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Sushant singh Rajput Memories: सिने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत कभी नहीं कर सकते आत्‍महत्‍या, ननिहाल में लोगों का छलका दर्द

Sushant singh Rajput Memories दिवंगत सिने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को अब तक न्‍याय नहीं मिला है। 14 जून 2020 को मुंबई बांद्रा स्थित अपने आवास में सुशांत सिंह राजपूत मृत पाए गए थे। उनके ननिहाल खगडि़या में इसका आज तक मलाल है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sun, 13 Jun 2021 11:14 AM (IST)Updated: Sun, 13 Jun 2021 11:14 AM (IST)
खगडि़या चौथम प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बौरने स्थान में दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का ननिहाल है।

संवाद सूत्र, चौथम (खगड़िया)। Sushant singh Rajput Memories: खगडि़या जिले के चौथम प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बौरने स्थान में दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का ननिहाल है। उनके पांच मामा बिरेंद्र प्रसाद सिंह, हरेंद्र प्रसाद सिंह, शिवेंद्र ष्रसाद सिंह, राघवेन्द्र सिंह, भूपेंद्र सिंह हैं। सभी सहरसा जिला मुख्यालय में रहते हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत को एक वर्ष हो गए। एक बार फिर उनके ननिहाल में उनकी जीवंत यादें ताजा हो गईं।

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बौरने स्थान निवासी रणबीर सिंह ने बताया कि वर्ष 2002 में उनकी मां उषा देवी का निधन हो गया था। 13 मई 2019 को अपने ननिहाल मुंडन कराने आए थे। उन्होंने कहा कि उनकी स्वर्गवासी मां ने बौरने स्थान स्थित भगवती स्थान में मन्नत मांगी थी। उसी मन्नत को पूरा करने के लिए वे वर्ष 2019 में अपने ननिहाल आए थे। साथ में उनके पिता कृष्ण किशोर सिंह, भैया विधायक नीरज कुमार बबलू, भाभी विधान पार्षद नूतन सिंह भी आए थे। रिश्ते में ममेरा भाई बौरने स्थान निवासी युवराज सिंह ने बताया कि पहली बार वो मुंडन कराने वर्ष 2019 में ननिहाल आए थे। वो इस क्षेत्र का ही नहीं संपूर्ण बिहार के गौरव थे। उनका आत्महत्या करना समझ से परे है। आज एक वर्ष बीतने को है लेकिन सुशांत सिंह राजपूत को न्याय नहीं मिल सका है। सीबीआई जांच कर रही है लेकिन अबतक सफलता नहीं मिल सकी है। उनकी मौत से बिहार समेत बाॅलीवुड को अपूरणीय क्षति हुई है।

इधर उपप्रमुख अभयकिशोर आनंद उर्फ गोपाल राय, प्रमुख प्रतिनिधि सुजय कुमार संजय, पूर्वी बौरने पंचायत के मुखिया कंचन देवी, पप्पू मार्कण्डेय, पंसस अनिल कुमार सिंह आदि ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि एक चमकता हुआ सितारा अस्त हो गया। मशहूर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की असामयिक मौत से सभी मर्माहत है। एक वर्ष बीतने को है लेकिन उनके मौत पर रहस्य का पर्दा नहीं उठ सका है। सूबे के लिए यह अपूरणीय क्षति है जिसकी भरपाई कभी संभव नहीं हो सकेगा।

बताते चलें कि उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत 2013 में आई फ़िल्म काय पो छे! से की। इसके बाद उन्होंने शुद्ध देसी रोमांस, पीके, डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी में काम किया। 2016 की फ़िल्म एमएस धोनी: द अनटॉल्ड स्टोरी में उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की मुख्य भूमिका निभाई, जिसके लिए उन्हें सराहा गया। उनकी अंतिम फिल्म दिल बेचारा मरणोपरांत डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर रिलीज हुई। जो रिकॉर्ड सफलता प्राप्त की। अभिनय के अलावा वे कुछ प्रौद्योगिकी कंपनियों के भी संस्थापक भी थे। 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत का शरीर पंखे पर लटका हुआ मिला, जिसकी जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा की जा रही है।


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