बिहार में चालान से बचने को निकाला अजब जुगाड़, पुलिस को भी समझ नहीं आया मामला
प्रदेश में कैमरे और पॉश मशीन से वाहनों का चालान किया जा रहा है। कैमरे के चालान से बचने के लिए चालक तरह-तरह की तरकीब निकाल रहे हैं। नंबर प्लेट को छिपाने के मामले आम हैं। आरा में चालान से बचने के लिए बालू लदे ट्रक चालक ने नंबर प्लेट ही बदल दी।
संवाद सूत्र, कोईलवर (आरा)। ओवरलोडिंग और नो एंट्री में जुर्माना से बचने के लिए इससे जुड़े माफिया कई तरह की तरकीब ढूंढ रहे हैं। बालू लदे ट्रक में ट्रैक्टर समेत अन्य वाहनों का रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित कर बेखौफ चल रहे हैं। ऐसे में करनी किसी की और भुगत रहा कोई।
किसी और को जाता है मैसेज
पुलिस अगर नो एंट्री का जुर्माना भी करती है, तो उक्त ट्रक की बजाए उस पर अंकित नंबर का जुर्माना कटने का मैसेज संबंधित ट्रैक्टर या अन्य वाहन मालिक के मोबाइल पर पहुंच जाता है। बेचारे इससे अनजान वाहन मालिक सोचते फिरते हैं कि जब मेरा वाहन कभी भोजपुर और सारण जिले गया ही नहीं तो परिवहन विभाग द्वारा यह जुर्माना का मैसेज कैसे आ रहा है।
कोईलवर थाना में आया मामला
ऐसा ही एक मामला कोईलवर थाना में आया जब पटना जिले के शाहपुर थाना मुबारकपुर निवासी सिकंदर राय ने पुलिस को एक आवेदन दिया। जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके नाम से एक ट्रैक्टर है, जिसका निबंधन नंबर- बीआर 01जीपी-4801 और ट्राली नंबर 5275 है। यह ट्रैक्टर एसके ट्रेडर्स के गिट्टी, छड़, सीमेंट ढोती है, जो स्थानीय जगहों पर ही जाती है।
पांच हजार जुर्माने का चला पता
16 अप्रैल को परिवहन कार्यालय भोजपुर से उनके मोबाइल पर मैसेज आया, जिसमें जिक्र था कि एक मार्च नो एंट्री घुसने पर पांच हजार रुपये का जुर्माना किया गया है। जिसका डिटेल्स भेजा गया है। ऐसा ही मैसेज सारण जिले के परिवहन कार्यालय से पहुंचा।
वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर की आई तस्वीर
ट्रैक्टर मालिक ने बताया कि भोजपुर परिवहन कार्यालय से जो वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर की तस्वीर आयी है, उसमें साफ दिख रहा है ट्रक के रजिस्ट्रेशन नंबर बीआर 01जीपी-4201 के जगह उसे बीआर 01जीपी- 4801 बनाया गया है। जिसमें 2 नंबर के साथ छेड़छाड़ कर 8 बना दिया गया है। जिस कारण नो एंट्री में रजिस्ट्रेशन नंबर पर जुर्माना के समय बीआर 01जीपी-4801 जो ट्रैक्टर का उन्हें जुर्माना भरना पड़ रहा है और इससे जुड़े माफिया चांदी काट रहे है।
शाहपुर थाना में भी दिया आवेदन
इधर, भुक्तभोगी ने इससे पहले पटना जिला के शाहपुर थाना में भी आवेदन दिया है, जिसके बाद एक मई को कोईलवर थाना में आवेदन दिया। बालू में चलने वाले ट्रको का यह पहला मामला नहीं है। जब इसे लेकर पड़ताल की गई तो जाम में खड़ी दो सौ ट्रकों में दो दर्जन ऐसे ट्रक दिखे जो वास्तविक रजिस्ट्रेशन नंबर को गिरीस, पेंट या कुछ अन्य तरीकों से रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ छेड़छाड़ किया है।
पुलिस पहले खींचती है फोटो
ट्रक चालकों की माने तो परिवहन विभाग द्वारा जारी की पॉश मशीन से रियल टाइम, स्थान पर जुर्माना काटने के बजाए सम्बंधित कर्मी, पुलिस नो एंट्री में घुसे वाहन का पहले अपने मोबाइल में फोटो खींचते हैं फिर उसे देख पाश मशीन से जुर्माना करते हैं।
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