Updated: Sun, 17 Aug 2025 04:44 PM (IST)
शाहाबाद के सपूत को उत्तर प्रदेश का साइबर डीजी बनाया गया है जिससे क्षेत्र में खुशी की लहर है। बीके सिंह जो पहले एडीजी साइबर क्राइम थे अब इस पद पर नई जिम्मेदारी संभालेंगे। उन्होंने साइबर अपराधों को रोकने और जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। योगी सरकार में भोजपुर के कई अधिकारी अपराध नियंत्रण में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, आरा। शाहाबाद के सपूत को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। उन्हें उत्तर प्रदेश के साइबर डीजी पद की कमान सौंपी गई है। इस उपलब्धि से क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है।
लोगों का कहना है कि उनके अनुभव और कार्यशैली से साइबर अपराधों पर रोकथाम में नई दिशा मिलेगी। साइबर क्राइम को सख्ती से निपटने की रणनीति को प्रभावी बनाने के लिए पहले भी यूपी सरकार ने बिहारी ब्रेन पर भरोसा किया था।
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जून 2024 में यूपी कैडर के 1994 बैच के वरिष्ठ आईपीएस बिनोद कुमार सिंह साइबर क्राइम विभाग के एडीजी बनाए गए थे। एडीजी साइबर क्राइम के 13 महीने के कार्यकाल के दौरान उन्होंने साइबर अपराधियों से लोगों को बचाने के लिए काफी काम किया।
लखनऊ में 1930 साइबर क्राइम हेल्पलाइन के केंद्र की स्थापना करवाने के साथ लोगों को जागरूक करने के बड़े अभियान को चलाने का काम किया। यह कॉल सेंटर साइबर क्राइम हेल्पलाइन के भारत के सबसे बड़े कॉल सेंटर में से एक है।
बीके सिंह मूल रूप से पुराने शाहाबाद एवं वर्तमान में भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड के बड़का लौहर-फरना गांव के निवासी हैं। राष्ट्रपति के वीरता पदक, सराहनीय कार्य सेवा पदक और उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित हो चुके हैं।
पहले भी कई बड़े पदों पर दे चुके हैं सेवा
वे यूपी के कई बड़े जिलों में बतौर एसपी सेवा दे चुके हैं। बीके सिंह सिद्धार्थनगर, मिर्जापुर, बांदा, सोनभद्र, बिजनौर और रेलवे मिर्जापुर व इलाहाबाद में एसपी रहे थे। फैजाबाद, इलाहाबाद और बुलंदशहर में एसएसपी थे।
पूर्व में तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ उनके ओएसडी भी रहे थे। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने 14 जून 2023 को उन्हें सीआरपीएफ का एडीजी बनाया था।
इससे पूर्व वे यूपी में एडीजी सुरक्षा के पद पर तैनात थे। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो वे तीन भाइयों में छोटे हैं। उनके पिता किशुन सिंह बिजली विभाग में डायरेक्टर के पद पर रहे थे।
योगी सरकार में अहम भूमिका निभा रहे भोजपुर की मिट्टी से जुड़े कई अधिकारी
दरअसल, योगी सरकार में अपराध नियंत्रण में बिहार के भोजपुर जिले के मूल निवासी कई पुलिस अधिकारी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इससे पूर्व बिहार के भोजपुर निवासी 1992 बैच के सीनियर आईपीएस आशुतोष पांडेय एवं 1996 बैच के सीनियर आईपीएस अमिताभ यश अपराधियों को पकड़ने से लेकर उन्हें सजा दिलाने में बिहारी माटी का झंडा बुलंद कर चुके हैं।
आईपीएस आशुतोष पांडेय को जून 2025 में डीजी पद पर प्रोन्नति मिली थी। वर्ष 2012 बैच के आईपीएस संतोष कुमार मिश्रा भी यूपी में लंबे समय से सेवा दे रहे हैं। वे भी भोजपुर की मिट्टी से जुड़े हैं। उनके पिता सेना में थे।
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