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    भोजपुर में 50 घंटे रखा रहा शव, नहीं मिली 2 गज जमीन, फिर पंच और अधिकारी आए, तब हुआ अंतिम संस्कार

    जानकारी के मुताबिक बड़ौरा गांव निवासी 72 साल के राशिद अंसारी उर्फ राशिद मियां की शुक्रवार देर शाम मौत हो गई। इसके बाद मृतक के बेटों ने घर के पास की जमीन जिस पर राशिद की पत्नी को दफनाया गया था वहां कब्र खोदनी शुरू की।

    By Arun Kumar SinghEdited By: Deepti MishraUpdated: Mon, 10 Apr 2023 07:37 PM (IST)
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    जमीन नहीं मिलने से दो दिन तक नहीं हो सका अंतिम संस्कार।

    संवाद सूत्र, भोजपुर: बिहार के भोजपुर से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। एक बुजुर्ग की मौत के बाद दो दिन तक उसका शव दफनाया नहीं जा सका, क्योंकि मृतक के परिवार को शव दफनाने के लिए दो गज जमीन नहीं मिल पा रही थी। यह घटना गड़हनी थाना क्षेत्र के बड़ौरा गांव की है।

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    जानकारी के मुताबिक, बड़ौरा गांव निवासी 72 साल के राशिद अंसारी उर्फ राशिद मियां की शुक्रवार देर शाम मौत हो गई। इसके बाद मृतक के बेटों ने घर के पास की जमीन, जिस पर राशिद की पत्नी को दफनाया गया था, वहां कब्र खोदनी शुरू की, लेकिन मृतक के भाइयों और उसके परिवार ने जमीन को विवादित बताते हुए कब्र खोदने से रोक दी। इसके बाद मृतक राशिद का शव 50 घंटे से ज्यादा वक्त तक कब्र के इंतजार में रखा रहा। बता दें कि राशिद अंसारी और उनके भाइयों में जमीन को लेकर पहले से विवाद चल रहा था।

    पंच और अधिकारियों की मौजूदगी में दफनाया शव

    राशिद मियां, कैमुद्दीन, मोइनुद्दीन, फूल मोहम्मद और सैफुद्दीन के बीच एक भूमि को लेकर विवाद चला आ रहा था। रविवार को राशिद मियां की मौत हो गई। जब बेटों ने पिता के शव को दफनाने के लिए कब्र खोदना शुरू की तो राशिद के भाइयों ने रोक दिया। इसके बाद दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। फिर पंच और अधिकारियों की उपस्थिति में मृतक रसीद मियां के शव को दफनाया गया।