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Ara ballia Railway Line: आरा-बलिया रेल लाइन को ग्रीन सिग्नल, तीन जिलों के लिए गेम चेंजर साबित होगा ये प्रोजेक्ट

Ara Ballia Railway Line आरा से बलिया रेल लाइन के लिए किस जगह पर पुल- पुलिया एवं स्टेशन एवं हाल्ट बनेंगे इस पर रिपोर्ट दी जाएगी। यह रिपोर्ट तीन महीने में जमा करनी है। नई रेल लाइन आरा बक्सर और बलिया के दियारा इलाके के लिए गेम चेंजर साबित होगी और वर्तमान में पिछड़े इलाके में शुमार दियारा का परिदृश्य बदल जाएगा।

By Ritesh Chaurasia Edited By: Rajat Mourya Published: Tue, 06 Feb 2024 05:53 PM (IST)Updated: Tue, 06 Feb 2024 05:53 PM (IST)
आरा-बलिया रेल लाइन को ग्रीन सिग्नल, तीन जिलों के लिए गेम चेंजर साबित होगा ये प्रोजेक्ट

रितेश चौरसिया, आरा। आरा-बलिया रेल लाइन को ग्रीन सिग्नल मिल गया है। अंतरिम बजट में गति शक्ति से बनने वाली रेल लाइन में इसे शामिल किया गया है। लगभग 62 किलोमीटर लंबी रेल लाइन को चार साल में तैयार कर लेना है। रेल लाइन का फाइनल सर्वे रिपोर्ट (एफएसएल) बनाने के लिए गति शक्ति के संयुक्त निदेशक अभिषेक जगवत ने गोरखपुर रेल मंडल को दो दिन पहले पत्र जारी कर एक करोड़ 55 लाख रुपए की राशि निर्गत होने की जानकारी दी है।

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एफएसएल से ही आरा से बलिया रेल लाइन के लिए किस जगह पर पुल- पुलिया एवं स्टेशन एवं हाल्ट बनेंगे, इस पर रिपोर्ट दी जाएगी। यह रिपोर्ट तीन महीने में जमा करनी है। नई रेल लाइन आरा, बक्सर और बलिया के दियारा इलाके के लिए गेम चेंजर साबित होगी और वर्तमान में पिछड़े इलाके में शुमार दियारा का परिदृश्य बदल जाएगा।

बीरेंद्र सिंह मस्त ने की थी रेल मंत्री से मुलाकात

बता दें कि बलिया सांसद बीरेंद्र सिंह मस्त ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व रेलवे चेयरमैन जया वर्मा सिन्हा से दिसंबर में मुलाकात कर नई रेलवे लाइन की स्वीकृत जल्द प्रदान करने का अनुरोध किया था। इसकी सर्वे रिपोर्ट पिछले साल ही तैयार कर ली गई थी और परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी थी।

अब फाइनल सर्वे रिपोर्ट में गंगा नदी पर बनने वाले पुल और रास्ते में आने वाले पुल-पुलियों की पहचान होगी। साथ ही रास्ते में बनने वाले स्टेशनों का नक्शा और रूट भी इसमें रहेगा। जिसके आधार पर टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी।

रेलवे की वेबसाइट पर परियोजना की मंजूरी के प्रस्ताव को उपलब्ध कराया गया है। बलिया सांसद बीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि इस रेलखंड आरा बलिया के निर्माण के लिए पूर्व रेल मंत्री राम सुभग सिंह द्वारा रेलवे के बजट में घोषणा किया गया था, जिसे लगभग 50 वर्ष हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल क्षेत्र का यह भाग अत्यंत ही पिछड़ा है तथा प्राकृतिक आपदाओं से ग्रस्त है। यह रेल लाइन कृषि, व्यापार एवं सांस्कृतिक दृष्टिकोण में अत्यंत महत्वपूर्ण है। पटना-आरा रेल मार्ग अति-व्यस्ततम मार्ग है, आरा से बलिया को जोड़ देने से उस मार्ग की व्यस्तता होगी।

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