थे। इस बीच मंगलवार की सुबह थाना क्षेत्र के भगवान टोला के पास बहती मलार नदी से एक शव बरामद हुआ। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना थाना को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया। इसके बाद पहचान हो सकी।
तीन वर्षों से एक महिला से चल रहा था अफेयर
छोटे भाई सूरज चौधरी ने आरोप लगाया कि पिछले दो-तीन वर्षों से संतोष का गांव की ही एक महिला के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। परंतु, करीब छह महीने से उसी महिला का संबंध गांव के हरेंद्र चौधरी नामक व्यक्ति से भी चल रहा था। जिसका संतोष ने विरोध किया था। स्वजन का आरोप है कि उसी विवाद के चलते उक्त महिला ने फोन कर संतोष को अपने घर बुलाया और वहां हरेंद्र चौधरी, उसके साथी करीमन चौधरी व जितेंद्र चौधरी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी तथा शव नदी में फेंक दिया।
पुलिस की कार्रवाई गिरफ्तारी और पूछताछ
चरपोखरी थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष ने कहा कि प्राथमिक पूछताछ में कई पहलुओं पर काम किया जा रहा है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है। थाने ने पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर ली है और अब साक्ष्यों तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पांच भाइयों में बड़े थे संतोष
मृतक संतोष अपने पांच भाइयों व एक बहन में सबसे बड़े थे। उनके घर पर मां सनफुला कुंवर, पत्नी एकमी देवी, दो बेटियां रूनी व झुनी तथा पुत्र वीर बहादुर हैं। मृतक के स्वजन और ग्रामीण न्याय की मांग कर रहे हैं तथा दोषियों को सख्त सजा देने की मांग उठा रहे हैं।
मोबाइल काल डाटा खंगाल साक्ष्य एकत्रित कर रही पुलिस
पुलिस फिलहाल हिरासत में लिए गए तीनों संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है और मोबाइल कॉल डाटा, मौके पर जमा वस्तुओं व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर सुलझाने की कोशिश कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मृत्यु का सटीक कारण, समय व किसी और प्रकार की चोटों की पुष्टि होगी, जिसके बाद ही हत्या की घटना की प्रकृति पर अंतिम निर्णय संभव होगा। इधर, लोजपा नेता राजेश्वर पासवान ने सदर अस्पताल पहुंच उचित जांच एवं दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।