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    Ara News: पानी से बचने के लिए पटरी पर चढ़ीं, लेकिन तभी ट्रेन आ गई... हो गया बड़ा हादसा

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 09:17 PM (IST)

    बिहिया के पास बनकट में ट्रेन से कटकर 400 से अधिक भेड़ों की दर्दनाक मौत हो गई जिससे आठ पशुपालक परिवारों की आजीविका खतरे में पड़ गई है। रात में हुई इस घटना की सूचना किसी भी लोको पायलट द्वारा नहीं दी गई। बारिश और जंगली जानवरों के कारण भेड़ें पटरी पर आ गईं। ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।

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    पानी से बचने के लिए पटरी पर चढीं 404 भड़ों की ट्रेनसे कटकर मौत

    जागरण टीम, आरा। दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर पटना-डीडीयू रेल खंड के बनाही और सिकरिया हाल्ट के बीच बनकट गांव के समीप शनिवार की सुबह करीब तीन बजे लगभग 400 से अधिक भेड़ें ट्रेन से कट गईं। इस हादसे से गांव के आठ भेड़ पालकों की आजीविका पर गंभीर संकट आ गया है। सभी भेड़ पालक बनकट गांव के ही रहने वाले हैं और उनका कहना है कि मृत भेड़ों का किसी प्रकार का बीमा नहीं कराया गया था, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।

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    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शुक्रवार रात भेड़ें रेलवे लाइन के उत्तर दिशा में बंधी थीं। आधी रात के बाद अचानक बारिश के दौरान संभवतः सियार के आने से भेड़ों का झुंड घबराकर रेल पटरी पर चला गया। ठीक उसी समय डाउन ट्रैक पर गुजर रही 12141 लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस की चपेट में भेड़ों का झुंड आ गया।

    हादसे के बाद ट्रेन के लोको पायलट ने दानापुर कंट्रोल को ''कैटल रनओवर'' की सूचना दी। हालांकि, परिचालन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। सुबह बिहिया से पहुंचे सरकारी पशु चिकित्सक डा. संजीव कुमार ने मृत भेड़ों की गिनती की और एक भेड़ का अंत्यपरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि 404 भेड़ों की मौत हुई है और सभी की मौत की एक ही वजह है।

    मृत भेड़ों में जिनके शव बहुत क्षत-बिक्षत नहीं हुए थे, उन्हें कुछ ग्रामीण लेकर चले गए। वहीं, लगभग सौ भेड़ों के अधिक विभत्स शव वहीं लाइन के किनारे पांच सौ मीटर की दूरी में फैले हुए थे। आसपास दूर तक आबादी नहीं होने के कारण इसे हटाने का भी कोई प्रयास शुक्रवार की देर शाम तक नहीं किया गया था।

    आरा रेल सुरक्षा बल के प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि एक टीम घटनास्थल पर भेजी गई थी, ट्रैक पर भेड़ का कोई शव नहीं था। दुर्घटना में कटने वाले भेड़ों में बनकट गांव के भरत पाल, उदयनारायण पाल, जितेंद्र पाल, श्रीभगवान पाल, मनराखन पाल, जगदीश पाल और मार्कण्डेय पाल सहित कुल आठ पाल समुदाय के पालकों की भेड़ें शामिल थीं। बनकट गांव में अधिकांश परिवार भेड़ पालन पर निर्भर हैं।

    विधायक ने दिया मदद का आश्वासन

    हादसे के बाद शाहपुर के राजद विधायक राहुल तिवारी बिहिया प्रखंड के बनकट गांव पहुंचे और पीड़ित भेड़ पालकों से मुलाकात की। उन्होंने घटना पर गहरा दुख जताते हुए यथासंभव सरकारी सहायता दिलाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि यह घटना किसी आपदा से कम नहीं है। इस दौरान उन्होंने भेड़ पालकों को व्यक्तिगत स्तर पर भी आर्थिक मदद दी।