भागलपुर, जागरण संवाददाता। मोजाहिदपुर थानाक्षेत्र के मुल्लाचक निवासी जमीन कारोबारी मुहम्मद इमरान उर्फ कल्लू की हत्याकांड में एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। हत्याकांड में शामिल शूटर अफसार को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है।

अफसार की गिरफ्तारी बाद टीम शनिवार की सुबह मुल्लाचक में उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल बरामदगी को पहुंची तो स्थानीय लोग उग्र हो गए।

स्थानीय शहबाजनगर, हुसैनपुर, मुल्लाचक के लोग एसटीएफ और स्थानीय पुलिस के कब्जे से आरोपी को छीन कर सबक सिखाने के फिराक में थी लेकिन एसटीएफ और स्थानीय मोजाहिदपुर, हबीबपुर, बबरगंज, तातारपुर की पुलिस उसे मोहल्ले से सुरक्षित निकाल लाई।

पुलिस ने आरोपी को कोतवाली थाने में रखा है। कोतवाली थाने में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अफसार ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि 'हां हमने कल्लू को गोली मारी थी। उसे पहले ही मार दिया होता पर मौका नहीं मिल रहा था।

अफसार ने पुलिस टीम को हत्याकांड से जुड़ी कई चौंकाने वाली जानकारी दी है। शूटर को गिरफ्तार करने के लिए बीते एक सप्ताह से पटना, मुंगेर और जमुई में पुलिस ने निगरानी बना रखी थी। पुलिस को शुक्रवार की देर रात अफसार को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।

अदनान कल्लू हत्याकांड में ही जेल में बंद बीबी रानी का बेटा है। उसकी निशानदेही पर पिस्तौल कारतूस आदि से भरा झोला उसके घर से बरामद किया गया है। पुलिस अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी को दोनों की निशानदेही पर छापेमारी कर रही है। रविवार को मामले की जानकारी पुलिस मीडिया को दे सकती है।

22 फरवरी को हुआ था कल्लू पर कातिलाना हमला

22 फरवरी की शाम मुल्लाचक के गद्दी रोड में घाट लगाए हमलावरों ने इमरान उर्फ कल्लू पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा जान लेने का प्रयास किया था। तब अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से मुल्लाचक का गद्दी रोड इलाका थर्रा उठा था। लोग इधर-उधर भागने लगे थे।

अपराधियों की तरफ से चलाई गई दो गोली कल्लू के छाती और पीठ में लगी थी, जिसके बाद वह मौके पर गिर गया था। आनन-फानन में कल्लू को लोगों ने जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में भर्ती कराया था, जहां चिकित्सकों ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए बेहतर उपचार के लिए पटना रेफर कर दिया था।

कल्लू के फर्द बयान के आधार पर मुल्लाचक के पाशा बादशाह, रहमत कुरैशी, सद्दाम, साबिर समेत कई अन्य को नामजद आरोपी बनाया गया था। 28 फरवरी 2023 की सुबह पटना के राजेश्वरी अस्पताल में कल्लू ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। कल्लू ने अपने बयान में निगम चुनाव की रंजिश और समाज मे गलत लोगों का विरोध करने पर हमले की बात कही थी।

निगम चुनाव में मिंटू के पक्ष में काम करने से निशाने पर था कल्लू

कल्लू की हत्या का कारण हाल में हुए नगर निगम चुनाव की राजनीति से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। वार्ड 39 में जीत दर्ज करने वाली पार्षद शाहिदा के पक्ष में इमरान उर्फ कल्लू खुलकर काम कर रहा था। इस बात को लेकर कल्लू ने आशंका व्यक्त की थी कि उस वजह से वह दूसरे पक्ष के निशाने पर आ गया था।

2020 में भी कल्लू पर हुआ था जानलेवा हमला

मोजाहिदपुर थानाक्षेत्र के मुल्लाचक स्थित बड़ी महल, मियां साहब के मैदान के समीप इमरान उर्फ कल्लू पर 21 अगस्त 2020 में भी अपराधियों ने घात लगाकर गोलियाें की बौछार कर दी थी। तब गोली लगने से जख्मी कल्ल लंबे उपचार बाद बचा लिया गया था।

इस जानलेवा हमले में रहमत कुरैशी, पासा बादशाह, आफताब, सद्दाम के अलावा तत्कालीन वार्ड पार्षद अंजुम शाहीन के पति मुहम्मद साबिर को भी आरोपित बनाया गया था। मामले में वरीय पुलिस अधीक्षक के जांच बाद साबिर की उस हमले में संलिप्तता संबंधी साक्ष्य सामने नहीं आने पर केस से साबिर का नाम हटा दिया गया था।

मोजाहिदपुर पुलिस के अनुसार जख्मी इमरान उर्फ कल्लू का भी आपराधिक इतिहास था। अवैध हथियार के साथ माेजाहिदपुर पुलिस उसे जेल भेज चुकी थी। इसके अलावा, उसपर गांजा तस्करी का भी आरोप लग चुका था।

Edited By: Roma Ragini