Agarapur-Kotwali Road: अब 7 की जगह 10 मीटर चौड़ी होगी अगरपुर-कोतवाली सड़क, भेजा गया डीपीआर
भागलपुर में अगरपुर-कोतवाली सड़क को 5.5 मीटर से 10 मीटर चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है जिसका डीपीआर मुख्यालय भेजा गया है। वहीं लोहिया पुल-अलीगंज बाईपास सड़क का डीपीआर त्रुटियों के कारण लौटा दिया गया है। योजनाओं में देरी से लागत भी बढ़ गई है। सड़क को फोरलेन बनाने के लिए अतिक्रमण हटाया जाएगा और डिवाइडर बनाया जाएगा।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए 5.5 मीटर चौड़ी अगरपुर-कोतवाली सड़क को 10 मीटर चौड़ी करने का निर्णय लेते हुए डीपीआर मुख्यालय को भेज दिया गया है।
वहीं, लोहिया पुल से अलीगंज बाईपास तक फोरलेन जैसी विकसित होने वाली सड़क का डीपीआर मुख्यालय ने लौटा दिया है। मुख्यालय से त्रुटियां को सुधार कर फिर से डीपीआर भेजने के लिए कहा गया है।
तीन सालों से लंबित दोनों योजनाओं की राशि भी छह से 55 करोड़ बढ़ गई। साढ़े पांच मीटर चौड़ी अगरपुर और कोतवाली सड़क को सात मीटर करने की योजना थी। लेकिन ट्रैफिक लोड को देखते योजना में बदलाव करते हुए इस सड़क को 10 मीटर चौड़ीकरण का निर्णय लिया है।
सात मीटर सड़क चौड़ीकरण 77 करोड़ रुपये खर्च होना था, लेकिन अब 10 मीटर चौड़ी सड़क निर्माण में 137 करोड़ 82 लाख 100 रुपये खर्च आएगा। जबकि फोरलेन की तरह विकसित होने वाली लोहिया पुल-अलीगंज चार किलोमीटर सड़क के निर्माण पर अब 56 करोड़ 71 लाख से बढ़कर 61 करोड़ 62 लाख 900 रुपये हो गया है।
अगरपुर-कोतवाली और बाईपास लिंक रोड का डीपीआर पथ निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को भेज दिया गया है। जबकि लोहिया पुल से अलीगंज रोड की डीपीआर में सुधार कर फिर से भेजने की बात करते हुए लौटा दिया गया है।
इधर, लोहिया पुल से अलीगंज बाईपास के बीच कई स्थानों पर सड़क की चौड़ाई महज साढ़े तीन मीटर है। इन हिस्सों को फोरलेन जितना चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण हटाया जाएगा।
सड़क के दोनों ओर पथ निर्माण विभाग (आरसीडी) की पर्याप्त भूमि उपलब्ध है पर उस पर अस्थाई और स्थाई अतिक्रमण कर लिया गया है। इसे हटाने के लिए प्रशासन से सहयोग लिया जाएगा।
एक मीटर चौड़ा बनेगा डिवाइडर, सड़क होगी अधिक सुरक्षित
सड़क को फोरलेन में विकसित करने की योजना के तहत पूरी सड़क में एक मीटर चौड़ा डिवाइडर बनेगा। इससे वाहनों की आवाजाही अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित हो सकेगी। वाहनों के दवाब की तुलना में सड़क की चौड़ाई कम है। टूलेन सड़क में डिवाइडर नहीं बनाया जा सकता है।
डिवाइडर नहीं होने से दोनों ओर से आने-जाने वाले वाहनों में टकराव की आशंका बनी रहती है। डिवाइडर के साथ सड़क के दोनों ओर सुरक्षा रिफ्लेक्टर और साइड रेलिंग भी लगाने की योजना रहेगी। विभाग के अनुसार डीपीआर में इस डिवाइडर का स्पष्ट प्रावधान है। लोहिया पुल-अलीगंज सड़क भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन से जुड़ेगा। इससे यातायात सुगम होगा।
दूसरी ओर भागलपुर-अगरपुर-कोतवाली व बाईपास लिंक रोड को फिलहाल बाईपास से कोतवाली तक फोरलेन जितनी चौड़ाई में विकसित किया जाएगा। लेकिन बाईपास से शीतला स्थान चौक की ओर का हिस्सा अभी जस का तस रहेगा।
विभाग का मानना है कि इस हिस्से में बौंसी रेल ब्रिज संख्या-2 के पास सड़क सह ऊपरी पुल (आरओबी) का निर्माण होना है। जब तक आरओबी और उसके अप्रोच रोड का स्वरूप तय नहीं हो जाता, तब तक इस हिस्से में चौड़ीकरण संभव नहीं है। आरओबी बनने के बाद शेष बची सड़क को भी फोरलेन जितना चौड़ा किया जाएगा।
लोहिया पुल-अलीगंज सड़क का डीपीआर लौटा दिया गया है। सुधार कर जल्द ही भेजा जाएगा। अगरपुर-कोतवाली सड़क का डीपीआर मुख्य अभियंता को भेज दिया गया है। डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। - अरविंद कुमार गुप्ता, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर।
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