लोकतंत्र का प्रण: घूंघट में नवविवाहिता, पहली बार ससुराल से मतदान करने निकलेगी नई बहु
भोजपुर जिले में नवविवाहिताएं पहली बार ससुराल से मतदान करने को लेकर उत्साहित हैं। वे गांव के विकास के लिए अपना पहला वोट डालने के लिए उत्सुक हैं और इसे सफल बनाना चाहती हैं। उन्हें किसी पार्टी या जातिवाद से कोई मतलब नहीं है। वे अन्य महिलाओं को भी मतदान के लिए प्रेरित कर रही हैं और इसे एक यादगार अनुभव मानती हैं। ससुराल वाले भी मतदान के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।

आनंद प्रकाश, चरपोखरी (भोजपुर)। विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक मतदान को लेकर जिला प्रशासन व चुनाव आयोग द्वारा जागरूकता अभियान चलाई जा रही है ताकि लोग अपने मताधिकार का बढ़-चढ़कर प्रयोग करें। वही ससुराल आकर मतदाता बनीं नवविवाहिताएं अपना पहला वोट डालने को लेकर खासी उत्साहित हैं। उन्हे न तो किसी पार्टी से मतलब है न जातिवाद से।
वह अपना पहला वोट गांव के विकास के लिए हर हाल में सफल बनाना चाहती हैं। वह कहतीं हैं कि यह सुनहरा अवसर हाथों से जाने नहीं देंगी। ससुराल की दहलीज लांघकर, वह अपना मतदाता धर्म जरूर निभाएंगी। घरेलू कामों के साथ-साथ वोट देना हम सभी का काम है और अधिकार भी है ।
मायके वालों के साथ कई बार मतदान केंद्र पर जाने का मौका मिला, लेकिन तब वोटर आईडी कार्ड नहीं बना था, इसलिए वोट डालने की इच्छा पूरी नहीं हो सकी। अब ससुराल में आकर वोटर आईडी कार्ड बना है। अपने जीवन का पहला वोट जेहन में हमेशा संजो कर रखेंगे।
हेमा गुप्ता,चरपोखरी
जब कोई स्वजन वोट डालकर आता था, तो एक अजीब सी उत्सुकता रहती थी। उससे तरह-तरह के सवाल पूछते थे। मतदान केंद्र के भीतर वोट कैसे डालते हैं, लेकिन अब खुद को वोट डालने का मौका मिल रहा है। वोट डालना भी मेरा पहला काम होगा।
रितु राज, भैरोडीह
यह मेरा पहला वोट है। इसे व्यर्थ कतई नहीं जाने देंगे। हम किसी के लालच या बहकावे में नहीं आएंगे। हमारा वोट एक शिक्षित और समर्थ प्रत्याशी को जायेगा, जिससे कि विकास में काम आ सके।
नीतू कुमारी, नगरी
हमें खुशी है कि की सरकार बनाने में हम अपना योगदान देने जा रहे हैं। हम खुद तो वोट डालेंगे ही साथ ही गांव की अन्य महिलाओं को भी मतदान का महत्व समझाते हुए, वोट डालने के लिए प्रेरित करेंगे।नेहा कुमारी,अमोरजा (चरपोखरी)
ससुराल के लोगों ने भी कह दिया है कि मतदान के दिन चाहे जो भी काम छोड़ना पड़े, लेकिन वोट डालने जरूर जाना है। मतदान को लेकर अभी से रोमांचित हैं। यह बात हमेशा के लिए यादगार बन जायेगी।
प्रीति गुप्ता, चरपोखरी
मायके में बेटी बनकर, मतदान का धर्म नहीं निभा सके, लेकिन ससुराल में बहू बनकर इसे निभाने का अवसर मिला है। इसे व्यर्थ नहीं जाने देंगे। अपना वोट मजबूत प्रत्याशी के पक्ष में कर गांव के विकास में भागीदार बनेंगे।
नीलम कुमारी, नगरांव
पहली बार वोट डालने का मौका हमारे लिए किसी त्योहार से कम नहीं है। हालांकि अभी हिचकिचाहट महसूस हो रही है, लेकिन वोट डालने की बात सोचकर खुशी भी काफी हो रही है।
ज्योति कुमारी, चरपोखरी
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