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    आरा में लाखों रुपये खर्च कर बने पंचायत भवन को 'सरकार' का इंतजार, एक परिवार का बना डेरा

    Updated: Sat, 29 Nov 2025 12:52 AM (IST)

    पिपरा जगदीश पंचायत के पिपरा जगदीश गांव के समीप बना पंचायत सरकार भवन की वर्तमान स्थिति के बारे में पंचायत सचिव प्रविंद्र कुमार कुछ नहीं जानते। यह भवन 2021-22 में बना था। पंचायत सचिव ने मोबाइल फोन पर बताया कि पहले के मुखिया से वर्तमान मुखिया प्रभार में नहीं लिए थे।

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    लाखों रुपये खर्च कर बने पंचायत भवन को 'सरकार' का इंतजार। फोटो जागरण

    संवाद सूत्र, बिहिया (आरा)। ग्रामीण विकास को सशक्त करने और पंचायत स्तर पर प्रशासनिक सुविधाएं एक जगह उपलब्ध कराने के लिए लाखों रुपये की लागत से बिहिया प्रखंड के विभिन्न पंचायतों निर्मित पंचायत सरकार भवन आज अपने मूल उद्देश्य को पूरा करने में विफल साबित हो रहे हैं।

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    सरकार की मंशा थी कि इन भवनों से ग्रामीणों को प्रमाणपत्र, जनसुनवाई, योजनाओं की जानकारी और सरकारी कर्मियों की उपस्थिति जैसी सुविधाएं सहज रूप से मिलें, लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत नजर आ रही है। भवन तो आधुनिक बन गए, लेकिन उनमें गतिविधियां नहीं चलती जिसके कारण वे अधिकांश समय सूने पड़े रहते हैं।

    पिपरा जगदीश पंचायत के पिपरा जगदीश गांव के समीप बना पंचायत सरकार भवन की वर्तमान स्थिति के बारे में पंचायत सचिव प्रविंद्र कुमार कुछ नहीं जानते। यह भवन 2021-22 में बना था। पंचायत सचिव ने मोबाइल फोन पर बताया कि पहले के मुखिया से वर्तमान मुखिया प्रभार में नहीं लिए थे।

    वर्तमान स्थिति के बारे में उनका कहना था कि वो अभी बंद है। मुझे कार्यालय मिला है नावाडीह गांव के सामुदायिक भवन में। जब पंचायत भवन के वर्तमान स्थिति की पड़ताल की गई तो यह देख आश्चर्य हुआ कि भवन का ताला खुला हुआ था। अंदर जाने पर दिखा कि एक व्यक्ति अपने बीबी बच्चों के साथ डेरा डाले है।

    एक कमरे में चारपाई, बिछौना, चूल्हा चौका और खाने पीने का सामान, धान का बोझा से लेकर बाजा तक रखा हुआ है। उसने अपना नाम पिंटू ठाकुर बताते हुए कहा कि मुखिया जी देख भाल के लिए रखे है। वो चार पांच माह से परिवार के साथ रह रहा है। इससे सहज हीं अंदाजा लगाया जा सकता है कि भवन का किस तरह दुरपयोग हो रहा है।

    जानकारी के अनुसार, पंचायत सरकार भवन तक जाने का रास्ता न होने के मुद्दे पर वर्तमान मुखिया ने पंचायत निधि से नावाडीह गांव स्थित सामुदायिक भवन का पुनर्निर्माण कराकर यही गतिविधियां चलाते है, जबकि यहां बरसात को छोड़ अन्य दिनों में रास्ते की कोई समस्या नहीं है। मुखिया प्रतिनिधि चंद्रशेखर राय उर्फ बबलू राय ने बताया कि भवन मेरे अंडर में नहीं है।