Bihar News: इसे लापरवाही कहें या नासमझी? ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र को बना दिया तबेला, जगह-जगह बांध दी गाय-भैंस
बिहार के अगिआंव में एक ऐसा स्वास्थ्य उपकेंद्र है जहां ग्रामीणों ने गाय-भैंस बांध रखी हैं। ग्रामीणों ने अच्छे-खासे स्वास्थ्य केंद्र को तबेले का रूप दे दिया है। हालात ये हो गए हैं कि स्वास्थ्य कर्मचारियों के लाख कहने पर भी ग्रामीण बाज नहीं आ रहे हैं। स्वास्थ्य केंद्र में बंध मवेशियों के कारण हेल्थ स्टाफ में भय का माहौल बना हुआ है।
संवाद सूत्र, अगिआंव। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा बेहतर करने के लिए राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार हो पैसा पानी की तरह बहा रही है। लेकिन धरातल पर मामला कुछ और ही है।
प्रखंड क्षेत्र के किरकिरी पंचायत के चिल्हर स्वास्थ्य उपकेंद्र के भवन में ग्रामीणों द्वारा मवेशी बंधने का मामला प्रकाश में आया है। जिससे स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ मरीजों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने पीएचसी में गाय-भैंस बांधना नहीं छोड़ा
वर्षों पहले स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण इस उद्देश्य से कराया गया था की इलाज करने के लिए यहां पंचायत के लोगों को सुविधा मिल पाएगी, खासकर उन रोगियों के लिए जो कई किलोमीटर की दूरी तय कर पीएचसी अगिआंव आते हैं।
प्रतिदिन सीएचओ के सेंटर पर आने के बाद भी ग्रामीणों ने इस अस्पताल में गाय, भैंस बांधना नहीं छोड़ा।
सीएचओ दुर्गेश कुमार ने क्या कहा?
इस संबंध मे पूछने पर सीएचओ दुर्गेश कुमार ने बताया की मना करने के बावजूद भी लोग इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकी बंधे हुए माशेवियों से इलाज कराने आए मरीज एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों मे भय बना रहता है। कभी-कभार तो मवेशी अंदर भी आ जाते हैं। देखने वाली बात होगी कि इस समस्या का कब तक हल निकल पाता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।