भोजपुर में दिनदहाड़े अपराधियों ने किया अंधाधुंध फायरिंग, एक की मौत दूसरा पटना रेफर
अपराधियों के अंधाधुंध फायरिंग में एक युवक घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया जबकि दूसरे युवक को भागने के दौरान जांध में गोली लगी।इस अपराधिक घटना में 6 साल का उसका बच्चा बाल बाल बच गया।घटना सुबह करीब साढ़े नौ बजे की बताई जाती है। गोली लगने से घटनास्थल पर मौत हो गई।

संवादसूत्र, उदवंतनगर(भोजपुर)। थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव के समीप आरा सहार मुख्य सड़क पर दिनदहाड़े राहगीरों ने अपराधियों का तांडव देखा। अपराधियों के अंधाधुंध फायरिंग में एक युवक घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया जबकि दूसरे युवक को भागने के दौरान जांघ में गोली लगी। इस अपराधिक घटना में 6 साल का उसका बच्चा बाल बाल बच गया।
घटना सुबह करीब साढ़े नौ बजे की बताई जाती है। मृतक अपने गांव से एक पड़ोसी व उसके बच्चे को बाइक द्वारा आरा स्टेशन छोड़ने जा रहा था। इस वारदात में मृतक की पहचान पवना थाना क्षेत्र के पवार गांव निवासी अवधेश यादव का पुत्र धर्मेंद्र यादव (32) के रूप में हुई, जिसकी गोली लगने से घटनास्थल पर मौत हो गई। जबकि अन्य बाइक सवार राजू यादव (33) को भागने के दौरान जांघ में गोली लगी। वहीं इस घटना में राजू का 6 वर्षीय पुत्र बाल बाल बच गया।
घटना का कारण पुरानी रंजिश बताई जाती है। घटना की सूचना मिलते ही परिजन घटनास्थल पर पहुंचे।शव को देखते ही मां व अन्य परिजन फफक कर रो पड़े। मां की बार रोते रोते बेहोश हो जाती। बाद में परिजनों ने शव के साथ सड़क जाम किया और बार बार अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।पुलिस सूत्रों ने बताया कि अपराधी गांव से ही उसका पीछा कर रहे थे। बेलाउर एक नंबर से आगे टावर के पास सड़क खाली पाकर घटना को अंजाम दिया और बेखौफ होकर हथियार लहराते हुए भाग निकले।अपराधी तीन की संख्या में बताए जाते हैं।
तीनों एक ही बाइक पर सवार थे। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची व जख्मी राजू यादव को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। सड़क जाम लगभग तीन घंटे तक चला। पुलिस के आवश्यक कारवाई करने के आश्वासन तथा राजद नेता मुकेश यादव के समझाने बुझाने के बाद जाम हटाया गया।
करीब दो सौ मीटर दौड़ा कर मारी गोली
पवार गांव से ही धर्मेन्द्र यादव का पीछा कर रहे अपराधियों ने बेलाउर एक नंबर से आगे टावर के पास अपनी बाइक को धर्मेन्द्र यादव की बाइक से सटा दिया। बाइक सवार अपराधी तीन की संख्या में थे।गाड़ी अनबैलेंस होने के डर से धर्मेन्द्र ने ज्यों गाड़ी धीमी की अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दिया। जिसमें घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। पांच गोली धर्मेन्द्र को लगी। वहीं मौका देख कर राजू यादव अपने बेटे ऋषभ को गोद में लेकर भागने लगा। अपराधियों ने करीब दो सौ मीटर दौड़ा कर राजू पर फायरिंग किया। गोली उसके जांघ में लगी। उसका 6 वर्षीय बेटा ऋषभ हाथ से छिटक कर दूर जा गिरा व राजू को गिरता देख अपराधी अपनी बाइक की ओर लौटें व हथियार लहराते हुए भाग निकले।घ राजू ऋषभ के साथ मुंबई जा रहा था। वह प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर था। जिसको ट्रेन पकड़वाने के लिए धर्मेन्द्र जा रहा था।
कल धर्मेंद्र ने ही कराई थी समझौता
आज की घटना को कई एंगल से जोड़ कर देखा जा रहा है। कोई इसे भूमि विवाद के पुरानी रंजिश के साथ जोड़ कर बता रहा है तो कोई रधुनीपुर हत्याकांड से जोड़ कर देख रहा है। गत पांच वर्ष पूर्व पवना थाना क्षेत्र के पवार गांव में भूमि विवाद में हत्या हुई थी। दोनों गुटों में चली लंबी लड़ाई को समाप्त करवाने में धर्मेंद्र ने मध्यस्थता की थी। घटनास्थल पर लोगों ने बताया कि सब कुछ सहमति बन गई थी। लेकिन आज की घटना ने हिला कर रख दिया।
बच्चों के सिर से पिता का साया छीना
मृतक धर्मेन्द्र को दो बेटा व एक बेटी है। तीनों पढ़ाई करते हैं। परिवार की पूरी जिम्मेदारी उस पर थी। उसके असामयिक निधन से बच्चों के सिर से पिता का छिन गया। पत्नि गृहणी है।

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