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    योग रखेगा आपको कोरोना से निरोग... इस तरह घर पर हर रोज आधे घंटे योगाभ्यास कर खुद को रख सकते हैं तंदुरुस्त

    By Abhishek KumarEdited By:
    Updated: Sat, 24 Apr 2021 06:40 AM (IST)

    कोरोना काल में योग कर आप खुद को स्‍वस्‍थ रख सकते हैं। इसके लिए बस आपको हर दिन आधे घंंटे का समय देना है। साथ ही इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है जो कोरोना संक्रमण से लड़ने में मदद करती है।

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    कोरोना काल में योग कर आप खुद को स्‍वस्‍थ रख सकते हैं।

    जासं, भागलपुर। कोरोना संक्रमण का डर लोगों के हौसले को तोड़ रहा है। लोग इसको लेकर काफी ङ्क्षचतित, आशंकित, भ्रमित और सशंकित है। इन परिस्थितियों में योग प्राणायाम, आसान, व्यायाम और आयुर्वेदिक उपचार एक सच्चा माध्यम है। योगी रवींद्रनाथ ने बताया कि सबसे पहले लोग डरना बंद करें। डर के कारण अनावश्यक रूप से हम बीमार पड़ जाते हैं। हम प्राणायाम में एक अति महत्वपूर्ण प्राणायाम अनुलोम विलोम अवश्य करें। जिसको करने की विधि बहुत आसान है। सबसे पहले किसी हवादार जगहों पर आसन लगा कर सुविधा अनुसार पाल्थी मार कर बैठ जाएं या जो पाल्थी मारकर नहीं बैठ पाते हैं वे कुर्सी या चौकी पर पैर लटकाकर बैठ जाएं।

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    कमर, सीधी गर्दन, सीधी आंखें बंद करके दाएं हाथ के अंगूठे से दाईं नाक को बंद कर के बाए से धीरे-धीरे श्वांस पूरा भरें फिर बीच के दो उंगलियों से बाए नाक को बंद कर दें और दाएं नासिका मार्ग से छोड़ दें फिर दाएं नासिका मार्ग से धीरे- धीरे लंबा सांस लें और फिर बाए से छोड़ दें यही प्रक्रिया बार-बार करें। इसको कम से कम दस से पंद्रह मिनट जरूर करते हैं। अनुलोम-विलोम प्राणायाम से हम शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत हो जाते हैं। यह हमारे अंदर रोग निरोधक क्षमता बढ़ता ही है।

    साथ ही कई प्रकार के रोग भी भाग जाते हैं। जैसे उच्च रक्त चाप, निम्न रक्तचाप नियंत्रित हो जाते हैं। बात पित कफ का बैलेंस बना रहता है। मानसिक तनाव से मुक्ति मिल जाती है। याददाश्त ठीक रहती है। चिड़चिड़ापन दूर हो जाता है। ऐसे ही कई प्रकार के शारीरिक दोस मिट जाते हैं और कोरोना जैसे वायरस का तो पता ही नहीं रहता की वह कहां भागा और कब भागा। आसनों या व्यायामों में सूर्य नमस्कार जरूर करें इसको कम से कम पांच से दस बार अवश्य करें। सुबह या शाम में खेल कूद या दौड़ जरूर करना चाहिए।

    काढ़ा का करें सेवन

    बच्चे हो या बूढ़े घरेलू काढ़ा बनाकर पीना अपने रोजमर्रा में शामिल कर लें। शीतल पेय जल और फ्रिज के पानी को भूल जाएं। दो या तीन ग्लास पानी में अगर गिलोय हो तो एक या दो टुकड़ा डाल दें तुलसी पत्ता या उसकी डाल, गोल मिर्च दो या चार आदि हल्दी, तेजपत्ता, लौंग, इलाइची, दाल चीनी इत्यादि डालकर काढ़ा बनाकर रोज रोज सुबह शाम पिएं। इससे सर्दी, खांसी और बुखार नहीं होगा।