भवन निर्माण के निदेशक के ठिकानों पर निगरानी इकाई का छापा, करोड़ों की अवैध संपत्ति मामले में एक्शन
भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश सरकार की मुहिम में विशेष निगरानी इकाई ने भवन निर्माण विभाग, दरभंगा के निदेशक गजाधर मंडल के ठिकानों पर छापेमारी की। उन पर सेव ...और पढ़ें

भवन निर्माण के निदेशक गजाधर मंडल
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार की तेज हुई मुहिम में सोमवार को विशेष निगरानी इकाई ने बड़ी कार्रवाई की है। विशेष निगरानी इकाई की अलग- अलग टीम ने निदेशक, गुणवता, अनुश्रवण उत्तर क्षेत्र, भवन निर्माण विभाग, दरभंगा के पद पर तैनात गजाधर मंडल, के ठिकानों पर छापेमारी की है। भागलपुर के औद्योगिक थानाक्षेत्र के रानी तालाब स्थित गंगोत्री अपार्टमेंट में सोमवार की अल सुबह जैसे ही विशेष निगरानी इकाई की टीम पहुंची।

अफरातफरी मच गई। सात सदस्यीय विशेष निगरानी टीम को वहां प्रतिरोध की आशंका थी, जिसे देखते हुए सुरक्षा बंदोबस्त पहले से टीम के अधिकारियों ने कर रखी थी। औद्योगिक थाने की पुलिस टीम पहले से गंगोत्री अपार्टमेंट और उसके इर्दगिर्द के रास्ते पर चौकसी बरतने लगी थी। टीम के सदस्यों के प्रवेश करते ही अपार्टमेंट के फ्लैट में मौजूद पारिवारिक सदस्यों को मानों सांप सूंघ गया। लेकिन टीम में शामिल पदाधिकारियों ने वहां मौजूद लोगों को एक कमरे में बैठाते हुए तलाशी अभियान शुरू कर दिया।
- गजाधर के गंगोत्री अपार्टमेंट स्थित फ्लैट संख्या 305 में सबेरे ही प्रवेश कर गई थी एसवीयू की टीम
- आय से अधिक संपत्ति मामले में विशेष निगरानी टीम ने पटना के साथ-साथ भागलपुर में भी की छापेमारी,
- भवन निर्माण के निदेशक, गुणवता, अनुश्रवण हैं गजाधर मंडल, दरभंगा में है तैनाती
- -नकदी, बेशकीमती भूखंड के कागजात, ज्वैलरी, पासबुक, बांड आदि मिली
इस दौरान कमरे की दीवान, आलमारी, सोफे यहां तक किचन और बाथरूम को भी खंगाल दिया गया। तलाशी के दौरान अपार्टमेंट से किसी को बाहर ना ही बाहर से अंदर आने की इजाजत थी। तलाशी ले रहे अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों के लिए नाश्ता-भोजन कराने वालों को ही अपार्टमेंट में आवाजाही की इजाजत थी। जिसे विशेष निगरानी इकाई के अधिकारियों की फ्लैट के अंदर से हरी झंडी मिलने के बाद ही अंदर या बाहर आवाजाही की इजाजत मिल रही थी। विशेष निगरानी इकाई की टीम नकदी, बेशकीमती भूखंड के कागजात, ज्वैलरी, पासबुक, बांड आदि की बरामदगी में सफल रही है। पारिवारिक सदस्यों से अलग-अलग पूछताछ कर टीम के पदाधिकारी सूत्रों के मुताबिक गजाधर मंडल की छिपाई गई चल-अचल संपत्तियां भागलपुर और आसपास के इलाके में है, जिसे आय के अन्य श्रोत के जरिए बनाई गई है।

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