केड़िया बना बिहार का पहला जैविक ग्राम
बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने जैविक कृषि प्रमाण-पत्र प्रदान किया।
जमुई (जेएनएन)। जमुई जिला स्थित जीवित माटी आदर्श जैविक ग्राम केड़िया के किसान समूह को शनिवार को बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने जैविक कृषि प्रमाण-पत्र प्रदान किया। केड़िया ग्राम राज्य का पहला ऐसा गांव बन गया है, जिसे जैविक कृषि ग्राम बनने का गौरव हासिल हुआ है। यह प्रमाण-पत्र शनिवार को पटना स्थित बामेती के सभागार में बिहार में जैविक खेती की संभावनाएं विषय पर आयोजित कार्यशाला में प्रदान किया गया। ज्ञात हो कि केड़िया गांव के 100 किसान परिवार 2014 से जीवित माटी अभियान से जुड़े हैं और जैविक खेती कर रहे हैं। किसानों के इस प्रयास को प्रोत्साहित करने में बिहार सरकार के कृषि विभाग तथा ग्रीन पीस इंडिया की बड़ी भूमिका रही है। प्रमाण-पत्र मिलने के बाद किसानों में खुशी देखी जा रही है। ग्रीन पीस के संतोष कुमार ने बताया कि कृषि मंत्री ने प्रमाण-पत्र सौंपने के दौरान कहा कि रासायनिक खादों की वजह से हमारे खेतों की मिट्टी, पानी और जलवायु पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। जैविक कृषि ही हमारी खाद्य सुरक्षा और सुरक्षित भोजन का भविष्य है। उन्होंने जैविक खेती से गहरे रूप से जुड़े रहने के लिए केड़िया के जीवित माटी समूह को बधाई भी दी।
कार्यशाला में निदेशक रसायन बैंकटेश नारायण ने बताया कि जैविक खेती खेती का अतीत और भविष्य है। हरित क्रांति के कारण पिछले कुछ दशकों में हमारी खेती में रासायनिक खादों और कीटनाशकों के माध्यम से प्रदूषण फैला है। मौके पर जीवित माटी किसान समिति के अध्यक्ष आनंदी यादव ने प्रमाण-पत्र के लिए बिहार सरकार के कृषि मंत्री, बसोका के पूर्व निदेशक बैंकटेश नारायण, निदेशक अशोक प्रसाद, बामेती के निदेशक जितेंद्र प्रसाद, जमुई आत्मा के परियोजना निदेशक आनंद विक्रम ¨सह व जिला कृषि पदाधिकारी किरण किशोर के प्रति आभार व्यक्त किया।