Bihar: बारात में नाच के दौरान हुए विवाद में रेलवे में कार्यरत युवक की गोली मारकर हत्या, शादी की चल रही थी बात
Railway JE Shot Dead in Ara जनवासा में नाच के दौरान स्टेज पर डांस को लेकर दो गुटों के बीच विवाद में पहले शामियाना में मारपीट हुई फिर बाद में बंदूकें भी तन गईं। इसी दौरान गोली चलने से अभिषेक सिंह की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई।
जागरण संवाददाता, आरा: भोजपुर जिले के कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के जगतपुर-पकड़ी गांव में सोमवार की देर रात बारात में नाच के दौरान उपजे विवाद में एक रेलवेकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद बरातियों और शरातियों में अफरातफरी मच गई। मृतक 23 वर्षीय अभिषेक कुमार सिंह उर्फ भास्कर जगतपुर-पकड़ी गांव निवासी उमेश कुमार सिंह के पुत्र थे। वो मुगलसराय रेल डिविजन में वाराणसी में जूनियर इंजीनियर (जेई) के पद पर कार्यरत थे। मृतक अभिषेक की आंख के बाएं तरफ गोली के निशान पाए गए हैं। मंगलवार की सुबह शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल आरा में कराया गया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
नाच के दौरान दो गुटों के बीच उपजा विवाद
घटना के मूल में नाच के दौरान लड़कों के दो गुटों के बीच उपजे विवाद की बात सामने आ रही है। बड़हरा के कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के पकड़ी गांव निवासी अजय सिंह की पुत्री की बारात आरा टाउन थाना क्षेत्र के मझौंवा गांव से आई थी। जनवासा में बारातियों के मनोरंजन के लिए नाच का इंतजाम था। नाच के दौरान ही स्टेज पर चढ़ने और फरमाइशी गीत पर डांस को लेकर दो गांवों के लड़कों के बीच विवाद हो गया।
इस दौरान पहले शामियाना में मारपीट हुई, फिर बाद में बंदूकें भी तन गईं। विवाद शांत होता इसके पहले ही हथियारबंद तत्वों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें गोली लगने से रेलवे में तैनात अभिषेक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इसके बाद बारातियों और शरातियों में अफरातफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही कृष्णागढ़ थानाध्यक्ष ब्रजेश सिंह घटनास्थल पर पहुंच गए।
मृतक अभिषेक की शादी की चल रही थी बात
बताया जा रहा है कि मृतक अभिषेक सिंह दो दिन पहले ही वाराणसी से छुट्टी लेकर आए थे। वो दो भाइयों में बड़े थे और उनकी शादी को लेकर भी बात चल रही थी। उनका किसी से कोई झगड़ा और विवाद नहीं था। दो दिन पहले ही वाराणसी से छुट्टी लेकर अपने गांव पकड़ी आए अभिषेक पड़ोस की शादी में गए हुए थे। इसी दौरान यह दुखद घटना हो गई। मृतक की मां बबीता गांव में ही पकड़ी कन्या प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका है और पिता उमेश कुमार सिंह रोहतास के बिक्रमगंज में पुलिस विभाग में सिपाही चालक के पद पर कार्यरत हैं। घटना के बाद से स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है।