Ara News: VKSU में स्नातक में नामांकन के लिए 32 हजार आए आवेदन, अब बचे हैं सिर्फ इतने दिन
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम सेमेस्टर (2025-29) के नामांकन के लिए 32 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं। अंतिम तिथि 8 जून है। विभिन्न विषयों में 1 लाख 22 हजार सीटों पर नामांकन होना है। राजभवन सचिवालय द्वारा नामांकन प्रक्रिया पर नजर रखी जा रही है। छात्रों को ऑनलाइन आवेदन करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
जागरण संवाददाता, आरा। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में च्वाइस्ड बेस्ट क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के तहत स्नातक प्रथम सेमेस्टर, सत्र 2025-29 में नामांकन के लिए आवेदन करने की रफ्तार तेज है। तीन दिनों में 25 हजार छात्र-छात्राओंं ने तीन सौ रुपये का शुल्क जमा किया हैं। जबकि आवेदन 32 हजार आये हैं।
विभिन्न विषयों में एक लाख 22 हजार हजार सीटों पर नामांकन होना है। जबकि, आवेदन करने के लिए अंतिम तिथि आठ जून सुनिश्चित की गई है।
गत स्नातक के सत्र 2024-29 में नामांकन के लिए एक लाख 22 हजार आवेदन आए थे। इस हिसाब से विश्वविद्यालय में आवेदन करने की गति धीमी है। जबकि इंटर के रिजल्ट जारी हुए दो माह हो चुके हैं।
बिहार भर में एक साथ नामांकन की प्रक्रिया शुरू है। पहली बार नामांकन की प्रक्रिया पर राजभवन सचिवालय की नजर है।
बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में नामांकन की प्रक्रिया शुरू है। राजभवन ने सभी विश्वविद्यालयों को 15 दिन नामांकन की तिथि बढ़ाने का निर्देश दिया है।
जुलाई के दूसरे सप्ताह तक नामांकन लेने का निर्देश है। जुलाई में विश्वविद्यालयों में स्नातक में नामांकन की प्रक्रिया खत्म हो जाएगाी।
हालांकि, पोर्टल खुलते ही आवेदन लेने की प्रक्रिया में तेजी देखी गई थी। दो दिनों के अंदर 1773 आवेदन स्वीकार किए गए थे।
नामांकन के नोडल पदाधिकारी प्रो धीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नामांकन के इच्छुक छात्र-छात्रा आठ जून तक नामांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऐसा नहीं करने वालों को दोबारा अवसर प्रदान नहीं किया जाएगा।
डेटा इंट्री करने में रहें सावधान, त्रुटि होने पर होंगे वंचित
ऑनलाइनआवेदन करने में छात्र-छात्राएं साइबर कैफे की मदद लेने वाले सावधानी से डाटा इंट्री करें। साइबर कैफे वाले आवेदन करते समय नाम, विषय आदि को जल्दी-जल्दी लिखने के चक्कर में त्रुटि कर देते हैं। कभी-कभी तो अभ्यर्थी के ऑनर्स विषय को भी गलत भर देते हैं।
उसी तरह नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि आदि के डाटा इंट्री करने में त्रुटि कर देते हैं। इसके कारण छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय से लेकर कालेज कार्यालय का चक्कर काटना पड़ता है। गत साल में ऑनलाइन आवेदन करने में 382 आवेदन में त्रुटि थी, यह त्रुटि तब पाई गई, जब विश्वविद्यालय ने आवेदक छात्र-छात्राओं को आनलाइन त्रुटि सुधार के लिए दो दिन का समय दिया था।
इसके बावजूद जिन छात्र-छात्राओं ने त्रुटि में सुधार नहीं किया, वे नामांकन से वंचित हो गए थे। अक्सर ऐसी त्रुटि का मामला प्रत्येक साल प्रकाश में आता है।
तीन साल से बढ़ रही आवेदकों की संख्या
स्नातक में नामांकन के लिए विगत तीन साल से आवेदकों की संख्या में वृद्धि है रही है। चार से छह प्रतिशत विकास दर्ज की जा रही है। इसका कारण विश्वविद्यालय में सीटों की संख्या बढ़ना है। नए कुलपति प्रो. शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी के दिशा-निर्देश में गत आठ माह में विश्वविद्यालय का सत्र पटरी पर लौट चुका है।
स्नातकोत्तर का भी सत्र पटरी पर आ जाएगा। इस लिहाज से विश्वविद्यालय में स्नातक के लिए आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़नी चाहिए।
आवेदक एक नजर में
स्नातक में सत्र
2024
2023-27
-2022-25
-2021-24
-2020-23
-2019-22
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