Ara News: कोईलवर में बनने वाले नए रेलवे पुल को लेकर आया अपडेट, अतिक्रमण हटाने को लेकर आ गई डेडलाइन
दानापुर रेल मंडल के कोईलवर में हावड़ा-दिल्ली रेल मार्ग पर नया पुल बनेगा। रेलवे ने अतिक्रमणकारियों को 3 जुलाई तक हटने का नोटिस दिया है। 1862 में बने पुराने पुल पर अभी ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। रेलवे का कहना है कि चिह्नित जमीन पर बसे लोगों को हटना होगा वरना कार्रवाई होगी। निवासियों का दावा है कि उनके पास जमीन के कागजात हैं।

नीरज कुमार, कोईलवर(आरा)। दानापुर रेल मंडल के हावड़ा-दिल्ली मुख्य रेल मार्ग पर कोईलवर में अब्दुल बारी रेल पुल के समानांतर नया रेल पुल बनाने की कवायद शुरू हो गई है।
पुल बनाने के लिए रेलवे ने कोईलवर स्टेशन के उत्तर और दक्षिण में काबिज अतिक्रमणकारियों को तीन जुलाई तक हटने को कहा है।
पूर्व मध्य रेल के द्वारा अतिक्रमण में बसे लोगों को आम सूचना देते हुए सार्वजनिक नोटिस चिपका दिया है। मालूम हो कि कोईलवर में रेल सह सड़क पुल पर ट्रेनों का परिचालन हो रहा है, वह 1862 में बनाया गया था।
सोन नद पर बना पुल दानापुर-मुगलसराय रेल खंड को जोड़ता है, जो दो मंजिला है। ऊपर से रेल मार्ग और नीचे सड़क मार्ग गुजरता है।
स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाए जाने पर रेलवे प्रशासन द्वारा उचित कार्रवाई की बात कही गई है। रेलवे द्वारा चिह्नित की गई जमीन पर अभी सैकड़ों लोग बसे हुए हैं। अतिक्रमण हटाने की नोटिस मिलते ही कोईलवर रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ बसे लोगो के बीच हड़कंप मच गया है।
स्थानीय धर्मेंद्र चौधरी, मनोज कुमार, रिंकी देवी, राम नन्दन प्रसाद, दीपक ठाकुर, शारदा देवी, ममता देवी, प्रभु प्रसाद, मुन्ना समेत एक सौ से ज्यादा लोगों ने बताया कि रेलवे ने उन्हें तीन जुलाई तक अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दिया है।
कोईलवर में रेलवे लाइन के दोनों तरफ बसे लोगों ने बताया कि हावड़ा-दिल्ली मेन रेल मार्ग के उत्तर में 234 फीट और दक्षिण में 237 फीट रेलवे ने अपना जमीन का दावा करते हुए कच्चा और पक्का बने मकान को हटाने का आदेश दिया है।
रेलवे ने दक्षिण दिशा में अपने जमीन होने का दावा करते हुए पीलर भी गाड़ दिया है। इधर, नोटिस पाए लोगों ने बताया कि जिस जमीन को रेलवे अपना होने का दावा कर रहा है, जमीन उनलोगों के नाम से रजिस्ट्री कागजात, दाखिल-खारिज और अपडेट लगान रसीद कट रहा है।
जिस जमीन पर कई वर्षों से रह रहे है। कुछ लोगों की परती जमीन है, जिस पर वे मकान बनाना शुरू किए तो रेलवे ने आपत्ति जताते हुए निर्माण कार्य रोकवा दिया।
रेलवे द्वारा अतिक्रमण हटाने सम्बंधित कोई सूचना नहीं दी गयी है। न ही दाखिल-खारिज रोकने को लेकर रजिस्ट्री या भू-अर्जन कार्यालय में भी रोक का नोटिस दिया गया है। -प्रियंका कुमारी, सीओ, कोईलवर।
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