Ara News: गंगा कटाव से जवइनिया के 200 परिवार बेघर, भूमिहीन परिवारों को जमीन आवंटन का प्रस्ताव
शाहपुर के जवइनिया गांव में गंगा नदी के कटाव से लगभग 200 परिवार बेघर हो गए हैं जिनमें कई गरीब सामान्य वर्ग के परिवार शामिल हैं। प्रशासन द्वारा मुआवजा और भूमि आवंटन की प्रक्रिया जारी है जिसमें 182 परिवारों को मुआवजा देने की तैयारी है। भूमिहीन परिवारों को बिलौटी पंचायत में बसाने का प्रस्ताव है और कटाव पीड़ितों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।

संवाद सूत्र, शाहपुर (आरा)। कगंगानदी में कटाव के कारण प्रखंड के जवइनिया गांव के करीब दो सौ परिवारों का मकान गंगा नदी में विलीन हो चुका है। इनमें बड़ी संख्या में सामान्य वर्ग के गरीब परिवार हैं। गांव के वार्ड संख्या चार व पांच के एक दर्जन घरों को छोड़ दिया जाए तो पूरा गांव ही जलप्लावित हो चुका है।
पीड़ित परिवार अपने नाते रिश्तेदारों पास रहने को विवश हैं। वहीं, बहुत सारे परिवार तटबंध पर परिवार के साथ पिछले दो महीने से शरण लिए हुए हैं।
पिछले वर्ष 2024 में हुए कटाव के दौरान गांव के कुल 64 परिवारों का घर गंगा नदी विलीन हो गया था। इसके बाद प्रशासन द्वारा 59 परिवारों को पप्रति परिवार एक लाख बीस हजार रुपये मुआवजा के तौर पर दिया गया था।
हालांकि, इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा प्रगति यात्रा कार्यक्रम में 29 परिवारों को जमीन का पर्चा भी दिया गया था। कुछ कारण वश पर्चाधारियों को जमीन पर कब्जा नही दिलाया जा सका था।
इधर, प्रशासन द्वारा इस वर्ष कटाव पीड़ितों के पुनर्वास के लिए गांव के करीब 182 परिवारों की सूची मुआवजे के लिए तैयार किया गया है। जिसमें से 70 से 75 भूमिहीन परिवार ही सरकारी स्तर से जमीन के पर्चा के लिए पात्र हैं।
इनके लिए प्रशासन द्वारा प्रखंड के बिलौटी पंचायत के वार्ड संख्या ग्यारह में करीब पांच एकड़ सरकारी जमीन पर बसाने के लिए प्रस्ताव रखा गया है। सभी पात्रता रखने वाले कटाव पीडितो को प्रति परिवार तीन डिसमिल जमीन आवंटित किया जाएगा। वहीं, जिन लोगों का मकान कटाव में विलीन हो चुका है। उन्हें प्रति परिवार एक लाख बीस हजार रुपये सरकार की ओर से दिया जाएगा।
स्थानीय विधायक राहुल तिवारी ने कहा कि सभी कटाव पीड़ित परिवारों को मुआवजा व जमीन बिना भेदभाव के मिलना चाहिए, क्योंकि एक कोई सामान्य पर्चा तो है नही। यह तो कटाव के कारण मकान व जमीन खो चुके लोगों के लिए विशेष पर्चा हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।