Weather Update: आज शीतल हवा संग बरसेगी रिमझिम फुहार... कल भी सुहाना मौसम के आसार, पूर्वानुमान में ये बताया
Weather Update बिहार भागलपुर का मौसम सुहाना बना हुआ है। आज शीतल हवा संग बरसी फुहार ने जनमानस के तन-मन को भिंगो दिया। सोमवार शाम को हल्की उमस के बीच बूंदाबांदी के आसार हैं। रविवार को 15.3 मिमी हुई बारिश के बाद अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।

संवाद सहयोगी, भागलपुर। Weather Update रविवार को हल्की फुहार पड़ने से जिले के लोगों को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और बीच-बीच में हुई बूंदाबांदी से मौसम सुहाना बना रहा। बारिश के चलते अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट आई है। यह तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को दिनभर औसतन 15.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। 89 प्रतिशत आद्रर्ता के साथ 4.1 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पूर्वा हवा चल रही है। बारिश थमने के बाद शाम में हल्की उमस भी महसूस की गई। सोमवार को मौसम में नरमी बने रहने का पूर्वानुमान जताया गया है।
विषहरी से भक्तों ने की जीवन के विष हरने की कामना
सिंह नक्षत्र के प्रवेश के साथ ही रविवार प्रातः से विषहरी पूजा का शुभारंभ हो गया। शहर के मंदिरों में डलिया चढ़ाने को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। परबत्ती, ईश्वर नगर, भीखनपुर, बड़ी खंजरपुर, दीपनगर, सराय, जरलाही, इशाकचक, मंदरोजा, मोहद्दीनगर, बरारी सहित विभिन्न क्षेत्रों के सौ से अधिक विषहरी मंदिरों में दिनभर देवी को डलिया में चढ़ावा चढ़ाए जाते रहे। भक्तों ने देवी से जीवन के सभी तरह की विपरीत परिस्थितियों को समाप्त करने व सुख समृद्धि से परिपूर्ण करने की कामना की। इस दौरान चंपानगर कुम्हार टोली, मसकंद बरारी सहित अधिकांश मंदिरों के आसपास के क्षेत्रों में गायक मंडलियों द्वारा ढोल, मंजीरे व हारमोनियम के साथ विहुला विषहरी लोकगाथा के गायन किए जा रहे हैं। गीत से वातावरण भक्तिमय हो उठा है।
- बाला-बिहुला की निकली बारात, दर्शन को मार्गों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
- सिंह नक्षत्र के प्रवेश के साथ शहर के सौ से अधिक विषहरी मंदिरों में देवी की पूजा का शुभारंभ
- विषहरी पूजा में मंदिरों में आस्था का ज्वार, हर गली-मोहल्लों में उठ रहीं श्रद्धा की लहरें
- विहुआ विषहरी गीत के गायन से वातावरण हुआ भक्तिमय
बाला-लखेंद्र की बारात निकली, रातभर चलीं रस्में
रात्रि में शहर के चंपानगर के प्राचीन मंदिर, हुसैनाबाद, अंबा बाग, जरलाही, इसाकचक, भीखनपुर और अन्य मोहल्लों के विषहरी मंदिरों से भी बाला विहुला का वैदिक रीति से विवाह कराया गया। इससे पूर्व सभी जगहों पर बाजे गाजे के साथ बाला लक्ष्मेंद्र की भव्य बारात निकाली गई और शोभायात्रा का नगर भ्रमण कराया गया। देर रात तक बिहुला-बाला के विवाह की रस्में संपन्न हुईं। कई स्थानों पर भगतों ने पारंपरिक करतब दिखाकर श्रद्धालुओं को आकर्षित किया।
केंद्रीय समिति ने लिया मंदिरों में व्यवस्था का जायजा
पर्व के दौरान रविवार को विषहरी पूजा केंद्रीय समिति की टीमों ने अंग क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों का भ्रमण कर पूजा और मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अध्यक्ष भोला कुमार मंडल, कार्यकारी प्रदीप कुमार, संगठन महामंत्री राजीव शर्मा, संगठन मंत्री दिनेश मंडल और समरजीत कुमार उर्फ मुकुल सिंह ने नवगछिया जाकर सती बिहुला के मायके उजानी स्थित सातों घाटी पोखर का निरीक्षण किया। पश्चिमी क्षेत्र में मेला प्रभारी छंगुरी शर्मा के नेतृत्व में टीम ने नाथनगर, हबीबपुर, रामसर और नया बाजार के मंदिरों का भ्रमण किया। उन्होंने सभी आयोजकों से समय पर प्रतिमा विसर्जन की अपील की।
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