Indian Railways: रेलवे की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची RPF को खदेड़ा, मारे पत्थर... महिलाओं-बच्चों को आगे कर हुड़दंगियों ने जमकर काटा बवाल
Indian Railways बिहार के भागलपुर में रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंची आरपीएफ को भारी विरोध और हंगामा से दो चार होना पड़ा। हुड़दंगियों ने महिलाओं और बच्चों को आगे कर जमकर बवाल काटा। भीखनपुर गुमटी नंबर एक और दो के बीच रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए टीम पहुंची थी। तभी महिलाएं और बच्चों ने कार्रवाई रोकते हुए रेलकर्मियों से धक्कामुक्की और रोड़ेबाजी शुरू कर दी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Indian Railways शंटिंग यार्ड के विस्तारीकरण, अंडरपास का निर्माण और बरारी से स्टेशन तक गंगा का पानी लाने के लिए जलापूर्ति पाइपलाइन बिछाने के कार्यों के लिए मंगलवार को फिर भीखनपुर गुमटी नंबर एक और दो के बीच अपनी ही जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए पहुंचे रेलवे अधिकारियों व आरपीएफ को अतिक्रमणकारियों के विरोध का सामना करना पड़ा।अतिक्रमण हटाने का लोगों ने जमकर विरोध किया। हंगामा किया। महिलाएं और बच्चे जेसीबी के सामने आकर कार्रवाई को रोक दिया। इस दौरान अतिक्रमणकारियों ने रोड़ेबाजी की।
कर्मियों के साथ लोग धक्का-मुक्की करने लगे। लोगों के विरोध को देख रेलवे की टीम वहां से भाग गई। कुछ देर बाद ही फिर बड़ी संख्या में फोर्स के साथ अधिकारी पहुंचे और उग्र प्रदर्शन कर रहे अतिक्रमणकारियों पर सख्ती की गई। हल्का बल प्रयोग किया। लाठीचार्ज की गई। विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होते देख रेलवे के अधिकारियों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी।
सूचना पर एसडीओ, सदर विकास कुमार और अंचलाधिकारी जगदीशपुर मौके पर पहुंचे। लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। प्रदर्शनकारी अतिक्रमणकारियों से बात की। अतिक्रमणकारियों का कहना था कि वे लोग वर्षों से यहां झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। उन्हें घर, जमीन नहीं है। ऐसी स्थिति में वे कहां जाएंगे। जमीन खाली करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके पहले उनलोगों को कहीं जमीन उपलब्ध करा दिया जाए।
एसडीओ विकास कुमार ने कहा कि परियोजना के काम को रोका नहीं जा सकता है। इसलिए जमीन खाली तो करना ही पड़ेगा। जल्द ही दूसरे जगह शिफ्ट की तैयारी कर लीजिए। जहां तक यहां से दूसरे जगह विस्थापित कराने की बात है तो इसके लिए सीओ से बात की जाएगी। इसके लिए प्रयास किया जाएगा। फिलहाल कार्रवाई को रोकने की बात करते हुए एसडीओ ने बताया कि इस संबंध में रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक निर्णय लिया जाएगा।
इधर, एसडीओ और रेलवे के अधिकारियों को यह भी जानकारी मिली है कि अतिक्रमणकारियों में अधिकांश लोगों को अपनी जमीन और मकान है। घर को किराए पर लगा रेलवे जमीन पर अवैध रूप से झोपड़ियां बनाकर रह रहे हैं। वहीं, उग्र प्रदर्शन कर कार्यों को रोकने, सरकारी कार्यों में बाधा डालने के आरोप में रेलवे कुछ लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने की तैयारी में है।
गत 13 जून को भी मंगलवार की तरह ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान भी महिलाओं और बच्चों को आगे कर अतिक्रमणकारियों ने पथराव किया था। जेसीबी को रोक दिया था। रेलवे अधिकारियों और रेलवे सुरक्षा बल को खदेड़ दिया था। जिससे रेलवे सुरक्षा बल के एक अधिकारी के पांव में मोच आ गई थी। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार कार्रवाई शुरू करने से एक दिन पहले यानी सोमवार को माइकिंग कर जमीन खाली करने और खुद खाली नहीं करने पर रेलवे की ओर से कार्रवाई करने की चेतावनी दे दी गई थी।
एइएन और आइओडब्ल्यू ने बताया कि बैठक कर जल्द ही फिर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की तिथि का निर्माण लिया जाएगा। पटरियां बिछाने का काम चल रहा है। अंडरग्राउंड रास्ता निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
अतिक्रमणकारी बोले, झोपड़ियाें पर ही कार्रवाई क्यों
अतिक्रमणकारियों का कहना है कि रेलवे की ओर से एकतरफा कार्रवाई की जा रही है। रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले सभी पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। सिर्फ झोपड़ियां ही हटाई जा रही है। जबकि अतिक्रमण करने वाले सभी पर कार्रवाई होनी चाहिए। बड़े-बड़े घर के लोगों द्वारा रेलवे जमीन का अतिक्रमण कर घर के आगे बगीचा बना दिया है। निजी रास्ता बनाकर उपयोग किया जा रहा है। उनलोगों पर भी कार्रवाई हो।
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