Ara Junction: 100 करोड़ की क्लब में शामिल होने की ओर आरा जंक्शन, उधर सामने आई बड़ी कमी; यहां जानें 8 महीने की कमाई
आरा जंक्शन से रेलवे को वित्तीय वर्ष 2024-25 में सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व हासिल होने की उम्मीद है। पहले आठ महीने में ही 80 करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व मिल चुका है। यह आरा जंक्शन के लिए एक नया कीर्तिमान होगा जो पूर्व मध्य रेल के सौ करोड़ी क्लब में शामिल होने की ओर अग्रसर है।

रितेश चौरसिया, आरा। देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था के बीच यात्री परिवहन में रेलवे पर बढ़ती निर्भरता का असर है कि आरा जैसे छोटे जंक्शन से भी रेलवे को सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व हासिल हो रहा है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में आरा जंक्शन पूर्व मध्य रेल के सौ करोड़ी क्लब वाले स्टेशनों में शामिल होने की ओर अग्रसर है। वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले आठ महीने में अप्रैल से नवंबर तक रेलवे को आरा जंक्शन से 80 करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व हासिल हो चुका है।
अगले चार महीने में राजस्व का आंकड़ा सौ करोड़ से काफी ज्यादा जानो की उमीद है। वर्ष 2023-24 में आरा जंक्शन ने रेलवे को 98 करोड़ 65 लाख रुपये का योगदान दिया था। बीते वित्तीय र्ष में नवंबर तक राजस्व का आंकड़ा 70 करोड़ रुपये से नीचे रहा था।
इस साल आरा जंक्शन फिर कमाई के मामले में नया कीर्तिमान रचने जा रहा है। आरा जंक्शन ने ईसीआर रेलवे के कई प्रमुख स्टेशनों को पीछे छोड़ टॉप 10 में अपना स्थान बनाया है।
आरा उपलब्धि इसलिए भी खास है कि यहां से लंबी दूरी की महज एक-दो ट्रेनों का ही परिचालन होता है। जबकि, कई ऐसे स्टेशन आरा से पीछे हैं, जहां से अधिक संख्या में लंबी दूरी की ट्रेनें खुलतीं हैं। जन सुविधाओं के मामले में भी आरा जंक्शन की स्थिति दयनीय है।
वित्तीय वर्ष 2024-2025 के अप्रैल से नवंबर माह तक रेलवे वाणिज्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों में आरा जंक्शन से कुल 80 करोड़ 57 लाख का राजस्व के साथ 10 वे स्थान पर काबिज है। इसमें अनारक्षित टिकट वाले यात्रियों से 22.84 करोड़ तथा आरक्षित टिकट वाले यात्रियों से 57.72 करोड़ की आय हुई है।
इसी अवधि में आरा से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 44 लाख 79 हजार 477 हजार रही। वही आरा जंक्शन पर अपनी यात्रा समाप्त करने वाले यात्रियों की संख्या 42 लाख 92 हजार 654 रही, यानी आरा जंक्शन का कुल फुटफाल इस अवधि में 8772121 रहा।
राजस्व के मामले में सूची में शीर्ष पर पटना, दूसरे पर दानापुर, तीसरे पर मुजफ्फरपुर, नौ पर राजेन्द्र नगर तथा आरा से पीछे 11वें स्थान पर पाटलिपुत्र है। वहीं, बक्सर 12 वे नंबर पर है।
यात्री सुविधाओं के मामले में फिसड्डी
- राजस्व के मामले में नए कीर्तिमान गढ़ रहा आरा जंक्शन यात्री सुविधाओं के मामले में फिसड्डी है। न ढंग का टायलेट है और न ही प्रतीक्षालय है। एक प्रतीक्षालय है भी तो वह कुलियों को दे दिया गया है।
- प्लेटफार्म नंबर दो की ऊंचाई कम होने से आए दिन हादसे होते हैं और ट्रेन में चढ़ने-उतरने के क्रम में यात्रियों की जान जाती है। सभी प्लेटफार्म पर एस्कलेटर तक नहीं है। दो नंबर प्लेटफार्म पर डेढ़ सालों से रैंप बन रहा है, लेकिन यह कब चालू होगा, इस पर अधिकारी चुप्पी साध लेते हैं।
राजधानी एक्सप्रेस और पटना-इंदौर के ठहराव की मांग नहीं हुई पूरी
लम्बे वक्त से यात्रियों द्वारा आरा जंक्शन पर राजधानी एक्सप्रेस और पटना इंदौर के ठहराव की मांग की जा रही है लेकिन अबतक दानापुर रेल मंडल व हाजीपुर मुख्यालय द्वारा इसपर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है।
वहीं, कैपिटल एक्सप्रेस व कोलकाता गरीब रथ को फिलहाल आरा जंक्शन से 31 दिसम्बर तक स्पेशल के तौर पर विस्तार दिया गया है। जिससे यात्रियों को लाभ तो हुआ है, लेकिन यात्रा करने के लिए दो बार रिजर्वेशन करवाना पड़ता है।
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