मान लीजिए किशनगंज एसपी कुमार आशीष की ये बात, नहीं तो पलक झपकते ही अकाउंट हो जाएगा साफ
बिहार में इन दिनों साइबर क्राइम की वारदातें बढ़ी हैं। ऐसे में सीमावर्ती जिले किशनगंज में पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। खुद एसपी कुमार आशीष ल ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, किशनगंज : जिले वासियों को साइबर फ्राड से बचाने के लिए किशनगंज पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है। साइबर सेनानी ग्रुप के माध्यम से एसपी कुमार आशीष लोगों को जागरूक कर रहे हैं। हाल के दिनों में साइबर क्राइम की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। इनमें कुछ मामलों में ही पीड़ित के द्वारा थाना में शिकायत दर्ज की जाती है। ठगी के शिकार अधिकांश लोग शिकायत दर्ज करने से परहेज करते हैं।
ऐसे मामलों को सुलझाना पुलिस के लिए भी टेढ़ी खीर साबित होता है। एसपी कुमार आशीष ने साइबर अपराधियों के कार्यप्रणाली के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि आपको व्यापारी समझ के अपराधी फोन करेगा और आपके प्रोडक्ट की खरीदारी करने की मंंशा जाहिर करेगा और आनलाइन पेमेंट करने की बात कहेगा। आप जैसे ही मोबाइल पर आए रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करेंगे, आपके खाते से रुपये गायब हो जाऐंंगे। उन्होंने कहा कि ऐसी ठगी से बचने के लिए सामने वाली पार्टी को अपना अकाउंट नंबर या पेटीएम नंबर दें। खुद की तरफ से कोई एक्टिविटी ना करें।
पुलिस बैंकिंग ठगी मामलों के निपटान में कोशिश तो करती है। लेकिन साइबर फ्राड वाले इतने शातिर होते हैं कि इन तक पहुंच पाना मुश्किल होता है। इसलिए कभी भी बिना पुष्टि के किसी नंबर को बैंक का नंबर नहीं समझना चाहिए। चाहे वो एटीएम सेंटर के अंदर ही क्यों ना लिखा हो। एटीएम मशीन के अंदर किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना कार्ड ना दें। ये भी हो सकता है कि ठग रुपये निकालकर तो आपको दे देगा और दूसरा एटीएम कार्ड आपको देकर असली कार्ड खुद रख लेगा।
एसपी ने बताया कि लाटरी लगने, चेहरा पहचानने पर इनाम, वेबसाइट में आफर व सस्ते में सामान बेचने का झांसा, टावर लगाने के नाम पर झांसा, बंद इंश्योरेंस पालिसी शुरू करने, नौकरी लगाने का झांसा, हर मनोकामना पूरी करने के पूजा-पाठ का झांसा, लोन दिलाने का आश्वासन आदि देकर भी आपको ठगी का शिकार बनाया जा सकता है। लेकिन आपको सतर्क रहना होगा। सतर्क रह कर ही ऐसे मामलों से बचा जा सकता है।
अपहृता को पुलिस ने किया बरामद
संवाद सहयोगी, किशनगंज : टाउन थाना पुलिस ने गुप्त सूचना पर छापेमारी कर कांड संख्या 500/21 की अपहृता को बरामद किया है। मंगलवार को बस स्टैंड के निकट से बरामदगी के बाद पुलिस सदर अस्पताल में उसका मेडिकल जांच कराकर अग्रतर कार्रवाई में जुट गई है। बताते चलें कि गत एक अक्टूबर को माधवनगर निवासी पीडि़ता के अचानक गायब हो जाने के बाद परिजनों ने अज्ञात के द्वारा अपहरण की आशंका जताते हुए टाउन थाना में केस दर्ज किया था। घटना के बाद से ही पुलिस उसकी बरामदगी में जुट गई थी।

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