Railway News: मुस्लिमों ने रेल ट्रैक को बनाया पगडंडी, RPF ने की जोर-आजमाइश... सिग्नल पर खड़ी रही Danapur Intercity Express
Indian Railways News भागलपुर में रेल पटरी पर अल्पसंख्यकों की भारी भीड़ के कारण होम सिग्नल के पास दानापुर-साहिबगंज इंटरसिटी ट्रेन आठ मिनट तक खड़ी रही। अल्पसंख्यकों के पर्व को लेकर भागलपुर पश्चिमी केबिन के पास पटरी से होकर लोगों का आवागमन होता रहा। सूचना मिलने पर रेलवे सुरक्षा बल ने बड़ी मशक्कत से लोगों को हटाकर ट्रेन आगे बढ़ाई।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Railway News दानापुर और साहिबगंज के बीच चलने वाली दानापुर-साहिबगंज इंटरसिटी एक्सप्रेस शुक्रवार को भागलपुर रेलवे स्टेशन के पश्चिमी केबिन होम सिग्नल के पास आठ मिनट तक रुकी रही। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार अल्पसंख्यकों के एक पर्व को लेकर पटरी के पास काफी भीड़ थी। इसके कारण उसे आगे बढ़ने में कठिनाई हो रही थी।
लोको पायलट के लगातार हार्न बजाने के बाद भी पटरी से होकर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन का सिलसिला जारी रहा। पटरी से लोगों को हटाने में रेलवे सुरक्षा बल और रेल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पटरी पर लोगों के पूरी तरह हटने के बाद ही ट्रेन आगे बढ़ाई गई और वह भागलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर सुरक्षित पहुंची।
इस ट्रेन के भागलपुर आने का समय दिन के 11.33 बजे और खुलने का समय 11.43 बजे है। लेकिन शुक्रवार को यह ट्रेन यहां से विलंब से खुली। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि पर्व को लेकर पश्चिमी केबिन की तरफ पटरी पर लोगों की काफी भीड़ थी। कड़ी मशक्कत से लोगों को समझा बुझाकर पटरी से हटाने के बाद ट्रेन को आगे बढ़ाया गया।
तोड़े जा रहे 20 करोड़ की लागत से निर्मित वाशिंग पिटलाइन
भागलपुर में 20 करोड़ की लागत से वंदे भारत रैक के मेंटनेंस के लिए बनाई गई वाशिंग पिटलाइन को तोड़ा जा रहा है। अभियंताओं की लापरवाही के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। 28 जून को हुई जांच में इस पिटलाइन को अनफिट घोषित किया गया था। गलती सुधारने के लिए रेलवे ने 5 से 28 सितंबर तक ट्रेनों की आवाजाही पर रोक लगाते हुए तोड़ने का कार्य आरंभ कर दिया है।
पिटलाइन को ट्रेन मेंटनेंस के लिए अनफिट दिया गया करार
शुक्रवार को बुलडोजर से पिटलाइन को तोड़ा गया, जबकि सात मजदूर रेलवे पटरी को हटा रहे थे। यह पिटलाइन दो साल पहले तैयार होना था, लेकिन मई में इसका निर्माण पूरा हुआ। पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद देउस्कर के पदभार ग्रहण करने के कुछ दिन बाद यह तैयार हुई थी। जांच में इसे अनफिट करार कर दिया गया।
ठेकेदार से वसूल की जाएगी सुधार में खर्च होने वाली राशि
पिटलाइन का निर्माण कार्य कार्यशाला परियोजना संगठन (डब्ल्यूपीओ) की देखरेख में हुआ था। पिटलाइन में 12.5 डिग्री का मोड़ था, जिससे बोगियों के पहिए आधे पटरी पर और आधे बाहर रहते थे। अब इसे सुधारकर 8.5 डिग्री तक लाया जाएगा। इस सुधार में डेढ़ करोड़ से अधिक खर्च होगा, जिसे ठेकेदार से वसूल किया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।