Bhojpur Online Fraud: सुनहरे सपने दिखाकर लूट रहे साइबर ठग, हो जाएं सतर्क; नहीं तो आपकी भी जेब हो सकती है खाली
बिहार में साइबर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसे लेकर साइबर टीम लोगों को लगातार जागरूक करने का काम कर रही है। हालांकि इसके बाद भी भोजपुर में करीब तीन महीने में करीब 18 मामले दर्ज हुए हैं। नौ जून को जिले में साइबर थाने की भी स्थापना हुई। जून से लेकर अब तक पांच केस में करीब 18 लाख रुपये रिफंड भी कराए गए हैं।

दीपक, आरा: आप अगर स्मार्ट फोन यूज करते है तो बेवजह आने वाले मैसेज एवं फ्रॉड काल से सावधान रहें, वरना आप कभी भी आनलॉइन ठगी के शिकार हो सकते है।
जी हां, साइबर गिरोह के लोग भोजपुर जिले में आम लोगों से लेकर अफसरों तक को निशाना बना रहे है। ये लोग झांसे में लेकर उनके खाते से रकम की निकासी कर रहे है।
मोबाइल पर फ्रॉड मैसेज एवं लिंक भेजकर लोगों को चूना लगा रहे है। भोजपुर के थानों में लगातार दर्ज हो रहे मामलों से इसके संकेत मिले है। बावजूद साइबर ठगों के मनोबल में कमी नहीं आई है।
तीन महीने में 18 साइबर फ्रॉड केस दर्ज
गौरतलब है कि जिले में नौ जून को साइबर थाने की स्थापना हुई थी। करीब तीन महीने के अंदर करीब 18 मामले दर्ज हुए है।
साइबर टीम ने जून से लेकर अभी तक पांच केस में करीब 18 लाख रुपये रिफंड कराए है। एक मामले में तो 15 लाख 90 हजार रुपये की राशि रिफंड कराई गई है।
केस- 01
शहर के एमपी बाग मोहल्ला निवासी मो. सुहैल अहमद एलआईसी के जोनल कार्यालय पटना में सहायक ऑडिट ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं।
साइबर ठगों ने 31 जुलाई को स्टेशन रोड स्थित पीएनबी शाखा स्थित उनके खाता से चार बार में करीब 11 लाख रुपये की अवैध निकासी कर ली। रिटर्न फाइल करने के दौरान भेजे गए लिंक पर क्लिक करने के बाद अवैध निकासी की बात सामने आ रही है।
केस- 02
शहर के कतीरा मोहल्ला निवासी प्रिय रंजन त्रिवेदी की पत्नी सोनी कुमारी ने करीब तीन सौ रुपये की ऑनलाइन खरीदारी की थी, लेकिन सामान नहीं आने पर उन्होंने गुगल से कथित कंपनी का ऑनलाइन हेल्पलाइन नंबर निकाला और सामान के बारे में पूछे जाने पर बोला गया कि कुछ देर में मिल जाएगा।
इस दौरान उन पर कॉल आते रहे। इस बीच 18 सितंबर को उनके सेन्ट्रल बैंक के खाते से करीब दो लाख 52 हजार रुपये की अवैध निकासी करा ली गई।
केस- 03
बिहिया हॉस्पिटल रोड निवासी अजय चौबे एवं आरा के न्यू कॉलोनी पकड़ी निवासी राजेश त्रिपाठी से जमीन क्रय हेतु अलग-अलग मोबाइल नंबरों से संपर्क किया गया।
इसके बाद जमीन दिखाने के बाद अजय चौबे से करीब 12 लाख 29 हजार एवं राजेश त्रिपाठी से करीब छह लाख रुपये की ठगी कर ली गई। इसके बाद ठगी का अहसास होने पर दोनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
केस- 04
आरा शहर के आनंद नगर निवासी रवि रंजन कुमार के मोबाइल पर 19 अगस्त को एक नंबर से काल आया और काल करने वाले ने अपने को एसबीआई ब्रांच का बताते हुए क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने की बात कही।
इसके बाद उनके वाट्सएप नंबर पर एक लिंक भेजा गया, जिस पर विवरण भरवाया गया। इसके बाद उनके दूसरे बैंक के क्रेडिट कार्ड समेत गुगल पे अकाउंट से करीब 50499 रुपये की अवैध निकासी कर ली गई।
यह भी पढ़ें: Darbhanga: IG ऑफिस के सहायक दारोगा पर उगाही का आरोप, शिकायत के बाद एक्शन में पुलिस मुख्यालय; होगी ये कार्रवाई
केस- 05
कोईलवर के नया हरिपुर गांव निवासी छात्र अतुल कुमार ने इंस्टाग्राम पर एक संस्थान का विज्ञापन देखा था, जिसके नंबर पर उन्होंने संपर्क किया तो जेई मेंस के बारे में ऑनलाइन-ऑफलाइन पढ़ाई के संबंध में जानकारी दी गई।
महज 60 हजार रुपये में हॉस्टल क्लास दोनों की सुविधा देने की बात कही गई। उन्होंने पे फोन के माध्यम से 32 हजार रुपये जमा कर दिए। बाद में ठगी का अहसास होने पर शिकायत दर्ज कराई गई।
यह भी पढ़ें: Bihar Politics: ठाकुर के कुएं में उतरी बिहार की सियासत, मनोज झा की 'कविता' पर राजपूतों ने छेड़ा संग्राम
अधिकांश लोग अपनी गलतियों के कारण ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं। लोगों को फर्जी कॉल एवं मैसेज से बचना चाहिए। साइबर टीम लगातार लोगों को जागरूक कर रही है।- मनोज सुधांशु, थानाध्यक्ष, साइबर थाना
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।