केवल टमाटर ही नहीं, मसाले भी बिगाड़ रहे सब्जियों का जायका, तीन महीने में 300 रुपये से ज्यादा महंगा हुआ जीरा
पिछले कुछ महीनों से टमाटर की बेतहाशा कीमतों ने खुदरा महंगाई में आग लगा दी है। ब्जियों का तड़का लगाने वाला जीरा तीन सौ रुपये महंगा हुआ है। जो लहसुन वर्ष 2022 में आजकल के महीनों में 40 रुपए किलो बिका था इस बार वही लहसुन 140 रुपए किलो तक पहुंच गया है। इसके अलावा दाल कीमतों में भी भारी बढ़ोतरी हुई है।

जागरण संवाददाता, आरा : भारतीय पकवानों का जायका मसलों पर निर्भर करता है। पिछले कुछ महीनों से टमाटर की बेतहाशा कीमतों ने खुदरा महंगाई में आग लगा दी है। हालांकि, लोगों की जेब खाली करने में अकेले टमाटर ही दोषी नहीं है, सब्जियों में पड़ने वाले फोरन मसाले भी किचन का बजट बढ़ा रहे हैं।
सब्जियों का तड़का लगाने वाला जीरा तीन सौ रुपये महंगा हुआ है। स्थिति यह है कि तीन माह में 300 रुपये बढ़कर जीरा 780 रुपये तक पहुंच गया है।
महंगाई के कारण परेशान हैं उपभोक्ता
इसके साथ ही गोलकी, लहसुन, अदरक, धनिया के रेट भी आसमान छू रहा है। बढ़ती महंगाई के कारण उपभोक्ता काफी परेशान हैं। जो लहसुन वर्ष 2022 में आजकल के महीनों में 40 रुपए किलो बिका था, इस बार वही लहसुन 140 रुपए किलो तक पहुंच गया है।
आने वाले समय में भाव में तेजी होने की संभावना भी जताई जा रही है, जब तक बाजार में आवक नहीं बढेगी दाम कम नहीं होंगे। जीरे की मांग का बढ़ना भी इसका कारण है। इससे जीरे का स्टॉक कम पड़ गया है। इसलिए मांग के हिसाब से आपूर्ति नहीं होने से जीरे की कीमत दिनों दिन नई ऊंचाई छू रही है।
किराना मंडी के राज कुमार का कहना है कि गुजरात में बेमौसम बरसात होने के कारण लहसुन की कीमतों में यह तेजी आई है।
चावल व दाल के कीमतों में हुई बढ़ोतरी
अरहर के दाल के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। अरहर दाल की कीमत दो माह के अंदर 30 से 40 रुपए प्रति किलो बढ़ गई है। अरहर दाल अभी खुला बाजार में 140 रुपए प्रति किलो के भाव से बिक रहा है। अरहर दाल विगत एक माह पहले लगभग 110 प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा था।
एकाएक दाम में भारी बढ़ोतरी
एकाएक दाम में भारी बढ़ोतरी हो गई, जिससे खुदरा दुकानदार को भी काफी परेशानी हो रही है। आए दिन ग्राहकों के साथ दाम में बढ़ोतरी के कारण झिक झिक हो रही है। चावल व दाल के दाम में बढ़ोतरी से जहां ग्राहक परेशान हैं, वहीं उरद दाल के दाम में भी लगभग 30 से 40 रुपए किलो की तेजी आ गई है।
वहीं, मोटा चावल पहले 17 रुपए प्रति किलो था वह बढ़कर अब 24 रुपए किलो थोक भाव हो गया है। अरवा महीन दाना चावल 40 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 45 प्रति किलो थोक भाव में हो गया है।
एक नजर बाजार रेट पर
हल्दी 160 रुपये प्रति किलो
गोलकी 760 रुपए प्रति किलो
सूखा मिर्च 260 रुपये प्रति किलो
धनिया 100 रुपये प्रति किलो
लहसुन 140 रुपए प्रति किलो
जीरा 760 रुपए प्रति किलो
राहर दाल 140 रुपए प्रति किलो
चना दाल 75 रुपये प्रति किलो
इलायची 2000 रुपये प्रति किलो
मूंग दाल 100 रुपये प्रति किलो
मसूर दाल 75 रुपये प्रति किलो
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।