Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Bihar News: 15 साल से स्कूल में पढ़ा रहे थे दो फर्जी शिक्षक, मिला B.Ed का फेक सर्टिफिकेट; विजिलेंस ने दर्ज की FIR

    By dharmendra kumar singhEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Mon, 06 Nov 2023 09:22 PM (IST)

    बिहार में विजिलेंस ने दो फर्जी शिक्षकों का भंडाफोड़ किया है। एक आरोपित ने दो बीएड का फेक सर्टिफिकेट भी बनवा रखा था। दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस प्राथमिकी के बाद फर्जी ढंग से कार्य कर रहे सैकड़ों शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में विजिलेंस फर्जी शिक्षकों पर बड़ी कार्रवाई कर सकती है।

    Hero Image
    15 साल से स्कूल में पढ़ा रहे थे दो फर्जी शिक्षक, मिला B.Ed का फेक सर्टिफिकेट (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, आरा। Bihar Fake Teacher भोजपुर जिले में विगत 15 वर्षों से फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर शिक्षण कार्य कर रहे दो शिक्षकों के मामले का निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने भंडाफोड़ किया है। मामले का खुलासा होने के बाद दोनों के अलावा कई अन्य अज्ञात लोगों पर संबंधित थाने में सोमवार को प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, तरारी प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय राजपुर के प्रखंड नियोजित शिक्षक अभिनव राज बीएड का फर्जी अंक पत्र उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिला स्थित वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से लाए थे।

    उसी के आधार पर वह वर्ष 2008-10 से अब तक नौकरी कर रहे थे। जांच में इसका खुलासा हुआ है। अभिनव राज मूल रूप से गांव धोकरहा, थाना इमादपुर पोस्ट बिहटा के निवासी हैं।

    फर्जी शिक्षक का दूसरा मामला

    दूसरी तरफ, जगदीशपुर थाना क्षेत्र के कौरा पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय मथुरापुर के शिक्षक संजय कुमार पर प्राथमिक दर्ज कराई गई है। ये पंचायत शिक्षक के रूप में वर्ष 2003 से नियोजित है। नौकरी के दौरान इन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का फर्जी मैट्रिक प्रमाण पत्र देकर नौकरी कर रहे थे।

    पटना उच्च न्यायालय के निर्देश पर दोनों के कागजातों की जांच के दौरान इसका खुलासा हुआ है। इसके बाद निगरानी के दरोगा सह केस के आईओ अरुण पासवान के द्वारा संबंधित दोनों थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

    दारोगा ने इस मामले में फर्जी ढंग से प्रमाण पत्र बंदोबस्त करने को ले कर दोनों शिक्षको समेत फर्जीवाड़े में सहयोग करने वाले कई अज्ञात लोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस प्राथमिकी के बाद फर्जी ढंग से कार्य कर रहे सैकड़ों शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।

    ये भी पढ़ें- स्कूलों में 11 से 21 नवंबर तक Diwali-Chhath की छुट्टियां, मगर बच्चों को नहीं मिलेगी फुर्सत; घर पर करना होगा Homework

    ये भी पढ़ें- नौकरी बस एक क्लिक में! ये है नीतीश सरकार का Bihar Hai Taiyar पोर्टल, घर बैठे करें आवेदन; जानें जरूरी बातें