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    मैडम, मैं और मेरी पत्नी जिंदा हैं, कृपया हमें मत मारिए

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 07:05 PM (IST)

    सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखंड में लतीफ मियां और मैमुन खातुन नामक एक बुजुर्ग दंपति को कागजों में मृत घोषित कर दिया गया है, जिससे उनकी पेंशन रोक दी गई है ...और पढ़ें

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    पेंशन के लिए भटक रहे हैं लोग

    संवाद सूत्र, नवहट्टा (सहरसा)। सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखंड कार्यालय पहुंचे लतीफ मियां और मैमुन खातुन पंचायत भवन से लेकर प्रखंड कार्यालय तक का चक्कर लगा रहे हैं। वे अधिकारी से लेकर कर्मियों तक से कह रहे हैं कि मैं और मेरी पत्नी जिंदा हैं। अब अधिकारी और कर्मी उनकी बात सुन नहीं रहे हैं।

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    कागज में कर्मचारी ने मार दिया, अब सचमुच मरने की नौबत आ गई

    कागज में दोनों पति-पत्नी को मृत घोषित कर दिया गया। इसी कारण बीते तीन माह से बुजुर्ग दंपति को पेंशन नहीं मिल रहा है। पेंशन और सरकार की ओर से मिलने वाले मुफ्त खाद्यान्न के सहारे ही बुजुर्ग दंपति की जिंदगी कट रही थी। ऐसे में बुजुर्ग दंपति को यह चिंता सती रही है कि सिस्टम की लापरवाही के बाद अब भूख और मुफलिसी सचमुच में उनके जीवन का अंत न कर दें।

    प्रखंड कार्यालय आने पर मिली कागज में मर जाने की जानकारी


    बीते तीन महीने से पेंशन की राशि खाते में नहीं आने से परेशान खरका तेलवा पंचायत के बुजुर्ग दंपति लतीफ मियां और मैमुन खातुन नवहट्टा प्रखंड कार्यालय पहुंचे। कर्मचारी ने आनलाइन जांच की और कहा कि आप दोनों पति-पत्नी मृतक हो। सत्यापन में यह रिपोर्ट लगाई गई है। इतना सुनते ही बुजुर्ग के होश उड़ गए। इसके बाद से लतीफ मियां और मैमुन खातुन कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं। अधिकारियों से गुहार भी... हम जिंदा हैं। कागज में भी जिंदा कर पेंशन दिला दें।

    न पेंशन मिल रहा है न राशन, कैसे कटेगी जिंदगी

    इस दंपति का भाग दौड़ इस बात का प्रमाण है कि वृद्धावस्था पेंशनर्स के सत्यापन में किस तरह का खेल चल रहा है। ग्राम पंचायतों में तैनात विकास मित्र जीवित लाभार्थियों को मृतक दिखाकर उनकी पेंशन बंद करा देते हैं। इसी मनमानी का शिकार मैमुन भी हुए। लाभार्थी ने बताया कि परिवार के सभी लोग दिल्ली में रहता हैं। सब अलग-अलग रहते हैं। एक बेटा साथ रहता है। बूढ़े होने के कारण मजदूरी कर नहीं कर पाता हूं। पेंशन व सरकारी कोटे से राशन ही जीने का सहारा है। उसके बंद होने से खाने के भी लाले पड़े हैं। वृद्धावस्था पेंशन मिलती थी। करीब तीन महीने से यह भी नहीं मिल रहा।

    मामले की जांच कराई जाएगी, सत्यापन में गलत व भ्रामक रिपोर्ट देने वाले कर्मचारियों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। सही लाभुक को योजना लाभ दिलाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।


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    प्रिया भारती, बीडीओ, नवहट्टा