बिहार में पुलिस टीम पर हमलों में वृद्धि, शराब तस्कर को छुड़ाने के दौरान हुई थी ASI की मौत
भागलपुर में पुलिस टीम पर हमलों की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। अपराधी कानून के डर के बिना पुलिसकर्मियों पर हमला कर रहे हैं उन्हें घायल कर रहे हैं और उनके हथियार छीन रहे हैं। हाल के वर्षों में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जिनमें पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें आई हैं।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। पुलिस टीम पर हमले की घटना में बीते दो सालों में काफी इजाफा हुआ है। किसी आरोपित को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम या शराब, मादक पदार्थ, अवैध हथियार की बरामदगी करने जाने पर बढ़ोतरी हुई है। पुलिस टीम पर कातिलाना हमले की घटना बढ़ी है।
हमलावर पुलिस टीम में शामिल पदाधिकारी और जवानों की जान लेने, हथियार छीनने का प्रयास करने से भी नहीं हिचकते। यह जानते हुए भी कि ऐसे मामले में कानून में कड़े सजा का प्रावधान है।
अररिया जिले के एएसआई राजीव रंजन मल्ल की 13 मार्च 2025 को हत्या कर दी गई थी। तब हमलावरों का जत्था फुलकाहा थाना क्षेत्र के शराब तस्कर अनमाेल यादव को पुलिस गिरफ्त से छुड़ाने के लिए उन्हें हमले में मार डाला था।
मामले में अररिया सिविल कोर्ट ने बड़ा फैसला देते हुए 18 अभियुक्तों को 15 सितंबर 2025 को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। रेंज आईजी विवेक कुमार की माने तो ऐसी सजा से पुलिस टीम पर हमलावर होने वालों के लिए सबक का काम करेगा। अभियोजन भी सटीक साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए हमलावरों को सजा दिलाने का काम करेगी।
हाल में पुलिस टीम पर हुए हमले
1.केस स्टडी : कुख्यात लवकुश यादव को मुक्त कराने के लिए 21 सितंबर 2025 की शाम पीरपैंती से भागलपुर पहुंची पुलिस टीम पर कातिलाना हमला कर उसे छुड़ाने का प्रयास किया। हमले में तीन जवान जख्मी हुए। प्रशिक्षु अवर निरीक्षक सुनील कुमार का भी गला दबा जान लेने का प्रयास किया।
2. केस स्टडी : कहलगांव थाने से पीरपैंती के लकड़ा कोल गांव में 25 जुलाई 2025 को छापेमारी के लिए गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने फायरिंग और पथराव कर जान लेने का प्रयास किया। अवर निरीक्षक दुबे देवगुरु समेत चार पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
गुस्साए ग्रामीणों ने अवर निरीक्षक दुबे देवगुरु और एक सिपाही को घेर कर हमला कर जान लेने का प्रयास किया। रिवाल्वर भी छीन ली थी। लहूलुहान दोनों पुलिस पदाधिकारी-कर्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
घटना की सूचना पर कहलगांव से लकड़ाकोल गांव गई दूसरी टीम पर भी हमला कर दिया गया था। तब दारोगा शत्रुघ्न कुमार, एनटीपीसी थानाध्यक्ष सुशील कुमार और डीएसपी कल्याण आनंद पर भी हमला बोल दिया गया था।
3. केस स्टडी : 15 मार्च 2025 को कहलगांव के अंतीचक थानाक्षेत्र के कासड़ी गांव में विवाद सुलझाने गई पुलिस टीम पर पथराव कर दिया था। उस दौरान एक दारोगा समेत तीन सिपाही और एक चौकीदार गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।
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