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    भोजपुर में मिठाई दुकानदार और पुत्र की डबल मर्डर मिस्ट्री सुलझी... सूरज ने ही मारी थी गोली, अवैध संबंध हुई थी हत्या

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 03:08 PM (IST)

    भोजपुर में मिठाई दुकानदार प्रमोद महतो और उनके बेटे प्रियांशु की हत्या का खुलासा हुआ। पुलिस पूछताछ में सूरज कुमार सिंह ने हत्या की बात कबूली। द्वारिका शर्मा का मृतक की पत्नी से अवैध संबंध था, जिसके चलते उसने अशोक सिंह को सुपारी दी थी। अशोक ने सूरज के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और चार्जशीट की तैयारी कर रही है।

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    जागरण संवाददाता, आरा(भोजपुर)। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेलघाट के पास मिठाई दुकानदार प्रमोद महतो और उनके छोटे पुत्र प्रियांशु कुमार की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस की क्रॉस पूछताछ में यह साफ हो गया कि दोनों की हत्या सूरज कुमार सिंह ने ही की थी। गिरफ्तार आरोपित अशोक सिंह और जेल से रिमांड पर लिए गए सूरज से पूछताछ के दौरान पूरे घटनाक्रम की परतें खुलती चली गईं।

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    पुलिस ने सूरज से हत्या में प्रयुक्त हथियार के बारे में पूछताछ की तो उसने एक तीसरे व्यक्ति का नाम बताया, लेकिन जब पुलिस ने उस शख्स को हिरासत में लिया तो उसने हथियार रखने से साफ इनकार कर दिया।

    इसके बाद पुलिस ने अपने स्तर से घटनाक्रम को जोड़ा और असली साजिश सामने आ गई।

    चार नवंबर को पुलिस ने नवादा थाना क्षेत्र के बहीरो निवासी द्वारिका शर्मा और कारीसाथ गांव निवासी सूरज कुमार को गिरफ्तार किया था।

    दोनों के मोबाइल भी जब्त किए गए थे। पूछताछ में पहले से आपराधिक इतिहास वाले सूरज ने अशोक सिंह का नाम भी उगल दिया।

    कांड की जड़ मृतक प्रमोद महतो के निजी विवाद से जुड़ी निकली। प्रमोद महतो पहले उदवंतनगर के कसाप गांव के रहने वाले थे, बाद में बहीरो और फिर पियनिया में घर बनाकर बसे थे।

    मुख्य साजिशकर्ता द्वारिका शर्मा, जो पहले प्रमोद का पड़ोसी रह चुका था, का मृतक की पत्नी से अवैध संबंध था। इसी कारण उसने प्रमोद को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।

    द्वारिका ने अशोक सिंह को चार लाख रुपये की सुपारी दी, जिसमें एक लाख रुपये एडवांस में दिए गए। इसके बाद अशोक ने अपना काम सूरज को सौंप दिया।

    30 अक्टूबर की शाम करीब 7 बजे द्वारिका ने प्रमोद और उनके बेटे प्रियांशु को पैसे का लालच देकर कारीसाथ गांव बुलाया। वहां से विश्वास में लेकर दोनों को बेलघाट की तरफ ले जाया गया।

    प्रियांशु अपनी बाइक पर सूरज को बैठाकर चला था, जबकि प्रमोद अशोक की बाइक पर बैठे थे। रास्ते में सुनसान जगह पर सूरज ने पहले प्रियांशु को और फिर प्रमोद को गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद सभी आरोपी फरार हो गए।

    पुलिस पूरे मामले की कड़ियों को जोड़ते हुए अब चार्जशीट की तैयारी में जुट गई है।