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    किन्नर गुरु की अपराधियों ने गोली मार की हत्या, बधाई नांचने जा रहे थे गुलाबबाग Purnia News

    By Dilip ShuklaEdited By:
    Updated: Tue, 05 Nov 2019 02:00 PM (IST)

    काजल किन्नर ने बताया कि वे मृतक उनलोगों के टीम का गुरु है। वो मूलरूप से हरियाणा की रहने वाली है और अररिया में रहती है। बधाई नाचने के लिए हमलोगों के पा ...और पढ़ें

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    किन्नर गुरु की अपराधियों ने गोली मार की हत्या, बधाई नांचने जा रहे थे गुलाबबाग Purnia News

    पूर्णिया/अररिया [जेएनएन]। बेखौफ अपराधियों ने सदर थाना क्षेत्र के गुलाबबाग सनोली चौक पर मंगलवार को दिनदहाड़े किन्नर गुरु मुस्कान किन्नर की गोली मार हत्या कर दी। मुस्कान अपने चार सहयोगियों के साथ खुश्कीबाग चौहान टोला से बधैया मांगने सनोली चौक जा रहे थे।

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    उनके साथियों ने जानकारी दी कि सनोली चौक पर पहले से घात लगाकर खड़े बाइक सवार दो नकाबपोश अपराधियों ने बीच सड़क पर मुस्कान की कनपटी में गोली मार दी। गोली लगते ही वे सड़क पर गिर पड़े। पीछे रहे सहयोगी जबतक दौड़कर आगे बढ़े तब तक अपराधी पिस्तौल लहराते हुए जीरोमाइल की ओर भाग निकले। सहयोगियों ने आनन-फानन उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वे मूल रूप से अररिया जिला के इस्लामनगर वार्ड नंबर 27 के निवासी थे।

    अररिया निवासी किन्नर गुरु मुस्कान 

    मुस्कान के रिश्तेदार रजी अहमद ने बताया कि उनका मूल नाम मुस्तफा था। बचपन से लड़का होने के बावजूद उनकी गतिविधियां लड़कियों जैसी थीं। बाद में वे किन्नरों के साथ जाकर रहने लगे। कुछ वर्ष से अपने सहयोगियों के साथ वे खुश्कीबाग चौहान टोला में रह रहे थे। घटना के बाद सदर थाने की पुलिस ने रिपोर्ट तैयार कर शव का पोस्टमॉर्टम कराकर उनके साथी सदस्यों को सौंप दिया। रोते-बिलखते काजल किन्नर ने बताया कि वे लोग खुश्कीबाग में दो जगह बधैया मांगकर सनोली चौक बधैया मांगने जा रहे थे। गुरु मुस्कान खुश्कीबाग में पान खाकर उनलोगों के साथ ऑटो से सनोली चौक पहुंचे। वहां से उतरकर आगे बढ़कर पैदल जा रहे थे। इसी दौरान अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। घटना के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। किन्नर की हत्या की सूचना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। एहतियातन सदर अस्पताल में काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। पुलिस अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है।

    किन्नर गुरु की गद्दी के इर्द-गिर्द हत्या का रहस्य

    गुलाबबाग के सनौली चौक पर मंगलवार को किन्नर समुदाय के एक सदस्य मुस्कान की गोली मारकर हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। आखिर किन्नर गुरु की हत्या किस विवाद के कारण हुई यह अभी सवालों के घेरे में है। समुदाय के साथी सदस्य भी हत्या के संबंध में किसी प्रकार का विवाद नहीं होने की बात बता रहे हैं। ऐसे में किन्नर गुरु की गद्दी हथियाने और बधाई मांगने के सीमा क्षेत्र व दूसरे ग्रुप के सदस्यों से विवाद के इर्द-गिर्द हत्या एक रहस्य की तरह घूम रहा है।

    मुस्कान की हत्या की घटना में लाइनर की भूमिका अहम

    घटना में लाइनर की भूमिका काफी अहम है। जो हत्यारे को खुश्कीबाग से निकलने की पल-पल की जानकारी दे रहा था। पूरे घटनाक्रम और सीसीटीवी में कैद तस्वीरों से अंदाजा लगाया जा रहा है कि अपराधी खुश्कीबाग से ही ऑटो का पीछा कर रहा था। ऑटो के रुकते ही बाइक आगे बढ़ाकर अपराधी सनौली चौक पर रुका। वहां मुस्कान किन्नर ऑटो से पहले उतरकर आगे बढ़ी और साथी सदस्य ऑटो वाले को भाड़ा देने के कारण पीछे हो गए। पैदल आगे बढ़ रही मुस्कान जैसे ही बाइक के बगल में पहुंची तभी पीछे बैठे अपराधी ने कनपटी में गोली मार दी और फरार हो गए।

    चौहान टोला में रहते हैं एक दर्जन से अधिक किन्नर

    खुश्कीबाग चौहान टोला में एक दर्जन किन्नरों का बसेरा है। वहां टोली में सभी लोग एक जगह रहते हैं और जिले में घूम-घूमकर बधाइयां मांगने का काम करते हैं। हरियाणा से आकर अररिया में बसी मुस्कान किन्नर को टीम के सदस्यों ने कुछ वर्ष पूर्व अपना गुरु बनाया था उसके बाद से वह यहां पर टीम के साथ रहने लगी थी।

    मुस्कान की हत्या होने से अररिया में परिजन हतप्रभ, पसरा मातम

    अररिया के इस्लाम नगर मोहल्ले की रहने वाली मुस्कान जो बचपन से मुस्तफा के नाम से जानी जाती थी। उसकी हत्या मंगलवार को दिनदहाड़े पूर्णिया के सनौली मे कर दी गई। मुस्कान की हत्या की सूचना मिलते ही उसके परिजनों पर गम का पहाड़ टूट पड़ा। इस्लाम नगर निवासी मो. ताहिर के तीन लड़कों में मुस्तफा सबसे छोटा था। वह बचपन मे लड़कों जैसा ही रहता था। परिवार वालों ने बताया की 15 से 20 साल की उम्र तक वो किसी न किसी होटल में काम करता था। उसके बाद अररिया स्थित एक सिनेमा हॉल मे गेट कीपर के तौर पर बहुत दिनों तक काम किया था। धीरे धीरे सिनेमा का कारोबार जब बंद हो गया तो मुस्तफा के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई और यहीं से उसके जीवन में बदलाव आ गए। मुस्तफा ने किन्नर बनने के लिए अंग प्रत्यारोपण भी कराया था। अपना नाम मुस्तफा को बदलकर वह मुस्कान बन गई। उसके बाद फि र उसने पीछे मुड़कर नही देखा। नामी गिरामी किन्नरों से उसकी पहचान बढ़ रही थी।

    सदर डीएसपी आनंद पांडे ने कहा कि घटना में अब तक कोई स्पष्ट बात सामने नहीं आई है। विभिन्न बिन्दुओं पर जांच की जा रही है, जल्द ही अपराधी पुलिस के गिरफ्त में होगा।

    मोबाइल नंबर व सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस

    पुलिस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर सीसीटीवी कैमरे और सभी साथी सदस्यों के मोबाइल नंबर लेकर तहकीकात में जुट गई है। पूरी घटना में लाइनर व साजिशकर्ता सहित हत्यारे की तलाश में जुट गई है। पुलिस ने बताया कि घटना से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

    भाड़े के शूटर से हत्या करवाने की आशंका : सीसीटीवी कैमरा में कैद हत्या की घटना को देखने से प्रतीत होता है कि भाड़े के शूटर ने घटना को अंजाम दिया है। शूटर काफी शातिर था। एक गोली सीधे मुस्कान किन्नर की कनपटी में मारी। जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। पीछे से साथी किन्नर सदस्यों के चिल्लाने पर अपराधी ने उन्हें भी हथियार दिखाकर डराया और मौके से भाग निकले।

    त्योहार के तुरंत बाद आखिर क्यों दिया घटना को अंजाम

    दीपावली व छठ पर्व पर यहां रहने वाले अधिकांश किन्नर सदस्य अपने मूल घर गए हुए हैं। इस दौरान काफी कम सदस्य ही यहां पर बचे थे। साथी सदस्यों की संख्या कम देखकर अपराधियों ने त्योहार के बाद वाले समय को हत्या के लिए चुना। ताकि टोली में कम लोग रहें और घटना को आसानी से अंजाम दिया जा सके।