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    Bihar Bhumi: भोजपुर में परिमार्जन के रिकॉर्ड 22 हजार मामले पेंडिंग, DM ने अफसरों को दी फाइनल डेडलाइन

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 04:00 PM (IST)

    भोजपुर जिले में राजस्व विभाग की स्थिति दयनीय है। दाखिल खारिज के मामले में ज्यादा आवेदन रिजेक्ट हो रहे हैं, तो दूसरी तरफ परिमार्जन में 22 हजार से ज्याद ...और पढ़ें

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    भोजपुर में परिमार्जन के रिकॉर्ड 22 हजार मामले पेंडिंग (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले में राजस्व विभाग की स्थिति दयनीय है। एक तरफ जहां दाखिल खारिज के मामले में ज्यादा आवेदन रिजेक्ट हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ परिमार्जन में 22 हजार से ज्यादा मामले पेंडिंग चल रहे हैं। इस कारण हजारों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस पेंडेंसी में लगभग 50% पेंडिंग मामले केवल आरा सदर अंचल से जुड़े हुए हैं।

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    भोजपुर जिले में जब से दाखिल खारिज में परिमार्जन प्लस सुविधा लाई गई तब से लेकर अब तक जिले में परिमार्जन प्लस के अंतर्गत कुल 21694 मामले पेंडिंग चल रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा परिमार्जन डिजिटाइजेशन में 9716 और रेक्टिफिकेशन से जुड़े 8119 मामले हैं। दूसरी तरफ, 3859 मामले आने के बाद अंचलाधिकारी और राजस्व कर्मचारियों के द्वारा रिवर्ट भी किया गया है।

    21694 मामले पेंडिंग चल रहे हैं। इनमें डिजिटलाइजेशन के ममलों पर नजर डालें तो कुल 9716 में सबसे ज्यादा आरा सदर अंचल में 3276 उसके बाद बड़हरा आंचल में 975 और तीसरे नंबर पर अगिआंव में 678 मामले पेंडिंग चल रहे हैं।

    इसी प्रकार रेक्टिफिकेशन पर नजर डालें तो कुल 8119 मामलों में सबसे ज्यादा आरा सदर अंचल में 1567, पीरो में 1144 और बड़हरा में 947 मामले पेंडिंग हैं।

    इसके अलावा अन्य अंचलों में इन सभी से काफी कम कम मामले पेंडिंग चल रहे हैं। इसी प्रकार रिवर्ट के मामलों पर नजर डालें तो 3859 में डिजिटलाइजेशन के 2257 मामले हैं जिसमें सबसे ज्यादा पेंडेंसी तरारी में 486, शाहपुर में 365 और अगिआंव में 358 है। इसी प्रकार रेक्टिफिकेशन में भी सबसे ज्यादा पेंडिंग मामले तरारी अंचल में ही है। यहां पर 306, जगदीशपुर में 265 और संदेश में 226 मामले रिवर्ट किए गए हैं।

    इसके अलावा, अन्य अंचलों में कम कम मामले हैं। दूसरी तरफ अब तक आए परिमार्जन के कुल 1.30 लाख मामलों में लगभग 1.10 लाख मामलों का निपटारा भी सभी अंचलों में कर दिया गया है। विगत दिनों बढ़ते पेंडेंसी के मामलों को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने दिसंबर माह तक इसे हर हाल में समाप्त करने का निर्देश सभी पदाधिकारी को दिया है।

    अंचलाधिकारी रेक्टिफिकेशन तो कर्मी डिजिटाइजेशन पेंडिंग रखने में हैं आगे

    भोजपुर जिले में पेंडिंग रखने के मामलों में मानों अंचलाधिकारी और राजस्व कर्मचारी में बाजी लग गई है। डिजिटाइजेशन के कुल 9716 मामलों में राजस्व कर्मचारी 5080 मामले पेंडिंग रख सीओ पर बढ़त बनाए हुए हैं, जबकि अंचलाधिकारी के पास 4630 मामले पेंडिंग हैं। इसी प्रकार रेक्टिफिकेशन के 8119 मामलों में अंचलाधिकारी 4309 मामले पेंडिंग रख राजस्व कर्मचारी के पास पेंडिंग 3810 मामलों से काफी आगे बढ़त बनाए हुए हैं।

    आरा सदर अंचल में परिमार्जन के 50% मामले हैं पेंडिंग

    भोजपुर जिले में सबसे ज्यादा परिमार्जन के मामले आरा सदर अंचल में पेंडिंग है। जिले में कुल परिमार्जन के 17835 पेंडिंग मामलों में आरा सदर अंचल में ही केवल 8119 मामले पेंडिंग है। इन में डिजिटाइजेशन से जुड़े 3276 मामले और रेस्टिफिकेशन से जुड़े 4843 मामले पेंडिंग चल रहे हैं। आम लोगों का मानना है कि यहां पर कार्य कराने में अन्य अंचलों के मुक़ाबले काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

    परिमार्जन के पेंडिंग मामलों का अंचलवार डेटा

    अंचल डिजिटाइजेशन रेस्टिफिकेशन कुल
    आरा 3276 1567 4843
    बड़हरा 975 947 1922
    अगिआंव 678 538 1216
    बिहिया 332 525 857
    चरपोखरी 631 503 1134
    गड़हनी 517 363 880
    जगदीशपुर 330 436 766
    कोईलवर 327 348 675
    पीरो 464 1144 1608
    सहार 304 151 455
    संदेश 336 207 543
    शाहपुर 677 699 1376
    तरारी 533 355 888
    उदवंतनगर 336 336 672
    टोटल 9716 8119 17835