भोजपुर: 50 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, BJP नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह के मर्डर मामले में था वांटेड
भोजपुर के एसपी प्रमोद कुमार ने शनिवार दोपहर प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि गिरफ्तार उमाशंकर मिश्रा शाहपुर थाना के करनामेपुर ओपी के सोनवर्षा गांव का निवासी है। पहले से हत्या आर्म्स एक्ट और रंगदारी के कई केस में आरोपी है। पटना हाई कोर्ट ने आरोपी उमाशंकर की गिरफ्तारी को लेकर बिहार डीजीपी को विशेष दिशा-निर्देश दिए थे।

जागरण संवाददाता, आरा: भोजपुर जिले के चर्चित भाजपा नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या मामले में वांटेड 50 हजार रुपये का इनामी बदमाश शनिवार को पकड़ा गया। इनामी बदमाश उमाशंकर मिश्रा को आरा सिविल कोर्ट- रमना मैदान रोड से गिरफ्तार किया गया है।
भोजपुर के एसपी प्रमोद कुमार ने शनिवार दोपहर प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि गिरफ्तार उमाशंकर मिश्रा शाहपुर थाना के करनामेपुर ओपी के सोनवर्षा गांव का निवासी है। पहले से हत्या, आर्म्स एक्ट और रंगदारी के कई केस में आरोपी है।
कई दिनों से पीछे पड़ी थी STF की टीम
पटना हाई कोर्ट ने आरोपी उमाशंकर की गिरफ्तारी को लेकर बिहार डीजीपी को विशेष दिशा-निर्देश दिए थे। उमाशंकर के क्रिमिनल रिकॉर्ड को देखते हुए राज्य सरकार ने उसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए बिहार एसटीएफ की टीम भी कई दिनों से लगी हुई थी।
किस मामले में वांटेड है उमाशंकर?
28 सितंबर, 2018 को विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या मामले में पुलिस ने आरोपी को पकड़ा था। सितंबर, 2022 में उमाशंकर अपने पिता के श्राद्ध कर्म को लेकर जेल से एक महीने के लिए पैरोल घर गया था, जिसके बाद पैरोल अवधि खत्म होने पर भी वह जेल में नहीं लौटा।

उमाशंकर मिश्रा फाइल फोटो
इसके बाद कोर्ट ने कुर्की वारंट जारी किया था। 9 नवंबर, 2022 को पुलिस ने सोनवर्षा स्थित वांछित के घर पर कुर्की-जब्ती की थी। पुलिस ने घर के दरवाजे-खिड़की उखाड़ दिए। टीवी, पंखा, पलंग और सोफा समेत 52 सामान जब्त कर लिए गए थे।
8 मई, 2023 की रात पुलिस ने करनामेपुर ओपी के सोनवर्षा गांव में दो गुटों के करीबियों के घरों पर छापेमारी कर एक राइफल और करीब 70 कारतूस बरामद किए थे। इसके साथ, उमाशंकर मिश्रा और दो बेटों समेत छह को नामजद किया गया था।
झारखंड और यूपी में की धरपकड़
पुलिस इनामी उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी के लिए यूपी और झारखंड में पिछले कई दिनों से छापेमारी कर रही थी। बिहार एसटीएफ के भी चुनिंदा अफसरों को लगाया गया है। यूपी के गोरखपुर में भी छापेमारी हुई थी। एसपी के अनुसार, लगातार दबाव बनाए जाने के बाद वह ट्रेन से आरा आया था।
इसके बाद चोरी-छिपे किसी वकील से मिलने के कोर्ट जा रहा था तभी उसे डीआईयू टीम ने धर दबोचा। एसपी ने बताया कि पकड़े गए वांछित के मददगारों को भी चिह्नित किया जा रहा है।
DGP व SP को हाईकोर्ट ने किया था तलब
भाजपा के तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष रहे विशेश्वर ओझा हत्याकांड के मुख्य गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या में नामजद वांछित आरोपी उमाशंकर मिश्रा को दोबारा गिरफ्तार नहीं किए जाने पर पटना हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई थी।

इसी के साथ 5 जुलाई को सूबे के डीजीपी व एसपी को पटना हाईकोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश दिया था। सितंबर, 2022 से फरार चल रहे वांटेड बदमाश उमाशंकर को गिरफ्तार करने के बाद एसपी ने दस हजार रुपये का इनाम देकर टीम को पुरस्कृत किया है।

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