UPSC CSE 2021 Result: अंशु प्रिया, अक्षत आयुष और राज विक्रम को जानते हैं आप? मुंगेर के तीनों छात्र ने यूपीएससी में मारी बाजी
UPSC CSE 2021 Result बिहार के मुंगेर की एक छात्रा और दो छात्र ने यूपीएससी में बाजी मारी है। मुंगेर की अंशु प्रिया बनी आइएएस। उन्हें 16 वां रैंक मिला ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, मुंगेर। UPSC CSE 2021 Result: मुंगेर जिले के पूरबसराय के गायत्री नगर की रहने वाली अंशु प्रिया ने जिले का नाम रोशन किया है। अंशु प्रिया ने यूपीएससी की परीक्षा में 16 वां रैंक लाकर मुंगेर का नाम ऊंचा किया है। अंशु प्रिया के पिता शैलेंद्र कुमार संदलपुर मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक हैं। इससे पहले अंशु प्रिया एम्स दिल्ली में चिकित्सक थी। चिकित्सक की नौकरी को छोड़ कर यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। दूसरे प्रयास में अंशु प्रिया ने सफलता हासिल की। अंशु प्रिया के मामा नरेश यादव राजद के वरीय नेता हैं। सोमवार की शाम राजद के राज्य परिषद सदस्य शिशिर कुमार लालू व पंचायती राज प्रदेश महासचिव, मनीष कुमार ने अंशु प्रिया के माता-पिता को मिठाई खिलाकर बधाई दी।
अक्षत आयुष ने जिले मा बढ़ाया मान
यूपीएससी में मुंगेर के शादीपुर निवासी सह सीबीआइ में एसपी रह चुके विनय कुमार के छोटे बेटे अक्षत आयुष ने 106 वां रैंक लाया है। परिणाम आने के बाद ही परिवार व शहर वासियों में खुशी की लहर दौड़ गई। पोते की सफलता से गदगद अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापक उमाकांत ठाकुर की आंखें भर गई। उन्होंने कहा कि पोते अक्षत ने परिवार, गांव तथा शहर का मान बढ़ाया है। पैतृक गांव फरदा है। गया में डीएसपी के पद पर कार्यरत चाचा संदीप कुमार ने बताया कि अक्षत शुरू से ही मेधावी रहा है। दिल्ली के बैंकटेश्वर कालेज से राजनीति शास्त्र में स्नातक पास किया है। अक्षत कालेज का टॉपर भी रहा है। 24 वर्ष की उम्र में देश के सर्वोच्च परीक्षा में उल्लेखनीय सफलता हासिल कर हम लोगों के सपने को पूरा कर दिया। अक्षत आयुष ने सफलता का श्रेय स्मृति शेष मां, दादी तथा दादाजी को दिया है। परिवार के अमर ठाकुर, आलोक ठाकुर, शिल्प शिखा, शालिनी सिखा, कंचन ठाकुर, सुभ्रांशु शेखर, अमन कौशिक ने बताया कि परिवार के साथ साथ फरदा गांव तथा मुंगेर का मान बढ़ाने का काम अक्षत ने किया है। प्रो. तारकेश्वर प्रसाद यादव ने भी अक्षत को बधाई दी।
राज विक्रम ने पिता के मेहनत और सपनों को किया साकार
हवेली खडग़पुर प्रखंड क्षेत्र के पहाड़पुर गांव के राज विक्रम ने यूपीएससी में सफलता अर्जित कर न सिर्फ अपने माता पिता को गौरवान्वित किया बल्कि अपने गांव सहित जिला को गौरवान्वित कर दिया। राज विक्रम ने 434 रैंक प्राप्त किया। राज विक्रम की पारिवारिक पृष्ठभूमि पहले से ही शैक्षणिक रही है। इनके पिता निरंजन ङ्क्षसह सैनिक स्कूल तिलैया के छात्र थे और उन्होंने भी यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण की थी, लेकिन मुख्य परीक्षा में असफल रहने के बाद इसकी टीस उन्होंने पाल रखी थी। उन्होंने खुद अपने निर्देशन में अपने बच्चों को शिक्षा दी और सिविल सेवा परीक्षा में राज विक्रम ने सफलता प्राप्त कर अपने पिता के मेहनत और सपनों को साकार कर दिया। निरंजन सिंह रांची उच्च न्यायालय में अधिवक्ता हैं और वही अपने बच्चों को रखकर शिक्षा की तालीम दे रहे हैं। तीन भाइयों में सबसे बड़े राज विक्रम अभी हैदराबाद के एक बड़ी कंपनी में इंजीनियर हैं। सफलता पर चाचा और विवेकानंद सिंह, पंकज सिंह, सत्येन्द्र सिंह, जिप सदस्य अनिल सिंह, दुर्गेश सिंह, चैतन्य सहित शिक्षाविदों और बुद्धिजीवियों ने इसे इलाके के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया।

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