Bhagalpur News: कांवरिया पथ पर नजर नहीं आएंगे लुटेरे, पैनी निगाह रख रही पुलिस
भागलपुर-बांका कांवरिया पथ पर पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। 260 डीएसपी-दारोगा सहित 2425 सिपाहियों की तैनाती की गई है। आईजी ने बताया कि पुलिस बल कांवरिया पथ पर पैनी नजर रखेगी। महिला पुलिसकर्मियों के ठहरने के लिए भी उचित व्यवस्था की गई है। पिछले साल हुई घटनाओं को देखते हुए इस बार पुलिस प्रशासन सतर्क है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। रेंज के भागलपुर-बांका में कांवरिया पथ पर अब लुटेरे चाह कर भी बाबा नगरी जाने वाले कांवरियों का कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
कांवरिया पथ पर पुलिसकर्मियों की कम आवाजाही का फायदा उठा लुटेरे अक्सर कांवरियों से लूटपाट कर लिया करते थे। लेकिन इस बार पुलिस टीम ने लुटेरों पर ही घात लगाने की सधी तैयारी कर रखी है।
इस बार भागलपुर और बांका जिले के कांवरिया पथों और उससे सटे इलाके पर पुलिस बलों ने पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है। रेंज आईजी विवेक कुमार ने भागलपुर-बांका में कांवरिया पथों और बाबाधाम जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए हैं।
भागलपुर-बांका में कांवरियों की सुरक्षा को चाक-चौबंद करते हुए 260 डीएसपी-दारोगा की तैनाती की गई है। दोनों जिलों में केवल बाबा धाम जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 2425 सिपाही, यातायात सिपाही और गृहरक्षकों को लगाया गया है।
आईजी ने कहा कि दोनों जिलों में वरीय पुलिस अधिकारी भी समय-समय पर भ्रमणशील रहकर कांवरिया पथों की मौजूदा सुरक्षा और यातायात व्यवस्था का औचक निरीक्षण करेंगे। वे घाटों की सुरक्षा का भी जायजा लेते रहेंगे।
रेंज आईजी विवेक कुमार ने बताया कि रेंज के भागलपुर-बांका में डीएसपी-दारोगा के अलावा सिपाहियों, गृहरक्षकों और यातायात पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई है। भागलपुर में दस डीएसपी, 60 दारोगा, 400 सिपाही, 650 गृहरक्षक और 23 यातायात पुलिस की तैनाती की गई है।
बांका जिले में भी दस डीएसपी, 180 दारोगा, 500 सिपाही और 850 गृहरक्षक लगाए गए हैं। बांका जिले में इतने पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों की तैनाती पुलिस मुख्यालय से की गई है जो जिला पुलिस के अलावा है।
महिला पुलिसकर्मियों के ठहरने की व्यवस्था का खास रखा गया है ख्याल
श्रावणी मेले के दौरान महिला पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों के ठहरने की व्यवस्था में निजता का खास ख्याल रखा गया है। महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों के ठहरने के लिए आवासीय व्यवस्था अलग अलग जगहों पर की कई है।
जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने इस बार पिछले वर्ष श्रावणी मेले में पुलिसकर्मियों-पदाधिकारियों को होने वाली ठहराव की असुविधा को गंभीरता से लेते हुए सुल्तानगंज में ही 23 जगहों पर ठहराव की व्यवस्था कराई है।
इसके लिए मेला सेल के प्रभारी मिथिलेश कुमार सिंह को खास ताकीद की गई थी। एक माह तक मेला ड्यूटी के दौरान उनके ठहराव की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से पिछली बार काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी। मेले में भागलपुर के अलावा दूसरे जिलों में तैनात पुलिस पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगती है।
यहां की गई है ठहरने की व्यवस्था
सुल्तानगंज के बीआरसी भवन, प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित मनरेगा भवन, ट्रायसम भवन, सम्राट अशोक भवन, जिला परिषद का डाकबंगला, कृष्णानंद उच्च विद्यालय, सरकारी बस स्टैंड, लघु सिंचाई परिसर, प्रखंड परिसर, केएम कालेज धांधी बेलारी, थाना परिसर, मुरारका कॉलेज, कृष्णगढ़ चौक धर्मशाला रोड, यात्री शेड प्रखंड परिसर, जहांगीरा मंदिर, एके गोपालन कालेज सीतारामपुर, पथ निर्माण विभाग का आईबी, सुल्तानगंज-तारापुर रोड के कठपुलवा संख्या - एक के निकट, तारापुर रोड में कठपुलवा संख्या-दो के निकट, तारापुर रोड के कठपुलवा संख्या-तीन के निकट, तेघड़ा फाल, लदौवा मोड़ और शाहाबाद चौक दुर्गा मंदिर में ठहराव की व्यवस्था की गई है।
मुरारका कॉलेज में बड़ा और छोटा जर्मन हैंगर बनाया गया है। इसके अलावा पुलिस पदाधिकारियों के ठहरने के लिए स्कूल और जर्मन हैंगर की व्यवस्था की गई है।
महिला अधिकारियों और महिला पुलिसकर्मियों के ठहरने वाले स्थानों पर बेहतर कमरे, वाशरूम, बिजली, पानी, चेंजिंग रूम आदि की व्यवस्था की गई है।
ठहराव वाले स्थान पर अस्थायी हेल्थ सेंटर भी खोला गया है जो आपात स्थिति में महिला पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को मेडिकल सुविधा मुहैया कराएगा।
भागलपुर-बांका में पिछले वर्ष कांवरिया की हुई थी हत्या-लूटपाट
रेंज के भागलपुर और बांका जिले में गत वर्ष श्रावणी मेले के दौरान कांविरया की अपराधियों ने लूटपाट के दौरान हत्या कर दी थी। दोनों जिलों में कांवरियों से लूटपाट की कई घटनाएं हुई थीं।
केस स्टडी 1
25 जुलाई 2024 को सुल्तानगंज-देवघर मुख्य मार्ग स्थित छपरहिया धर्मशाला के पास कांवरिया की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। मृत कांवरिया की पहचान धनबाद जिले के टुंडी थाना क्षेत्र स्थित बेहरा गांव निवासी विकास मंडल के 22 वर्षीय पुत्र आशीष मंडल के रूप में हुई थी। बदमाशों ने मोबाइल छीनने के क्रम में चाकू से उसे गोद डाला था।
केस स्टडी 2
छह अगस्त 2024 की रात औद्योगिक थाना क्षेत्र के जीरोमाइल चौक पर चाकू का भय दिखा बदमाशों ने आधा दर्जन से अधिक कांवरियों से रुपये, मोबाइल आदि लूट लिए थे।
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