श्रावणी मेला 2022 : Amazing Friendship... अपने दोस्त के स्वस्थ होने की मनोकामना ले बाबा के दर जा रहे दिव्यांग
श्रावणी मेला 2022 Amazing Friendship श्रावणी मेला में प्रतिदिन कुछ ना कुछ नया और अद्भुत देखने को मिलता है। इसी दौरान एक अद्भुत दोस्ती भी लोगों ने देखा। अपने दोस्त की खुशी और स्वस्थ होने के लिए एक दिव्यांग कांवरिया पैदल सुल्तानगंज से देवघर के लिए निकल पड़े हैं।

संवाद सूत्र, सुल्तानगंज (भागलपुर)। श्रावणी मेला 2022 : Amazing Friendship बाबा भोलेनाथ के दरबार में लोग तमाम तरह की मान्यताएं और मनौतियां लेकर जा रहे हैं। उन्हें बाबा पर अटल विश्वास है कि बाबा सब ठीक कर देते हैं। इसीलिए शारीरिक रूप से अक्षम रहने के बावजूद वे उत्तरवाहिनी का जल लेकर बाबा को अभिषेक करने निकल पड़ते हैं। उन्हें न पथ की परवाह है और न ही आने वाली किसी भी कठिनाई की। कोई अपने परिवार की सुख-शांति के लिए जा रहा है तो कोई दोस्त की सलामती के लिए। इनका कहना है कि बाबा ने पैर नहीं दिये, यह उनकी मर्जी और हम उनके दर जाएंगे, यह उनकी मर्जी।
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दिव्यांग भक्त जिन्हें एक पैर नहीं है, इसके बावजूद अपने दोस्त के खातिर सुल्तानगंज पहुंचे। यहां उत्तरवाहिनी घाट में स्नान कर पवित्र गंगाजल लेकर देवघर के लिए पैदल रवाना हुए। मध्य प्रदेश से आए श्याम लाल श्रीवास्तव ने बताया कि अपने लिए तो सभी सब कुछ मांगता है। लेकिन मैं भगवान भोले के दरबार में अपने दोस्त रूपेश के स्वस्थ होने की कामना को लेकर जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि मेरे दोस्त का ब्रेन हेमरेज हो गया है। जिससे उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। भगवान भोले मुझे पैर भले ही नहीं दे सकते हैं लेकिन, मेरे दोस्त के ब्रेन को ठीक तो कर सकते हैं। इसी आशा और विश्वास के साथ मैं गंगाजल लेकर बाबा भोले के दरबार जा रहा हूं। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान भोले की असीम अनुकंपा से मेरे मित्र रुपेश राय कि पत्नी सहमा राय अनूपपुर से वार्ड 5 से पार्षद का चुनाव जीती हैं। उनकी मेयर के पद के लिए दावेदारी है। सहमा राय मेयर पद में चुनाव जीते इसके लिये भी बाबा भोलेनाथ से मन्नत मांगी है।
वहीं दूसरी ओर रोहतास जिला के छतरी गांव से आए दोनों हाथ और पैर से दिव्यांग, कांवरिया शिवानंद यादव ने नमामि गंगे घाट पर पवित्र गंगा में आस्था की डुबकी लगाई है और गंगाजल लेकर देवघर रवाना हुए। उन्होंने बताया कि घर और परिवार में सुख शांति बनी रहे इसलिए हम देवघर जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया यह मेरा दूसरा वर्ष है उन्होंने हंसते हुए लहजे में कहा कि भगवान भोले हमको पैर नहीं दिये, यह भगवान भोले की मर्जी और हम इसी अवस्था में जाकर बाबा भोले पर जलाभिषेक करेंगे यह हमारी मर्जी।

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