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    बिहार के सरकारी स्कूल में कंप्यूटर क्लास लेने पहुंच रहे चूहे, माउस को देख मचा रहे उथल-पुथल, कहां हैं टीचर?

    By Shivam BajpaiEdited By:
    Updated: Thu, 30 Jun 2022 05:24 PM (IST)

    बिहार में अब चूहे कंप्यूटर क्लास लेने पहुंच रहे हैं। माउस के साथ उथल-पुथल मचा रहे हैं। कंप्यूटर के मॉनिटर पर जमी धूल को देख यही पूछ रहे हैं कि टीचर जी कहां हैं? कंप्यूटर टीचर हो तब ये डिसप्ले जले भी लेकिन...

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    कब होगी कंप्यूटर टीचर की बहाली, यहां छात्रों को हो रही परेशानी।

    संवाद सूत्र, बरियारपुर (मुंगेर): ये कोई एक जिले या एक स्कूल की बात नहीं है। बिहार में बच्चों को तकनीकी रूप से दक्ष करने के लिए सरकार की ओर से मध्य व उच्च विद्यालय में कंप्यूटर शिक्षा देने की शुरुआत की गई थी। कई विद्यालयों में कंप्यूटर, जेनरेटर की व्यवस्था कर कंप्यूटर शिक्षक की भी बहाली की गई थी, लेकिन एक साल के बाद कंप्यूटर शिक्षक का पद समाप्त कर देने व फिर से नए कंप्यूटर शिक्षक की बहाली नहीं हुई। अब इन क्लास रूम में, चूहे पहुंच रहे हैं। रखे हुए कंप्यूटर पर धूल जम आई है। माउस के साथ चूहे उथल-पुथल मचा रहे हैं।

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    कुल मिलाकर, कंप्यूटर शिक्षा की पढ़ाई बंद हो गई। रखे-रखे कंप्यूटर खराब हो रहे हैं। माउस को भी चूहे ने कुतर दिया। अभिभावकों का कहना है कि लाखों की लागत से सरकार की ओर से प्रखंड के कई विद्यालयों में कंप्यूटर व जेनरेटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई, लेकिन एक साल के अंदर ही यह पूरी तरह से बंद हो गई ।वर्तमान में यह हाल है कि सभी कंप्यूटर उपयोग के बिना खराब होने के कगार पर पहुंच चुका हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि शुरू में कंप्यूटर शिक्षक रहने पर हर दिन एक घंटे कंप्यूटर की कराई जाती थी, लेकिन अब व्यवस्था पूरी तरह से बंद है।

    • -कंप्यूटर शिक्षक का पद समाप्त होने के बाद बढ़ी विद्यार्थियों की परेशानी
    • -कंप्यूटर शिक्षा कार्यक्रम हुआ फ्लाप, आधुनिक शिक्षा से दूर हो रहे छात्र

    मध्य विद्यालय महदेवा का मामला

    सबसे पहले मध्य विद्यालय महदेवा में लगभग छह साल पहले कंप्यूटर व जनरेटर लगाया गया था । एक वर्ष तक कंप्यूटर शिक्षक रहने के कारण कंप्यूटर सिखाने का काम विद्यार्थियों को किया जाता था ,लेकिन कंप्यूटर शिक्षक का पद समाप्त कर दिए जाने के कारण विद्यालय में दिए गए कंप्यूटर बंद रहते रहते पूरी तरह से खराब हो गए हैं। उपरांत मध्य विद्यालय कल्याणपुर सहित प्लस टू विद्यालयों में कंप्यूटर उपलब्ध कराया गया था, लेकिन आज यह पूरी तरह से बंद है।

    प्रखंड के फिलिप उच्च विद्यालय, राम मनोहर लोहिया उच्च विद्यालय व बालिका उच्च विद्यालय में भी सरकार की ओर से कंप्यूटर उपलब्ध कराया गया था। वर्तमान में शिक्षक की कमी के कारण राम मनोहर लोहिया व बालिका उच्च विद्यालय में कंप्यूटर की शिक्षा पूरी तरह से बंद हो गई है ।फिलिप उच्च विद्यालय में कंप्यूटर शिक्षक हैं, लेकिन पहले से दिए गए कंप्यूटर के बंद रहने के कारण सभी खराब हो गए हैं।प्रखंड के छह विद्यालय में लगभग 50 कंप्यूटर है।

    अभिभावक का दर्द

    अभिभावक रामनरेश, बिंदेश्वरी सिंह, रमेश कुमार, राजेश कुमार मंडल का कहना है कि प्रखंड के सभी विद्यालयों में कंप्यूटर की पढ़ाई होनी चाहिए। मध्य विद्यालय इस दिशा में ठोस व्यवस्था की जाती तो विद्यार्थियों को कंप्यूटर को सीखने से बहुत लाभ होता। कंप्यूटर शिक्षक नहीं रहने के कारण विद्यालय के कंप्यूटर बंद रहने से खराब हो गया। सरकार की राशि पूरी तरह बर्बाद हो गई है। सरकार से विद्यालय में दिए गए सभी कंप्यूटर को ठीक करा कर कंप्यूटर शिक्षक की बहाली करने की मांग की, जिससे कि विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल सके।