भोजपुर के 55,953 किसानों को फसल क्षति के लिए 15 करोड़ रुपये का मुआवजा, खाते में पैसा आना शुरू
भोजपुर जिले के छह प्रखंडों के 55953 किसानों को फसल क्षति के लिए लगभग 15 करोड़ रुपये का मुआवजा मिलना शुरू हो गया है। यह राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जा रही है। सबसे अधिक मुआवजा बड़हरा के किसानों को मिला है जबकि कई किसानों के आवेदन तकनीकी कारणों से अस्वीकृत भी हुए हैं।

जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले के छह प्रखंडों के 77 पंचायतों के किसानों को फसल क्षति की राशि का आना शुरू हो गया। एक अक्टूबर से लाभार्थियों के बैंक खाते में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से राशि का आना शुरू हो गया है।
55,953 किसानों को करीब 15 करोड़ रुपये की राशि भेजी जानी है। जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि जिले में खरीफ फसल की क्षति हुई है। बिहार में सबसे अधिक भोजपुर जिले के किसानों को फसल क्षति का मुआवजा मिला है।
छह प्रखंडों के किसानों को मुआवजा
छह प्रखंडों के किसानों को फसल क्षति के लिए 15 करोड़ 22 लाख 37 हजार 168 रुपये मुआवजा मिलेगा। इन किसानों के 1421864.11 डिसमिल जमीन में फसल क्षति का मुआवजा दिया जा रहा है।
इसमें आरा सदर के 22 पंचायत, बिहिया के आठ, उदवंत नगर के सात, कोईलवर के चार, शाहपुर के 21 पंचायतों का रकबा बाढ़ से प्रभावित हुआ है। इन पंचायतों के 14 लाख 21 हजार आठ सौ 64 डिसमिल जमीन का फसल क्षति का मुआवजा मिलेगा।
इसमें बड़हरा प्रखंड के सिंचित भूमि 1436.5 हेक्टेयर और असिंचित भूमि 2043 हेक्टेयर है। बड़हरा के कुल 3485 हेक्टेयर रकबा बाढ़ से प्रभावित है। इसके बाद आरा सदर के 16 प्रखंडों के 2015 हेक्टेयर और असिंचित भूमि 489 हेक्टेयर मिलाकर कुल 2504 हेक्टेयर जमीन प्रभावित है।
बिहिया प्रखंड के 1423 हेक्टेयर सिंचित व 96.1 मिलाकर कुल 1519.3 हेक्टेयर रकबा बाढ़ से प्रभावित है। उदवंतनगर के 262 और कोईलवर के 750 हेक्टेयर केवल सिंचित रकबा बाढ़ से प्रभावित है।
शाहपुर के 21 प्रखंडों में 2568 व 8403 हेक्टेयर असिंचित रकबा बाढ़ से प्रभावित है। जिनकी फसल 33 प्रतिशत से अधिक क्षति हुई है, उसी को मुआवजा मिलेगा। प्रभावित प्रखंडों के किसानों से आनलाइन आवेदन लिया गया है। सबसे अधिक बड़हरा के 22 पंचायत का रकबा प्रभावित हुआ है।
15 हजार किसानों के आवेदन हुए अस्वीकृत
कृषि विभाग के जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि जिले के 71386 किसानों ने फसल क्षति के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन इसमें केवल 55,953 आवेदन ही स्वीकृत किया गया।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आवेदन को स्वीकृत करने में तकनीकी परेशानी हो रही थी। हजारों आवेदन में जमीन के कागज नहीं थे। इस तरह से 14433 आवेदन को अस्वीकृत कर दिया गया। कई आवेदन में फर्जी कागज जोड़ दिया गया था, जिसको लेकर कर्मचारी परेशान रहे।
उन्होंने बताया कि सिंचित भूमि के लिए 17 हजार प्रति हेक्टेयर, असिंचित के लिए 8500 प्रति हेक्टेयर और बारमासी के लिए 22 हजार पांच सौ रुपये का मुआवजा देने का प्रविधान है। इस हिसाब से बड़हरा के किसानों को चार करोड़ 17 लाख 85 हजार रुपये मुआवजा मिला।
बिहिया प्रखंड को एक करोड़ 19 लाख, उदवंतनगर को 34 लाख 52 हजार, आरा सदर काे दो करोड़ 57 लाख, 48 हजार 154 रुपये, कोईलवर को 43 लाख 69 हजार और शाहपुर प्रखंड को पांच करोड़ 72 लाख रुपये फसल मुआवजा दिया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।