सुकन्या समृद्धि योजना के नियमों आया बड़ा बदलाव, इस तरह खुलेगा खाता, तीन बेटियों तक का लें लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना अब तीन बेटियों को मिल सकेगा योजना का लाभ। अब 250 रुपए में खुलवा सकते हैं खाता। इस योजना के तहत अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक किया जा सकता है निवेश। जिले के 15 हजार 38 कन्याओं को मिल रहा सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ।
संवाद सहयोगी जमुई। सुकन्या समृद्धि योजना : नारी सशक्तिकरण एवं बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की संकल्पना को साकार करने के साथ-साथ बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने को लेकर राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई जा रही है। इसी कड़ी में एक नाम सुकन्या समृद्धि योजना है। यह योजना आज बेटियों के लिए काफी कारगर साबित हो रही है। इस योजना के तहत कन्या के माता-पिता या कानूनी अभिभावक मात्र ढाई सौ रुपए में खाता खोलकर कन्या के भविष्य को संवारने का काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना को आम लोगों तक पहुंचाने को लेकर कई महत्वपूर्ण बदलाव भी किए गए हैं। अब सुकन्या समृद्धि योजना के तहत तीन बेटियों को इस योजना का लाभ मिल सकेगा।
जिले के 15 हजार 38 कन्याओं को मिल रहा योजना का लाभ
नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने को लेकर चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि योजना में भारतीय डाक विभाग की भूमिका काफी अहम है। प्रधान डाकघर के पोस्ट मास्टर शिशिर बिहारी शरण ने बताया कि जिले में अब तक सुकन्या समृद्धि योजना के तहत विभिन्न डाकघरों में 15 हजार 38 सक्रिय खाते का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के तहत निवेश करने पर केंद्र सरकार द्वारा 7.1 प्रतिशत का सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दिया जाता है।बताया कि बेटियां 18 साल के बाद स्वयं भी अपने खाते का संचालन कर सकती है।
डेढ़ लाख तक कर सकते हैं निवेश
इस योजना में 250 रुपाया से लेकर अधिकतम डेढ़ लाख रुपाया तक की राशि निवेश कर सकते हैं। इस योजना के तहत पहले एक माता पिता के दो बेटियों को लाभ मिलने का प्रविधान था परंतु नए नियम के तहत एक बेटी के बाद अगर कोई जुड़वा-दो बेटी हैं तो उन दोनों बेटियों को इस योजना का लाभ मिल सकेगा।
केंद्र सरकार द्वारा संचालित सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के तहत जिले में अबतक 15 हजार 38 लड़कियों का खाता खुलवाया गया है। योजना के तहत 10 साल से कम उम्र के लड़कियों का मात्र 250 रुपए में खाता खुलवा कर निवेश किया जा सकता है। - शिशिर बिहारी शरण, पोस्ट मास्टर, प्रधान डाकघर जमुई।
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