Updated: Tue, 27 Feb 2024 08:32 PM (IST)
Bhagalpur Srijan Scam सृजन घोटाले में आरोपित रहीं भूमि उप समाहर्ता जयश्री ठाकुर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। सीबीआई सृजन घोटाले से जुड़ी मोटी राशि मोजाहिदपुर स्थित एक एनक्लेव में निवेश किये जाने की जानकारी पर सीबीआई की टीम ने उसकी जांच शुरू कर दी है। जिस एनक्लेव में सृजन घोटाले से जुड़ी लाखों रुपये के निवेश किये जाने की बात सामने आई है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। अरबों के सृजन घोटाले में आरोपित रहीं भूमि उप समाहर्ता जयश्री ठाकुर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है।
सीबीआई सृजन घोटाले से जुड़ी मोटी राशि मोजाहिदपुर थानाक्षेत्र स्थित एक एनक्लेव में निवेश किये जाने की जानकारी पर सीबीआई की टीम ने उसकी जांच शुरू कर दी है। जिस एनक्लेव में सृजन घोटाले से जुड़ी लाखों रुपये के निवेश किये जाने की बात सामने आई है।
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पूर्व में उससे जुड़े एक एकाउंटेंट से सीबीआई पूछताछ भी कर चुकी है। पूछताछ और उपलब्ध हुए दस्तावेज का सत्यापन करने के बाद सीबीआई की टीम ने जांच तेज कर दी है।
ऐसा माना जा रहा है कि जयश्री ठाकुर से जुड़ी चल-अचल संपत्ति और उनके निवेश की फाइल सहेजने वाले एक करीबी की भी तलाश सीबीआई कर रही है।
इस सिलसिले में उस करीबी की तलाश में टीम के अधिकारियों के भागलपुर पहुंचने की भी बात कही जा रही है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि कोई भी स्थानीय अधिकारी नहीं कर रहे हैं।
शहर के कई हिस्से में हुआ निवेश पूर्व में भी हो चुका है उजागर
जयश्री ठाकुर से जुड़ी संपत्ति, खलीफाबाग रोड, आदमपुर, नवयुग विद्यालय रोड, नौलखा कोठी रोड के अलावा बबरगंज थाना क्षेत्र में लाखों रुपये का निवेश मल्टी स्टोरी बिल्डिंग, बेशकीमती भूखंड, कई नामी-गिरामी कंपनियों के शो-रूम आदि में होने की जानकारी सीबीआई को पूर्व में लग चुकी है, लेकिन मोजाहिदपुर थानाक्षेत्र स्थित एक एनक्लेव में फ्लैट होने संबंधी जानकारी नहीं थी।
सीबीआई की टीम उक्त जानकारी बाद अपनी जांच इस दिशा में तेज कर दी है, ताकि घोटाले से जुड़े अन्य निवेश का पता चलाया जा सके।
सृजन की दस पदधारी महिलाओं को भी मनोरमा ने बनाया था मोहरा
अरबों रुपये के घोटाले की जिस सृजन महिला विकास सहयोग समिति नामक संस्था के जरिये नींव रखी गई थी उसके दस पद धारकों में शुभ लक्ष्मी प्रसाद, रजनी प्रिया, सीमा देवी, जसीमा खातून, राजरानी वर्मा, अपर्णा वर्मा, रूबी कुमारी, रानी देवी, सुनीता देवी सुना देवी भी शामिल थीं।
मनोरमा ने भ्रष्टाचार के दलदल में केवल जयश्री ठाकुर को नहीं बल्कि उपरोक्त महिलाओं को भी सृजन घोटाले की खेवनहार रही मनोरमा देवी ने मोहरा बना बड़े घोटाले को अंजाम दिया था।
इनके विरुद्ध अन्य पद धारकों की तरह तथ्यों को छिपाने, बैंकों के साथ की जा रही हेराफेरी, आंशिक तथ्य रखने आदि जैसे आपराधिक कार्य करने और एके मिश्रा एण्ड एसोसिएट की तरफ से किये गए वैधानिक अंकेक्षण प्रतिवेदन के आलोक में जानबूझ कर मिथ्या विवरणी बनाने। झूठी जानकारी देने। प्राधिकृत व्यक्ति को अपेक्षित जानकारी नहीं देने के किये गए अपराध के लिए आपराधिक केस दर्ज कराने का आदेश जिला पदाधिकारी ने 22 अगस्त 2017 को दिया था। जिसके आलोक में सबौर थानाध्यक्ष ने 23 अगस्त 2017 को धोखाधड़ी समेत कई गंभीर आरोप केस दर्ज कर लिया था।
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