Ara Junction से चलने वाली Garib Rath में परेशान हो रहे यात्री, नहीं खुलते कोच के दरवाजे; बंद रहता AC
आरा से चलने वाली गरीब रथ में यात्रियों को कई असुविधाएं हो रही हैं। टिकट होने पर भी कोच के दरवाजे नहीं खुलते और एसी भी चालू नहीं रहता। रेलवे ने आरा से हावड़ा के लिए ट्रेन शुरू तो की लेकिन यह केवल आरा से पटना के बीच चल रही है। अधिक किराया होने के बावजूद यात्रियों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं जिससे रेलवे को नुकसान हो रहा है।

जागरण संवाददाता, आरा। दानापुर रेल मंडल के अंतर्गत आरा जंक्शन से चलने वाली गरीब रथ स्पेशल एक्सप्रेस में यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। टिकट कटाने के बावजूद ट्रेन के कई कोच के दरवाजे नहीं खोले जाते, न ही एसी (AC) चालू किया जाता है। दैनिक जागरण की पड़ताल में यह चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है।
रेलवे ने आरा से हावड़ा/कोलकाता के लिए वर्षों से लंबित मांग के मद्देनजर गरीब रथ एक्सप्रेस को स्पेशल ट्रेन के रूप में शुरू किया था, लेकिन 03347/48 गरीब रथ स्पेशल केवल आरा से पटना के बीच चलाई जा रही है, वह भी इस तरह कि यात्रियों को मजबूरी में पटना जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ती है।
पूरी तरह वातानुकूलित इस ट्रेन का किराया सामान्य ट्रेनों से 1.5 गुना अधिक है, जिससे अधिकांश सीटें खाली रहती हैं। रेलवे को लगातार घाटा हो रहा है, बावजूद इसके, इस ट्रेन को केवल “स्पेशल ट्रेन” के रूप में चलाया जा रहा है। इसकी वजह से आरा से कोलकाता जाने वाले यात्रियों को आरा से पटना और पटना से कोलकाता के दो टिकट लेने पड़ते हैं।
वेंडर से लेकर कोच अटेंडेंट तक पटना से सवार होते हैं, इसलिए यहां से टिकट लेने वाले यात्रियों को एसी की सुविधा भी नहीं मिल पाती। यार्ड से आने के बाद बोगी खोलने वाला स्टाफ भी नहीं रहता है, ऐसे में लंबी ट्रेन की कौन-सी बोगी खुली है, यह यात्रियों को पूरे प्लेटफॉर्म पर चहलकदमी कर ढूंढ़ना पड़ता है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, अब तक इस ट्रेन को नियमित करने के लिए न तो दानापुर मंडल और न ही हाजीपुर जोनल मुख्यालय से कोई प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। यात्रियों का कहना है कि रेलवे स्पेशल ट्रेन चलाकर केवल खानापूर्ति कर रहा है।
30 सितंबर तक अस्थायी राहत, आगे भविष्य अधर में
रेलवे द्वारा आरा-पटना-कोलकाता गरीब रथ स्पेशल और आरा-राजेंद्र नगर-सिलीगुड़ी कैपिटल एक्सप्रेस को 30 सितंबर तक अस्थायी रूप से चलाने की अधिसूचना जारी की गई है, लेकिन इसके बाद की स्थिति स्पष्ट नहीं है। यदि ट्रेनों को नियमित नहीं किया गया, तो यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
यात्रियों की राय
आरा से पटना-इंदौर एक्सप्रेस का ठहराव न होना हमारी बड़ी समस्या है, जबकि बक्सर में इसका ठहराव है। आरा हमेशा उपेक्षित रहता है। - अदिति श्रीवास्तव, यात्री
स्थानीय जनप्रतिनिधि केवल शेड और पानी की व्यवस्था को ही विकास समझते हैं, जबकि ये पहले से मौजूद हैं।- आर्यन राज (दैनिक यात्री)
नियमित ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन बना आरा से खोला जा रहा है, इससे यात्रियों को हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ता है। - अमित कुमार, यात्री
हावड़ा के लिए वर्षों से ट्रेन की मांग है, लेकिन गरीब रथ को नियमित करने की दिशा में कोई प्रयास नहीं दिखता। - उत्कर्ष कुमार, यात्री
आगामी चुनाव को देखते हुए यात्रियों को केवल गुमराह किया जा रहा है, आरा जंक्शन की राजनीतिक उपेक्षा से नाराजगी है। - प्रभात कुमार, आरा
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