कहलगांव नगरपंचायत में जलापूर्ति ठप, बूंद-बूंद को तरसी 40 हजार की आबादी
पंप हाउस की मोटर का स्टार्टर जलने से आई समस्या आगामी पांच दिन में समस्या दूर होने की हो रही बात

पंप हाउस की मोटर का स्टार्टर जलने से आई समस्या
आगामी पांच दिन में समस्या दूर होने की हो रही बात
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- लोगों में आक्रोश, वैकल्पिक व्यवस्था की कर रहे मांग
- दिनभर चापाकलों और बोरिंग वाले घरों में लगी रही भीड़ संवादसूत्र, कहलगांव : कहलगांव नगरपंचायत क्षेत्र में जलापूर्ति करने वाले कुलकुलिया पंप हाउस का मोटर स्टार्टर जलने से मंगलवार को पानी के लिए त्राहिमाम मच गया। नगर की करीब 40 हजार की आबादी जलसंकट से जूझती रही। हालांकि, मोटर का स्टार्टर को खोलकर मरम्मत करने के लिए भेज दिया गया है। लेकिन इसके ठीक होने में चार से पांच दिन लग सकते हैं। पहले ही दिन लोगों जलसंकट से दो-चार हो गए तो पांच दिन में त्राहि-त्राहि हो जाएगा।
नगर में जलापूर्ति की दूसरी कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं है। यहां जलापूर्ति व्यवस्था काफी पुरानी है। कभी मोटर का स्टार्टर जल जाता है तो कभी मुख्य ही पाइप ही लीक हो जाता है। नगरवासियों की जलापूर्ति की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। गत 30 जून को नगर में जलापूर्ति का मुख्य पाइप लीकेज हो जाने के चलते चार दिनों तक जलापूर्ति ठप्प रहा था। चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी में लोग पीने के पानी की व्यवस्था के लिए ही भटक रहे हैं। चापाकलों पर भीषण धूप में भी दिनभर लंबी लाइन लगी रही। जिनके घर में बोरिंग है, उनके घरों में पानी लेने के लिए जबरदस्त भीड़ लगी रही। बता दें कि बीते 30 जून को पंप हाउस का मुख्य पाइप लीक हो गया था तो लोगों की परेशानी बढ़ गई थी।
हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं नगर पंचायत के जिम्मेदार
मंगलवार को स्टार्टर जलने के बाद गंगातीर बसे लोगों ने डिब्बे में गंगाजल लाकर भी अपना गला तर किया। उसी से खाना भी बना रहे हैं। कुछ लोग बोतल बंद पानी खरीद रहे हैं। सबसे ज्यादा कष्ट शाहकुमारी पहाड़ और उसकी तराई में बसे गरीब परिवारों को सहना पड़ रहा है। नगर पंचायत जलापूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था करने की बजाय चुप्पी साधे हुए है और पंप हाउस की कमी को ठीक होने का इंतजार करता है।
नगरवासियों में नपं के प्रति बढ़ रहा आक्रोश
कहलगांव नगर के केशव जोशी ने कहा कि नगरपंचायत की लचर व्यवस्था से नगरवासी तंग आ चुके हैं। नगरवासी जब पानी के लिए धूप और गर्मी सह रहे हैं तो यह कोई बड़ी बात न होगी कि नगर पंचायत के खिलाफ मोर्चा खोल दें। इससे नगर पंचायत के जिम्मेदारों की नींद खुलेगी और वे वैकल्पिक व्यवस्था भी करेंगे। काजीपुर के पप्पू मंडल ने कहा कि माह में आठ दिन नगरवासी जलसंकट से जरूर जूझते हैं। जब बार-बार खराबी आ रही है तो अतिरिक्त मोटर और स्टार्टर की व्यवस्था क्यों नहीं रखी जाती है। पूरबटोला के छोटू पांडेय ने कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए नगरपंचायत अविलंब जलसंकटग्रस्त वार्डों में टैंकर से जलापूर्ति की व्यवस्था करे अन्यथा नगरवासी आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
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