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    Bhojpur News: 16 की सड़क रह गई बस 4 फीट की, अब सोनार पट्टी में चलेगा बुलडोजर

    By Kaushal Kumar Mishra Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Fri, 05 Dec 2025 05:39 PM (IST)

    भोजपुर के आरा शहर में नगर निगम अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कदम उठाने जा रहा है। सोनार पट्टी में 16 फीट की सड़क अतिक्रमण के कारण केवल 4 फीट की रह गई है, जिस ...और पढ़ें

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    सड़क की मापी के दौरान नक्‍शा देखते कर्मी। जागरण

    संवाद सूत्र, बिहिया (आरा)। Ara News: नगर पंचायत बिहिया में अतिक्रमण हटाओ अभियान तेज़ हो गया है। शुक्रवार को नगर प्रशासन की टीम अमीन व नक्शे के साथ सोनार पट्टी गली पहुंची। वहां मापी कराकर अतिक्रमण की पहचान की गई।

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    मापी के अनुसार गली में जगह-जगह किए गए स्थाई निर्माण पूरी तरह अतिक्रमण की श्रेणी में पाए गए हैं, जिन्हें जल्द ही तोड़ा जाएगा। संभावित कार्रवाई को देखते हुए स्थानीय लोगों में मायूसी साफ झलक रही है। 

    गौरतलब है कि दो दिन पहले जब प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची थी तो स्थिति देखकर अधिकारी दंग रह गए थे। लगभग 16 फीट चौड़ी गली में अतिक्रमण के कारण कई स्थानों पर रास्ता सिर्फ 5 से 6 फीट ही बचा था।

    गली के दोनों ओर लोगों ने स्थाई निर्माण कर रास्ता संकरा कर दिया है। जिसके बाद विस्तार से मापी कराने का निर्णय लिया गया था।अधिकारियों का कहना है कि मापी के आधार पर कार्रवाई होने के बाद गली का रूप पूरी तरह बदल जाएगा। 

    हर इलाके में चले अभियान 

    स्थानीय लोगों की मांग है कि केवल सोनार पट्टी ही नहीं, बल्कि बिहिया की हर गली में इसी तरह मापी कराकर अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए।

    जानकारी हो कि सोनार पट्टी गली में दर्जनों परिवार स्वर्ण व्यवसाय से जुड़े हैं, जिससे यह इलाका काफी व्यस्त और भीड़भाड़ वाला रहता है। ऐसे में गली संकरी होने से सालों से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही थी।

    अब मापी के बाद साफ है कि जल्द ही यहां बुलडोजर की गर्जना सुनाई दे सकती है।

    फुटपाथी दुकान हटाये जाने पर दर्जनों परिवार के सामने रोजी रोटी की समस्या

    उधर कोईलवर नगर में बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के पांच दर्जन से अधिक ठेला, खोमचा एवं अस्थायी फुटपाथी दुकानों को हटाए जाने से स्थानीय दुकानदारों के सामने गंभीर संकट खड़ा हो गया है।
    अवैध अतिक्रमण हटाये जाने पर जिन दुकानदारों की रोजमर्रा की आय इन्हीं दुकानों पर निर्भर थी, उनका अब परिवार चलाना मुश्किल हो गया है।