महज 30 रुपये दीजिए, एक लीटर एसिड लीजिए
तेजाब कांड जैसी बड़ी घटना यहां भी घटित हो सकती है। कभी भी कोई मनचला यहां भी तेजाब कांड कर किसी की जिदगी के साथ खिलवाड़ कर सकता है। ...और पढ़ें

आरा। तेजाब कांड जैसी बड़ी घटना यहां भी घटित हो सकती है। कभी भी कोई मनचला यहां भी तेजाब कांड कर किसी की जिदगी के साथ खिलवाड़ कर सकता है। यहां किराना, बैट्री से लेकर सेनेटरी की दुकानों में खुलेआम तेजाब बिक रहा है। बस यह समझिए की केवल 30 रुपये दीजिए और एक लीटर एसिड लीजिए। किसी तरह की आइडी की भी आवश्यकता नहीं है। न कोई चेकिग होती है और न ही कोई रजिस्टर रिकार्ड किया जाता है। नियमों का कहीं कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बैट्री की दुकानों पर तेजाब कोई भी चाहे जितनी मात्रा में खरीद सकता है।
गौरतलब हो कि सर्वोच्च न्यायालय ने तेजाब की खुलेआम बिक्री पर रोक लगा रखी है। इसके लिए बिक्री के लिए नियम भी निर्धारित किए है। लेकिन, प्रतिबंध के बावजूद आरा शहर की अधिकांश छोटी बड़ी किराना दुकानों पर भी टॉयलेट क्लीनर के नाम भी पर तेजाब की खुली हो रही है। शनिवार को दैनिक जागरण ने आरा शहर में इसकी पड़ताल की। जिसमें यह बातें सामने आई की बैट्री के अलावा सेनेटरी व किराना दुकानों पर भी प्रतिबंधित तेजाब आसानी से उपलब्ध है। वैशाली जिला के दाउदपुर में तेजाब कांड जैसी बड़ी घटना के बाद एक बार फिर बहस तेज हो गई है।
----------- दोपहर-12.33 बजे
स्थान- रमना मैदान-सदर अस्पताल रोड आप केवल तेजाब का पैसा दिजिए डब्बा हम दे देंगे
आरा शहर का रमना मैदान रोड स्थित एक बैट्री दुकान। शाम करीब चार बजे थे। एक बुजुर्ग बैट्री दुकान पर बैठा हुआ था। जागरण प्रतिनिधि ने बैट्री में डालने के बहाने एसिड के बारे में पड़ताल की। दुकानदार ने बताया कि एसिड तीस रुपये लीटर मिलेगा। प्रतिनिधि ने कहा कि उसके पास कोई डब्बा नहीं है। दुकानदार ने बोला आप केवल एसिड का पैसा दिजिए डब्बा वह दे देगा। पूछा कितने लीटर चाहिए। हमने दो लीटर एसिड की बात की। खरीदना नहीं था इसलिए किसी तरह दूसरे दिन आने की बात बोलकर चले गए। सूत्रों की मानें तो शहर पुरानी पुलिस लाइन, बस स्टैंड, बिहारी मिल व गांगी समेत कई छोटे-बड़े स्टैंडों पर स्थित बैट्री दुकानों पर एसिड असानी से उपलब्ध है।
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दोपहर -02.10 बजे
स्थान- शीतल टोला-बस स्टैंड रोड काउंटर पर ओपेने बिक्री के लिए रखा था एसिड का बोतल, पूछने पर बोला 30 रुपये लगेगा
शीतल टोला-बस स्टैंड रोड। इस रोड में दो-तीन बैट्री की दुकानें हैं। जहां पर दुकान के काउंटर व अंदर में डिस्टिल वाटर एवं एसिड की बोतलें सजा कर रखी थी। कस्टमर बनकर गए जागरण संवाददाता ने यहां भी बैट्री में डालने के बहाने एसिड के बारे में जानकारी ली। दुकानदार कहा मिल जाएगा। एक लीटर का बोतल है, तीस रुपये लगेगा। संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर दुकानदार ने दो बोतलें दिखाया और दोनों का रेट बताया। दुकानदार के अनुसार डिस्टिल वाटर एक लीटर का बोतल का दाम केवल 15 रुपये है। जबकि, एसिड का दाम इससे दुगना है। उसने किसी तरह के पहचान पत्र की मांग नहीं की। यानि केवल पैसा दीजिए और आसानी से एसिड खरीदकर ले जाइए। बैट्री दुकानों पर रखे तेजाब की बोतलों पर बैट्री एसिड लिखा हुआ था। -----------------
नहीं पहचान पत्र मांगते हैं न ले जाने का कारण पूछते हैं दुकानदार
शहर के किराना व सेनेटरी दुकानों पर भी तेजाब टॉयलेट क्लीनर आदि के नाम पर बिक रहा है। किराना दुकानों में टॉयलेट क्लीनर के नाम पर महज 15 से 20 रुपये में एसिड का बोतल उपलब्ध है। इसकी बिक्री रोकना तो दूर, प्रशासन के पास यह जानकारी तक नहीं है कि आखिर शहर में कहां-कहां तेजाब की बिक्री हो रही है। बाजारों की कौन कहे हर गली मोहल्ले में आसानी से तेजाब मिल रहा है। पहचान पत्र लेना तो दूर, दुकानदार तेजाब लेने वाले का नाम तक नहीं पूछते हैं। आरा शहर के करमन टोला, नवादा गोपाली चौक, पकड़ी, धोबिघटवा, चंदवा सहित कई इलाकों में भी कुछ सैनेटरी की दुकान है। जहां पर भी एसिड उपलब्ध है। मतलब किसी की जिदगी की कीमत सिर्फ बीस से तीस रुपये तक ही है।
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बाक्स
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बोतल में तेजाब लेकर घूमे पर किसी ने नहीं टोका
दैनिक जागरण ने जब पड़ताल की तो सच सामने आया। जागरण के संवाददाता शहर के कई इलाकों में पहुंचे और बोतल में तेजाब खरीदा। इसके बाद खुलेआम उसे हाथ में लेकर सड़क पर भी घूमे। पुलिसकर्मियों के सामने से भी निकले, लेकिन किसी ने रोक कर यह पूछने का भी कष्ट नहीं किया कि इतने तेजाब का क्या करोगे और खरीदा कहां से। बड़ी बात एक और रही कि तेजाब सिर्फ तीस रुपये से लेकर चालीस रुपये लीटर में ओपेन मिल गया। मतलब किसी की जिदगी की कीमत सिर्फ तीस इतने रुपये ही हैं।
---- कड़े हैं नियम लेकिन नहीं होता हैं पालन देश में एसिड अटैक की घटनाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चार वर्ष पूर्व यानि 2015 में कड़ा कदम उठाते हुए दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसमें कहा गया था कि किसी भी राज्य में तेजाब की खुली बिक्री नहीं की जाएगी। बिक्री को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश है। लेकिन, निर्देशों को लेकर कोई पालन नहीं हो रहा है। खुलेआम असानी से एसिड दुकानों पर उपलब्ध हो जा रहा है। दुकानदारों को भी कोई गार्ड लाइन जारी नहीं हुआ है। यहीं वजह है कि कोई गैलन में तो कोई बंद बोतल में एसिड की बिक्री कर रहा है।
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पाबंदी के बाद शराब बिक्री को रोकने लिए पुलिस सक्रिय पर एसिड को लेकर उदासीन पाबंदी के बावजूद शराब की बिक्री पर पूरी तरह लगाम नहीं लग पा रहा है। लेकिन, यह सच हैं कि शराब की बिक्री की रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासन दोनों काफी सक्रिय है। लेकिन, तेजाब के मामले में ऐसा नहीं दिख रहा है। जिसका नतीजा यह हैं कि तेजाब हर जगह आसानी से उपलब्ध है। शराब पर पाबंदी लगाने जाने के बाद से लेकर अब तक भोजपुर में करीब पांच हजार से अधिक मुकदमे भी हुए है। लेकिन, प्रतिबंधित तेजाब के खिलाफ एफआइआर की कौन कहे, किसी थाना में अभियान तक नहीं चला है। फोटो फाइल
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बाक्स बोले एसडीओ, तेजाब प्रतिबंधित हैं, बिक्री की शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई आरा सदर एसडीओ अरुण प्रकाश ने दैनिक जागरण'से बातचीत में कहा कि तेजाब प्रतिबंधित है। आरा शहर अथवा ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं भी इसकी बिक्री होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। इस संदर्भ में यदि कहीं से कोई शिकायत मिलती हैं तो त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए सभी थानाध्यक्षों को अलग से आदेश भी निर्गत किए जा चुके हैं कि आपके अधिनस्थ क्षेत्र में कहीं भी तेजाब बिक्री की सूचना मिलती है तो बिना विलंब किए छापेमारी कर दुकानदार को गिरफ्तार कर कार्रवाई करें। हाल के दिनों में अथवा विगत वर्षों में अभी तक इसकी बिक्री की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है और न हीं किसी के विरुद्ध इस तरह के मामले में कार्रवाई की गई है।

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