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    Bhojpur Crime: कहां है दादी की बेरहमी का श‍िकार नवजात? रोहतास से लेकर झारखंड तक से जुड़े तार

    By Deepak Singh Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Fri, 19 Dec 2025 08:16 PM (IST)

    भोजपुर जिले के गड़हनी थाना क्षेत्र में नवजात शिशु की खरीद-बिक्री मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ग्रामीण चिकित्सक समेत तीन को गिरफ्तार किया है। श ...और पढ़ें

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    पकड़े गए ग्रामीण चिकित्सक समेत अन्य आरोपिताें के साथ पुलिस। जागरण

    जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले के गड़हनी थाना क्षेत्र के अगिआंव पीएचसी अस्पताल के बाहर जन्म के तत्काल बाद नवजात बच्चे की खरीद-बिक्री के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।

    इस कांड में संलिप्त ग्रामीण चिकित्सक समेत उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, नवजात शिशु की बरामदगी अब तक नहीं हो सकी है।

    गिरफ्तार आरोपितों में रोहतास जिले के सूर्यपुरा थाना क्षेत्र के हुकाडीह गांव निवासी ग्रामीण चिकित्सक अरविंद उर्फ हरिशंकर पंडित, भोजपुर जिले के तियर थाना क्षेत्र के अंधारी बाग निवासी बंटी कुमार तथा औरंगाबाद जिले के कास्मा थाना क्षेत्र के विसंभरपुर निवासी संदीप कुमार शामिल हैं। 

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    झारखंड के रामगढ़ की मह‍िला को बेचा 

    ग्रामीण चिकित्सक अरविंद पीरो और दिनारा में निजी क्लिनिक चलाता था, जबकि संदीप गोह (औरंगाबाद) में नर्सिंग होम संचालक बताया जाता है। बंटी पीरो स्थित निजी क्लिनिक में कर्मी था।

    पुलिस पूछताछ में तीनों ने स्वीकार किया है कि नवजात शिशु को चार लाख रुपये में झारखंड के रामगढ़ की एक महिला को बेचा गया है। गड़हनी थानाध्यक्ष कमलजीत ने बताया कि खरीद-बिक्री की पूरी डीलिंग रोहतास जिले के दिनारा में हुई थी।

    पहले ग्रामीण चिकित्सक को गिरफ्तार किया गया, इसके बाद उसके दोनों सहयोगियों को पीरो व औरंगाबाद दबोचा गया। शिशु की बरामदगी और झारखंड की संदिग्ध महिला की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।

    गौरतलब है कि सात दिसंबर को अगिआंव पीएचसी में नारायणपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव निवासी चितरंजन कुमार की पत्नी खुशबू कुमारी ने नवजात को जन्म दिया था।

    आरोप है कि अस्पताल के बाहर साजिश के तहत उसकी सास क्रिंता देवी ने नवजात को 50 हजार रुपये में बेच दिया। इस संबंध में 16 दिसंबर को पीड़िता के बयान पर गड़हनी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

    इस मामले में पहले ही पीड़िता की सास नारायणपुर निवासी क्रिंता देवी, पति पंकज रवानी, पड़ोसी कविता देवी (पति महेंद्र शर्मा), कविता की रिश्तेदार व धनगाई थाना क्षेत्र के मिठहा गांव निवासी होमगार्ड जवान चांदनी शर्मा (पति संतोष शर्मा) तथा चिकित्सक की सहयोगी नर्स प्रीति कुमारी (पति पप्पू कुमार) को गिरफ्तार किया जा चुका है। सास के पास से बिक्री के 49 हजार रुपये भी बरामद किए गए थे।्र---

    ग्रामीण चिकित्सक का महिला सिपाही के बारे में बड़ा खुलासा 

    गिरफ्तार ग्रामीण चिकित्सक अरविंद ने पूछताछ में बताया कि नवजात को खरीदने के एवज में उसने महिला होमगार्ड जवान चांदनी शर्मा को साढ़े तीन लाख रुपये दिए थे।

    आरोप है कि चांदनी शर्मा ने नवजात की दादी और पीड़ित महिला की सास क्रिंता देवी को मात्र 50 हजार रुपये ही दिए थे। गिरफ्तार महिला होमगार्ड जवान आरा समाहरणालय में आदेशपाल के पद पर कार्यरत बताई जाती है और वर्तमान में आरा के गोढ़ना रोड में रहती थी।

    झारखंड से ओड़िशा तक तार जुड़ने की संभावना

    नवजात की खरीद-बिक्री के मामले में अंतरराज्यीय गैंग कनेक्शन के पुख्ता संकेत मिले है। गैंग के तार झारखंड से ओड़िशा तक जुड़े होने की संभावना जतायी जा रही है। झारखंड के रामगढ़ की महिला की गिरफ्तारी के बाद ही आगे का बड़ा राज खुल सकेगा।